Itching In Lower Abdomen During 9th Month Of Pregnancy In Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की दिक्कतें होती हैं। समय के साथ-साथ समस्याओं का रूप बदलता रहता है। जैसे पहली तिमाही में अक्सर महिलाओं को उल्टी, जी-मचलाना, मूड स्विंग होना जैसी दिक्कतें होती रहती हैं। दूसरी तिमाही की बात करें, तो इस दौरान महिलाओं की स्किन में बदलाव, पीठ दर्द और हार्ट बर्न की दिक्कत होने लगती है। वहीं, तीसरी तिमाही की बात करें, तो महिलाओं को सीने में जलन, थकान, कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं। कुछ महिलाएं इन दिनों पेट के निचले हिस्से में खुजली की शिकायत भी करती हैं। पेट के निचले हिस्से में खुजली क्यों होती है और इसका प्रेग्नेंसी से क्या कनेक्शन है? जानें वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से।
प्रेग्नेंसी के नौवें महीने में पेट के निचले हिस्से में खुजली क्यों होती है?- Causes Of Itching In Lower Abdomen During 9th Month Of Pregnancy In Hindi
प्रेग्नेंसी के नौवें महीने में पेट के निचले हिस्से में महिला को खुजली होती है। ऐसा होना सामान्य है। डॉक्टर की मानें, तो ऐसा इसलिए होता है क्योंकि नौवें महीने तक आते-आते गर्भवती महिला की स्किन स्ट्रेच हो जाती है। ऐसे में स्किन ड्राई होने लगती है। ड्राई स्किन को नियमित रूप से मॉइस्चराइज न किया जाए, तो इसकी वजह से इचिंग होने लगती है। इसके अलावा, हार्मोनल बदलाव भी पेट के निचले हिस्से में खुजली का कारण बनते हैं। दरअसल, हार्मोनल बदलाव के कारण प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में महिलाओं की स्किन बहुत ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है, जिसे स्किन में इचिंग की दिक्कत होने लगती है। विशेषज्ञ यह भी बताते हैं कि अगर किसी महिला को स्किन से जुड़ी परेशानी पहले से ही रही है, तो ऐसे में नौवें महीने में इचिंग की प्रॉब्लम ट्रिगर हो सकती है।
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प्रेग्नेंसी के नौवें महीने में पेट के निचले हिस्से में खुजली ठीक करने के उपाय- Tips To Deal With Itching In Lower Abdomen During 9th Month Of Pregnancy In Hindi
स्किन को मॉइस्चराइज करेंः प्रेग्नेंसी के नौवें महीने में पेट के निचले हिस्से में खुजली होने पर जरूरी है कि स्किन की नमी को बनाए रखें। इसके लिए नियमित रूप से पेट के निचले हिस्से को मॉइस्चराइज करके रखें। एक्सपर्ट की मदद से अपने स्किन को सूट करने वाला मॉइस्चराइजर खरीदें। उसे हल्के हाथों से पेट के निचले हिस्से में लगाएं। इचिंग की समस्या में कमी आने लगेगी।
खुद को हाइड्रेट रखेंः स्किन में नमी बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। ध्यान रखें कि आप जितना ज्यादा पानी पिएंगे, स्किन उतनी ज्यादा हाइड्रेटेड रहेगी। हाइड्रेटेड स्किन में इचिंग कम होती है।
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सावधानीपूर्वक खुजली करेंः अगर खुजली बहुत ज्यादा हो और कंट्रोल करना मुश्किल हो, तो ऐसे में हल्के हाथों से इचिंग करें। स्क्रैच न करें। इससे स्किन डैमेज हो सकती है। इसके अलावा, इचिंग ज्यादा होने पर गुनगुने पानी से नहाने से भी बचना चाहिए।
नेचुरल तरीके अपनाएंः प्रेग्नेंसी के नौवें महीने में पेट के निचले हिस्से में काफी ज्यादा इचिंग हो, तो आप नेचुरल उपाय अपना सकते हैं। इसके लिए नारियल तेल, बादाम तेल आदि का उपयोग पेट के निचले हिस्से में करें। इससे स्किन की ड्राईनेस दूर होती है और इचिंग भी कम होती है। यही नहीं, नियमित रूप से तेल का उपयोग करने से स्किन मॉइस्चर भी रहती है।
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