ल्यूकोरिया या सफेद पानी की समस्या महिलाओं में आम है। इसे श्वेत प्रदर या White Discharge भी कहा जाता है। ल्यूकोरिया में महिला के प्राइवेट पार्ट से सफेद, चिपचिपा गाढ़ा तरल पदार्थ निकलना शुरू हो जाता है। ल्यूकोरिया होने पर महिलाओं के शरीर में इंफेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। आमतौर पर ये परेशानी शादी-शुदा महिलाओं को ज्यादा होती है। मगर ल्यूकोरिया किसी भी उम्र की लड़की या महिला को किसी भी उम्र में हो सकता है। आइए आपको बताते हैं ल्यूकोरिया (सफेद पानी) या व्हाइट डिस्चार्ज (White Discharge) के कारण और लक्षण।
क्या है ल्यूकोरिया-What is Leukorrhea
ल्यूकोरिया महिलाओं की एक आम समस्या है, जो कई महिलाओं में पीरियड्स से पहले या बाद में एक या दो दिन सामान्य रूप से होती है। ल्यूकोरिया का अर्थ है, महिलाओं की योनि से श्वेत, पीले, हल्के नीले या हल्के लाल रंग का चिपचिपा और बदबूदार स्राव का आना। यह स्राव अधिकतर श्वेत रंग का ही होता है। इसलिए इसे श्वेत प्रदर का नाम दिया गया है। इसकी मात्रा, स्थिति और समयावधि अलग-अलग महिलाओं में अलग-अलग होती है।
बढ़ जाता है इन बीमारियों का खतरा
महिलाओं का यह एक ऐसा रोग है जिसमें महिला योनि से असामान्य मात्रा में सफेद रंग का गाढा और बदबूदार पानी निकलता है, और जिसके कारण वे बहुत पतली और कमजोर हो जाती है। यह खुद कोई रोग नहीं होता, लेकिन कई प्रकार के अन्य रोगों को कारण बन सकता है। ल्यूकोरिया वास्तव में एक बीमारी नहीं है बल्कि किसी अन्य योनि या गर्भाशयगत व्याधि का लक्षण हो सकती है; या सामान्यतः प्रजनन अंगों में सूजन का बोधक है। कई बार यह समस्या गंभीर रूप धारण कर लेती है, जिससे महिलाओं के स्वास्थ्य, यौवन और सौंदर्य में धीरे-धीरे गिरावट आती जाती है।
पोषण की कमी है कारण
अविवाहित युवतियां भी इसकी शिकार हो जाती हैं। इस रोग का मुख्य कारण पोषण की कमी तथा योनि के अंदर बैक्टीरिया की मौजूदगी हैं। इसके अलावा सामान्य ल्यूकोरिया की समस्या पोषण, अत्यधिक मानसिक तनाव, शक्ति से अधिक थकाने वाले कार्य करना आदि से होता है। ज्यादातर भारतीय महिलाओं में यह आम समस्या प्रायः बिना चिकित्सा के ही रह जाती है। सबसे बुरी बात यह है कि इस समस्या को अत्यंत सामान्य समझकर महिलाएं इसकी ओर ध्यान नहीं देती, और इस समस्या को छुपा लेती हैं।
बैक्टीरिया है समस्या का कारण
अधिक संख्या में महिलाओं को ल्यूकोरिया की समस्या 'ट्रिकोमोन्स वेगिनेल्स' नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। इस संक्रामक ल्यूकोरिया की जांच किसी अच्छे महिला रोग विशेषज्ञ से अवश्य करवानी चाहिए, अन्यथा लापरवाही से रोग भयंकर रूप धारण कर सकता है। आइए इसके कारणों के बारे में जानते हैं।
ल्यूकोरिया के अन्य कारण-Leukorrhea Causes
- योनि की अस्वच्छता
- खून की कमी
- अति मैथुन
- गलत तरीके से शारिरिक संपर्क
- अत्यधिक उपवास
- बहुत अधिक श्रम
- तीखे, तेज मसालेदार और तले हुए खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन
- रोगग्रस्त पुरुष के साथ सहवास
- मन में कामुक विचार का अधिक होना
- योनि में बैक्टीरिया की मौजूदगी
- योनि या गर्भाशय के मुख पर छाले
- बार-बार गर्भपात होना या कराना
- गर्भावस्था के दौरान
- मूत्र स्थान में संक्रमण
- गुड बैक्टीरिया की कमी से
- शरीर के पीएच लेवल में गड़बड़ी
- स्थानीय ग्रंथियों की अति सक्रियता
- शरीर की कमजोर रोगप्रतिरोधक क्षमता
- मधुमेह रोग के कारण योनि में फंगल यीस्ट इंफेक्शन
- वैजाइनल हेल्थ से जुड़ी लापरवाहियों के कारण।
ल्यूकोरिया के सामान्य लक्षण-Leukorrhea Symptoms
- कमजोरी का अनुभव
- हाथ-पैरों और कमर-पेट-पेडू में दर्द
- पिंडलियों में खिंचाव
- शरीर भारी रहना
- चिड़चिड़ापन
- चक्कर आना
- आंखों के सामने अंधेरा छा जाना
- भूख न लगना
- शौच साफ न होना
- बार-बार यूरीन
- पेट में भारीपन
- जी मिचलाना
- योनि में खुजली
मासिक धर्म से पहले, या बाद में सफेद चिपचिपा स्राव होना इस रोग के लक्ष्ण हैं। इससे रोगी का चेहरा पीला हो जाता है। इसके अलावा स्थिति तब और भी कष्टपूर्ण बन जाती हैं जब धीरे-धीरे जवान महिला भी इस समस्या के कारण ढलती उम्र की दिखाई देने लगती है।
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