Medically Reviewed by Dr Shobha Gupta

ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन क्या है? डॉक्टर से जानें क्या यह सर्जरी सेफ है

Is Breast Augmentation Safe: ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन एक तरह की कॉस्मेटिक सर्जरी होती है, जो कि स्तनों में साइज और कसावट लाने के लिए किया जाता है। इसका मुख्य कारण क्या है? जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
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ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन क्या है? डॉक्टर से जानें क्या यह सर्जरी सेफ है

Breast Augmentation: आमतौर पर ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन की बात करें, तो यह एक तरह की कॉस्मेटिक सर्जरी होती है, जिसके जरिए स्तनों का आकार, आकृति या कसावट लाई जाती है। इसमें इम्प्लांट्स (सलाइन या सिलिकॉन) का उपयोग किया जाता है या फैट ट्रांसफर किया जाता है। बहरहाल, महिलाओं के स्तनों का आकार बहुत मायने रखता है। इससे उनकी पर्सनालिटी उभर कर आती है और महिलाओं का आत्मविश्वास भी बढ़ता है। वहीं, अगर उनके स्तनों का आकार सामान्य से कम होता है, हाइट-वेट के अनुसार बेडौल नजर आते हैं, तो महिलाएं अंडर कॉन्फिडेंट महसूस करती हैं। अपनी पर्सनालिटी में सुधार के लिए कई महिलाएं ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन प्रक्रिया की मदद लेती हैं। इस लेख में  Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से जानेंगे कि किन-किन परिस्थितियों में ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन करवाया जाता है और इससे किस तरह के रिस्क जुड़े हुए हैं।


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क्या है ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन- What Is Breast Augmentation

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आपने देखा होगा कि प्रेग्नेंसी के बाद कई महिलाओं के स्तनों का आकार काफी ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसा ब्रेस्टफीड करवाने की वजह से होता है। जब शिशु दूध पीना बंद कर देता है, इसके बाद भी महिलाओं के स्तनों का आकार सामान्य सा कसावट वाला नजर नहीं आता है। इससे महिलाओं का आत्मविश्वास काफी कमजोर हो जाता है। जो महिलाएं अपने स्तनों में बेहतर उभार चाहती हैं, वे अक्सर ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन करवाती हैं। इसके जरिए स्तनों में खोई हुई वॉल्यूम को वापस लाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, यह स्तनों की असमानता को ठीक करने या मास्टेक्टॉमी (स्तन हटाने की सर्जरी) के बाद पुनर्निर्माण का हिस्सा भी हो सकती है।

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ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन करवाने के कारण- Breast Augmentation Causes

  1. स्तनों का आकार बढ़ाने और अधिक कसावट लाने के लिए
  2. गर्भावस्था, स्तनपान या वजन कम होने के कारण वॉल्यूम को मैनेज करने के लिए।
  3. असमान स्तन के आकार में समाजनता लाने के लिए।
  4. मास्टेक्टॉमी (स्तन हटाने की सर्जरी) के बाद स्तनों का रिकंस्ट्रक्ट करने के लिए।
  5. बॉडी इमेज और कॉन्फिडेंस में सुधार के लिए।

ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन कैसे काम करता है?- Breast Augmentation Surgery Explained

जैसा कि हमने शुरू में ही जिक्र किया है कि इसे दो तरह से किया जा सकता है। NCBI में भी इसके दो प्रकारों का जिक्र किया है, जैसे-

  • सर्जन पहले से भरे हुए सिलिकॉन जेल या सलाइन से भरे इम्प्लांट को ब्रेस्ट टिश्यूज के नीचे यानी छाती मांसपेशियों के नीचे इस मैटीरियल को इंप्लांट करते हैं। इससे बाहरी तौर पर स्तन भरे हुए और आकर्षक नजर आने लगते हैं।
  • इंप्लांटेशन के अलावा, फैट ट्रांसफर भी ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन का एक तरीका होता है। इस प्रक्रिया के तहत शरीर के किसी अन्य हिस्से (जैसे पेट या जांघों) से लिपोसक्शन द्वारा फैट निकाला जाता है। इसके बाद, इसे प्रोसेस किया जाता है और फिर स्तनों में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे स्तनों के आकार में सुधार होता है।

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ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन से जुड़े रिस्क- Breast Augmentation Risks

वैसे तो हर सर्जिकल प्रक्रिया के साथ कुछ रिस्क जुड़े होते हैं। इसी तरह, ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन के साथ भी कुछ रिस्क नजर आ सकते हैं, जैसे-

  1. सर्जरी के बाद स्तनों में हल्की सूजन या दर्द महसूस होना। हालांकि, वक्त के साथ-साथ यह समस्या अपने आप ठीक हो जाती है।
  2. कुछ महिलाओं में ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन करवाने के नील पड़ना या ब्लीडिंग होने की समस्या हो सकती है। इसलिए, डॉक्टर शुरुआती 42 घंटों तक महिला को अंडर ऑब्जर्वेशन रखते हैं।
  3. सर्जरी के बाद कुछ स्तनों में स्कार यानी दाग नजर आ सकता है, जो कि सर्जरी के दौरान प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए किया जाता है। धीरे-धीरे सभी समस्याएं डॉक्टर की मदद से ठीक हो जाती हैं।

ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन के फायदे- Breast Augmentation Benefits

जब महिलाएं ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन करवाती हैं, तो इसका साइकोलॉजिक और फिजिकल दोनों तरह से प्रभाव नजर आता है, जैसे-

  • ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन के बाद महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ जाता है। वे अंदर से खुशी का एहसास करती हैं।
  • बॉडी इमेज को लेकर महिलाओं में जो कशमकश होती है, उसमें भी कमी आती है। असल में, ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन के बाद महिलाओं की फिगर तुलनात्मक रूप से बेहतर हो जाती है।
  • बढ़ती उम्र में महिलाओं के स्तन ढीले और बेडौल हो जाते हैं। ये बात महिलाओं को मानसिक रूप से परेशान करती है। वहीं, जब वे ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन करवाती हैं, उनके लुक में बदलाव होता है। वे पहले की तुलना में अधिक युवा नजर आती है, जो उन्हें मेंटली स्ट्रॉन्ग बनाती है।

निष्कर्ष

वैस तो ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है। इसलिए, ज्यादातर वही महिलाएं इस प्रक्रिया की मदद लेती हैं, जो इसे एफॉर्ड कर सकती हैं। हालांकि, अच्छी बात ये है कि मास्टेक्टॉमी के बाद भी ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन करवाया जा सकता है। मास्टेक्टॉमी की वजह से अक्सर महिलाओं में नकारात्मकता भर जाती है, जो उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख देती है। बहरहाल, ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन करवाने से पहले डॉक्टर की सटीक सलाह लेना बहुत जरूरी होता है। वे महिला की हेल्थ कंडीशन को जान-समझकर ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन की सलाह देते हैं।

All Image Credit: Freepik

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  • Dec 21, 2025 14:58 IST

    Published By : Meera Tagore

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