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लिप फिलर्स और लिप ऑग्मेंटेशन में क्या अंतर है? डॉक्टर से जानें

चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए आज के समय में कई तरह की कॉस्मेटिक सर्जरी की जाती है। इसमें चेहरे और लिप ट्रीटमेंट को शामिल किया जाता है। आगे जानते हैं कि लिप के लिए किए जाने वाले लिप फिलर्स और लिप ऑगमेंटेशन के बीच क्या अंतर होता है?
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लिप फिलर्स और लिप ऑग्मेंटेशन में क्या अंतर है? डॉक्टर से जानें

Difference Between Lip Filler And Augmentation In Hindi: समय के साथ लोगों के रहन-सहन और विचारों में कई के परिवर्तन देखने को मिले हैं। आज हर व्यक्ति खुद को आकर्षक और प्रजेनटेबल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करता है। वहीं लोगों की जरूरत को समझते हुए मेडिकल साइंस में भी कई तरह के कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट और तकनीक को खोजा है। यह ट्रीटमेंट लोगों की खूबसूरती को बढ़ाने में मदद करते हैं और लोगों में इन ट्रीटमेंट्स के तरफ रुझान बढ़ा है। बीते कुछ वर्षों में होठों की खूबसूरती के लिए लिप फिलर्स और लिप ऑगमेंटेशन प्रक्रिया को अपनाया जाता है। इन ट्रीटमेंट्स से लिप के आकार में बदलाव किया जा सकता है। इस लेख में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी डॉ विजय सिंघल से जानते हैं कि लिप फिलर्स और लिप ऑगमेटेंशन के बीच क्या अंतर होता है।

लिप फिलर्स क्या हैं? - What Is Lip Fillers In Hindi

लिप फिलर्स एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है, जिसमें होंठों में एक विशेष प्रकार के इंजेक्शन के जरिए भराव (फिलिंग) किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य होंठों को अधिक भरा और आकर्षक बनाना होता है।

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लिप ऑगमेंटेशन क्या है? - What Is Lip Augmentation In Hindi

लिप ऑगमेंटेशन एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें होंठों के आकार और बनावट को बदलने के लिए सर्जरी की जाती है। यह उन लोगों के लिए अधिक फायदेमंद है, जो लंबे समय तक चलने वाले रिजल्ट चाहते हैं।

लिप फिलर्स और लिप ऑगमेंटेशन के बीच क्या अंतर होता है? - Difference Between Lip Filler And Augmentation In Hindi

  • लिप फिलर्स में एक नॉन सर्जिकल प्रोसेस है। इसमें डॉक्टर इंजेक्शन के द्वारा होठों पर उभार लाने का काम करते हैं। जबकि, लिप ऑगमेंटेशन एक सर्जिकल प्रक्रिया है। इसमें होठों की बनावट में बदलाव किया जाता है।
  • लिप फिलर्स के फायदे व्यक्ति को छह माह से एक साल तक मिलते हैं। वहीं, लिप ऑगमेंटेशन कराने के बाद इसके रिजल्ट स्थायी होते हैं और यह लंबे समय तक ठीक रहते हैं।
  • लिप फिलर्स में डॉक्टर हयालुरोनिक एसिड युक्त इंजेक्शन का उपयोग करते हैं। जबकि, लिप ऑगमेंटेशन में इंप्लांटेशन, फैट ट्रांसफर और टिशू में बदलाव किये जाते हैं।
  • लिप फिलर्स प्रक्रिया में आसान होती है। इस वजह से व्यकित की रिकवरी एक से दो दिनों में हो जाती है। जबकि, लिप ऑगमेंटेशन एक सर्जिकल प्रक्रिया होने के चलते इसको रिकवर करने में व्यक्ति को कुछ सप्ताह का समय लग सकता है।

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चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए की जानें वाली इन दोनों ही प्रक्रियाओं में व्यक्ति को जोखिम हो सकता है। कुछ मामलों में होठों का आकार खराब हो सकता है। लिप फिलर्स और लिप ऑगमेंटेशन की प्रक्रिया के बाद व्यक्ति किसी तरह के लक्षण दिखाई देने पर नजरअंदाज नहीं करने चाहिए। साथ ही, किसी भी तरह के कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट को विशेषज्ञ से ही कराना चाहिए।

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