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Is High Thyroid Risky During Pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में शरीर में कई हार्मोन्स बदलते हैं। इससे फिजिकल हेल्थ के साथ मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ता है। अगर किसी महिला को कोई हेल्थ कंडीशन रहती हैं, तो इसे कंट्रोल करने की सलाह दी जाती है जिससे बच्चे पर उसका असर न पड़ सके। इसी तरह कई महिलाओं को थायराइड की समस्या होती है। लेकिन, अगर प्रेग्नेंसी के दौरान उनका थायराइड बढ़ जाता है, तो उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। प्रेग्नेंसी में हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करके थायराइड को कंट्रोल रखा जा सकता है। लेकिन वहीं, अनहेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल थायराइड को बढ़ा सकती हैं। इसके कारण, महिला को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने नई दिल्ली स्थित एलांटिस हेल्थकेयर के आब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी के चेयरमैन हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ. मनन गुप्ता से।

प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड बढ़ने से क्या-क्या परेशानियां हो सकती है? How Does High Thyroid Affect the Body
एक्सपर्ट के मुताबिक, प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड हाइपरथायरायडिज्म के कारण बढ़ सकता है। इसका मतलब होता है कि थायराइड ग्लैंड ओवरएक्टिव है और शरीर में जरूरत से ज्यादा हार्मोन प्रड्यूज कर रहा है। ऐसे में बच्चे और मां दोनों पर बुरा असर पड़ सकता है। अगर इसे समय पर कंट्रोल न किया जाए, तो यह प्रेग्नेंसी में समस्याएं बढ़ने की वजह भी बन सकता है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड बढ़ने के क्या लक्षण होते हैं? Symptoms of High Thyroid During Pregnancy
अगर प्रेग्नेंसी के दौरान किसी महिला का थायराइड बढ़ जाता है, तो उसकी सेहत पर असर नजर आने लगता है। ऐसे में हार्टबीट नॉर्मल से ज्यादा तेज रहने लगती है। ऐसे में बार-बार एंग्जायटी हो सकती है और महिला का वजन भी घट सकता है। ऐसे में महिला को बहुत ज्यादा पसीना आने या पाचन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं।
प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड बढ़ने से क्या समस्याएं हो सकती हैं?
प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड बढ़ने पर महिला को इन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। प्रेग्नेंसी में थायराइड बढ़ने से मिसकैरेज का खतरा भी हो सकता है। ऐसे में अगर थायराइड को कंट्रोल न किया जाए, तो इससे प्री-एक्लेमप्सिया या समय से पहले ही बच्चे के जन्म की संभावना हो सकती है। यह जन्म के दौरान बच्चे का वजन कम होने का कारण भी बन सकता है।
गर्भावस्था में थायरॉइड बढ़ने से ग्रेव्स डिजीज का खतरा हो सकता है, जो एक ऑटोइम्यून विकार है। कई बार, गर्भावस्था की शुरुआत में हाइपरथायरायडिज्म के कुछ संकेत भी नजर आ सकते हैं। गर्भावस्था से संबंधित हार्मोन्स में बदलाव होने के कारण भी यह समस्या हो सकती है। ऐसे में ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है। अगर समस्या ज्यादा गंभीर है, तो डॉक्टर हार्मोन्स कंट्रोल करने के लिए एंटीथायरॉइड दवाएं भी देते हैं।
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प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड कंट्रोल करने के लिए क्या करें? How To Control Thyroid During Pregnancy
- अगर आपको थायराइड की समस्या है, तो प्रेग्नेंसी के दौरान थायराइड चेकअप करवाते रहें। प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड टेस्ट और सभी जरूरी चेकअप्स करवाते रहें। इससे आप थायराइड लेवल पर नजर रख पाएंगे।
- अगर आपको थायराइड से जुड़ा कोई भी लक्षण नजर आ रहा है, तो देरी किये बिना तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- थायराइड कंट्रोल रखने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल का पूरा ध्यान रखें। ऐसे में बैलेंस्ड डाइट लें और एक्सरसाइज या वर्कआउट जरूर करें।
- प्रेग्नेंसी में थायराइड बढ़ने का कारण स्ट्रेस और एंग्जायटी भी हो सकती है। इसलिए ऐसे में स्ट्रेस मैनेज करने पर जरूर काम करें।
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