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लुम्पेक्टोमी सर्जरी कब की जाती है? डॉक्टर से जानें

ब्रेस्ट में होने वाली गांठ को दूर करने के लिए सर्जरी की जाती है। ऐसे में डॉक्टर लुम्पेक्टोमी की सलाह दे सकते हैं। आगे जानते हैं किस स्थिति में कराई जाती है लुम्पेक्टोमी सर्जरी।
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लुम्पेक्टोमी सर्जरी कब की जाती है? डॉक्टर से जानें


Lumpectomy Surgery For Breast Tumour : महिलाएं आज हर काम में बढ़चढ़कर हिस्सा लेती है। यही कारण है कि महिलाएं लगभग हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ बारबरी की भागीदारी निभा रही हैं। घर और काम के चलते अक्सर महिलाएं खुद पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। ऐसे में उनको कई तरह की समस्याएं होने का जोखिम बना रहता है। कुछ महिलाओं के ब्रेस्ट में गांठ या ट्यूमर बन जाता है। सभी तरह की गांठ कैंसर नहीं होती हैं। लेकिन, इसकी पुष्टि जांच द्वारा की जाती है। लम्पेक्टॉमी सर्जरी (Lumpectomy surgery) एक प्रकार की ब्रेस्ट-कैंसर सर्जरी है, जिसमें कैंसरग्रस्त टिश्यू और उसके आस-पास के सामान्य टिश्यू को हटाया जाता है। इसे आमतौर पर "ब्रेस्ट-कंजर्विंग सर्जरी" या "ब्रेस्ट-प्रिजर्विंग सर्जरी" भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें डॉक्टरों द्वारा महिला के पूरे ब्रेस्ट को हटाने की बजाय केवल कैंसर प्रभावित हिस्से को निकालने का प्रयास किया जाता है। इस लेख में साईं पॉलीक्लीनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट विभा बंसल से जानते हैं कि किस स्थिति में लेम्पेक्टोमी सर्जरी करवाने की जरूरत (when to consider lumpectomy surgery) होती है?

लम्पेक्टोमी किसे कहते हैं? - What is Lumpectomy in Hindi

बेस्ट में बनने वाली गांठ या ट्यूमर को निकालने के लिए की जाने वाली सर्जरी को लुम्पेक्टोमी कहा जाता है। इसे वाइड एक्सिजन, ब्रेस्ट कंजवर्गिंग सर्जरी, ब्रेस्ट प्रिजवर्विंग सर्जरी, सेगमेंटल रिसेक्शन, और पार्शल मैस्टेक्टोमी के नाम से भी पहचाना  जाता है। इस प्रक्रिया में डॉक्टर गांठ से प्रभावित ब्रेस्ट पर कट लगाकर, कैंसर ग्रस्त हिस्से को निकाल देते हैं। इसमें मरीज की आर्म पिट पर भी कट लगाया जाता है। इस कट में बायोप्सी (Biopsy) के जरिए लिम्फ नोड (Lymph Node) को भी निकाला जाता है। इसके बाद टिश्यू के टुकड़े को लैब में जांच के लिए भेजा जाता है। इस सर्जरी में ब्रेस्ट कैंसर ग्रस्त टिश्यू के साथ ही आसपास के अन्य टिश्यू को भी बाहर कर दिया जाता है। यह समस्या महिला और पुरुष दोनों को हो सकती है (How to remove breast lumps)। 

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लुम्पेक्टोमी के फायदे और जोखिम कारक - Benefits And Risk Factor Of Lumpectomy Surgery In Hindi  

लम्पेक्टोमी के फायदे 

  • पूरे स्तन को हटाने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • ऑपरेशन के बाद स्तन के आकार में बड़े बदलाव नहीं आते।
  • मरीज की भावनात्मक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

लुम्पेक्टोमी के जोखिम 

  • लुम्पेक्टॉमी के बाद रेडिएशन थेरेपी की आवश्यकता हो सकती है।
  • कैंसर का दोबारा होने का खतरा बना रहता है।
  • कभी-कभी इसके बाद स्तन में असमानता उत्पन्न हो सकती है।

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Lumpectomy Surgery In Hindi: लम्पेक्टोमी पर विचार करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जिसमें मरीज की स्वास्थ्य स्थिति, ट्यूमर का आकार और स्थान, और मरीज की व्यक्तिगत प्राथमिकताएं शामिल होती हैं। लुम्पेक्टोमी से ब्रेस्ट को नहीं हटाया जाता है, लेकिन इसके बाद रेडिएशन थेरेपी की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए, इस सर्जरी पर विचार करने से पहले, अपने डॉक्टर से सभी विकल्पों पर चर्चा अवश्य कर लेनी चाहिए। 

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