estrogen hormone ki kami se kya hota hai: मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी होना आम बात है। एस्ट्रोजन हार्मोन महिलाओं के प्रजनन प्रणाली और यौन संबंद बनाने में अहम भूमिका निभाता है। यह हार्मोन महिलाओं में पीरियड साइकिल, प्रग्नेंसी और हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए एक जरूरी हार्मोन है। इतना ही नहीं, भले ही ये हार्मोन पुरुषों में महिलाओं से कम मात्रा में होता है, लेकिन उनकी सेहत के लिए भी बहुत जरूरी होता है। हालांकि, अगर शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन कम हो जाए तो इससे महिला और पुरुष दोनों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में आइए एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज से जानते हैं कि शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी से क्या होता है?
महिलाओं में एस्ट्रोजन की कमी से क्या होता है? - what happens if estrogen is low in female in Hindi?
महिलाओं के शरीर के लिए एस्ट्रोजन एक बहुत ही जरूरी हार्मोन है, जिसकी कमी शरीर को कई तरह से प्रभावित कर सकती है-
- अनियमित पीरियड्स: महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन कम होने पर इसका असर सीधे उनके पीरियड्स पर पड़ता है। इसके कारण अनियमित पीरियड्स, हल्के या भारी पीरियड्स आने की समस्या हो सकती है।
- हॉट फ्लैशेज: मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजन की कमी से हॉट फ्लैशेज की समस्या हो सकती है, जिससे उनके शरीर का तापमान असंतुलित हो सकता है।
- नींद में कमी: शरीर में एस्ट्रोजन की कमी से नींद में समस्या आ सकती है, जिससे महिलाओं में अनिद्रा, थकान, और मांसपेशियों में दर्द की समस्या हो सकती है।
- सेक्स ड्राइव में कमी: महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन की कमी से सेक्स ड्राइव में कमी हो सकती है। इतना ही नहीं, वेजाइना में ड्राईनेस की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में योनि में लुब्रिकेशन न होने के कारण शारीरिक संबंध बनाने के दौरान दर्द हो सकता है।
- मूड स्विंग्स: महिलां के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी से उनके मेंटल हेल्थ पर असर पड़ सकता है। इस कारण महिलाओं में मूड स्विंग्स, डिप्रेशन और माइग्रेन जैसा सिरदर्द हो सकता है।
- स्किन और बालों पर असर: एस्ट्रोजन की कमी न सिर्फ शरीर पर असर पड़ता है, बल्कि ये स्किन और बालों को भी प्रभावित करता है। शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन कम होने पर स्किन ड्राई हो सकती है, और बालों के झड़ने की समस्या बढ़ सकती है, जिससे बाल पतले हो सकते है।
- थकान: एस्ट्रोजन की कमी महिलाओं में थकान का कारण बन सकती है, जिसके कारण उन्हें किसी भी काम में फोकस करने में मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।
- हड्डियों में कमजोरी: एस्ट्रोजन हार्मोन महिलाओं के बोन रीमॉडलिंग में मदद करता है, इसलिए, इसकी कमी से हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है, जो फ्रैक्चर का कारण बन सकता है।
- इनफर्टिलिटी: महिलाओं में एस्ट्रोजन की कमी अगर लंबे समय तक बनी रहे तो ये इनफर्टिलिटी का कारण बन सकती है।

पुरुषों में एस्ट्रोजन की कमी से क्या होता है? - what happens if estrogen is low in males in hindi?
पुरुषों में एस्ट्रोजन हार्मोन बहुत कम मात्रा में होता है, लेकिन उनके शरीर में इसकी कमी से सेहत पर प्रभाव पड़ सकता है, जैसे-
- सेक्स ड्राइव में कमी: पुरुषों में भी एस्ट्रोजन की कमी के कारण सेक्सुअल डिजायर कम हो जाती है। पुरुषों के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन इरेक्शन फंक्शन के लिए जरूरी होती है।
- बेली फैट: पुरुषों के शरीर में हार्मोनल असंतुलन के कारण पेट के आसपास फैट बढ़ने लगता है, जिससे उन्हें मेटाबॉलिक सिंड्रोम की समस्या हो सकती है।
- हड्डियों का कमजोर होना: पुरुषों के शरीर में एस्ट्रोजन की कमी के कारण हड्डियों में कमजोरी और फ्रैक्चर की समस्या हो सकती है।
- थकान: पुरुषों के शरीर में भी एस्ट्रोजन की कमी के कारण मूड में बदलाव हो सकता है और उन्हें बिना किसी काम के थकान महसूस हो सकती है।
निष्कर्ष
एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी महिलाओं और पुरुषों दोनों के स्वास्थ्य को अलग-अलग तरह से प्रभावित करती है। लेकिन, सेहत को बेहतर रखने और इसके लक्षणों को कम करने के लिए जरूरी है कि आप अपने शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ाने उपायों पर फोकस करें और किसी भी तरह की समस्या होने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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FAQ
एस्ट्रोजन बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?
एस्ट्रोजन की कमी को पूरा करने के लिए आप अपनी डाइट में ताजे फल, सब्जियां, फलियां, अलसी के बीज, अनाज और तिल के बीज जैसे खाद्य पदार्थ शामिल कर सकते हैं।पुरुषों में एस्ट्रोजन कैसे बढ़ाएं?
पुरुषों के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन बढ़ाने के लिए जरूरी है कि वे फिजिकल एक्टिविटी पर फोकस करें, और अपनी लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव करें।एस्ट्रोजन कम होने के क्या कारण हैं?
महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन कम होने का सबसे आम कारण मेनोपॉज है। लेकिन, बहुत ज्यादा एक्सरसाइज, खराब डाइट और स्वास्थ्य से जुड़े कई कारण एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी का कारण बन सकते हैं।