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महिलाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

खानपान की गलत आदतें कोलेस्ट्रॉल और हार्ट से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। आगे जानते हैं कि महिलाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज के क्या कारण हो सकते हैं?
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महिलाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग के क्या कारण हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें


कई वर्षों पहले कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज को केवल पुरुषों से ही जोड़कर देखा जाता है। लेकिन, समय के साथ लोगों की जागरूकता के साथ ही उनकी लाइफस्टाइल में भी बढ़े बदलाव आए हैं। आज के दौर में खानपान की अनियमित आदतें, बढ़ता तनाव और पर्याप्त नींद न लेने की वजह से महिलाएं और पुरुष दोनों ही कई तरह के रोगों का शिकार होने लगे हैं। खानपान और लाइफस्टाइल की आदतों में बदलाव के कारण हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज की समस्याएं बेहद आम हो चली हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि खासकर महिलाएं घर और ऑफिस के काम की टेंशन के चलले खानपान पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। ऐसे में भूख को शांत करने के लिए महिलाएं कहीं भी कुछ अनहेल्दी खाने में ज्यादा सोच विचार नहीं करती हैं। यह आदतें उनके कोलेस्ट्रॉल के स्तर और हार्ट से जुड़ी समस्याओं के स्तर को बढ़ाने में मदद करती हैं। ऐसे में इसके बढ़ने के कारणों को पता लगने पर आप उनसे बचाव कर सकते हैं। इस लेख में एएचएनएम अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी डॉ. ब्रजेश कुंवर से जानते हैं कि महिलाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल क्यों बढ़ता है, यह कैसे दिल की बीमारियों का कारण बनता है, और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है।

महिलाओं में हाई कोलेस्ट्रॉल के मुख्य कारण - Causes of High cholesterol In Female In Hindi

कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का फैट (Lipid) होता है जो शरीर के लिए जरूरी है। यह हार्मोन, कोशिकाओं और विटामिन D के निर्माण में मदद करता है। लेकिन जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत ज्यादा हो जाता है, खासकर LDL (Low-Density Lipoprotein), तो यह धमनियों में जमने लगता है और रक्त प्रवाह को बाधित करता है। यही स्थिति हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बनती है। आगे जानते हैं कि इसके कुछ मुख्य कारणों के बारे में।

हार्मोनल बदलाव

महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन (Estrogen) नामक हार्मोन HDL (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाने और LDL (बुरे कोलेस्ट्रॉल) को कम करने में मदद करता है। लेकिन मेनोपॉज (Menopause) के बाद एस्ट्रोजन का स्तर गिरता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल का संतुलन बिगड़ जाता है।

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अनियमित खानपान

फास्ट फूड, डीप फ्राई आइटम्स, प्रोसेस्ड फूड और ट्रांस फैट से भरपूर चीजें खाने से कोलेस्ट्रॉल तेजी से बढ़ता है। महिलाओं में डाइटिंग और खाने के अनियमित पैटर्न भी इसका एक बड़ा कारण है।

शारीरिक रूप से कम सक्रिय रहना

अगर महिलाएं शारीरिक गतिविधियां जैसे योगा, वॉकिंग, जिम या एक्सरसाइज नहीं करतीं, तो शरीर में फैट जमा होने लगता है और HDL कम हो जाता है।

मोटापा और पेट की चर्बी

पेट के आसपास जमा फैट, जिसे विसरल फैट कहते हैं, वह सीधे कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोगों का जोखिम बढ़ाता है। महिलाओं में थायरॉयड और पीसीओएस जैसी स्थितियों के कारण वजन तेजी से बढ़ सकता है।

तनाव और नींद की कमी

लंबे समय तक तनाव रहने से शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन बनता है, जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। साथ ही नींद की कमी भी शरीर के मेटाबॉलिज्म को बिगाड़ती है।

महिलाओं में हृदय रोग के लक्षण - Symptoms Of Heart Problem in Female In Hindi

महिलाओं में हार्ट डिजीज के लक्षण अक्सर पुरुषों से अलग होते हैं और इन्हें लोग नजरअंदाज कर देते हैं।

  • सीने में जलन या दबाव
  • थकान और कमजोरी
  • सांस फूलना
  • जी मिचलाना या उल्टी जैसा महसूस होना
  • पीठ, गर्दन, जबड़े या पेट में दर्द
  • हाथों में भारीपन, आदि।

हृदय रोग से जुड़ा कोलेस्ट्रॉल का संबंध - Connection Between High Cholesterol And Heart Problems In Hindi

जब शरीर में LDL ज्यादा और HDL कम हो जाता है, तो धमनियों में प्लाक (Plaque) जमा होने लगता है। यह प्लाक धीरे-धीरे ब्लॉकेज बनाता है और हृदय तक खून का प्रवाह कम कर देता है। इससे एंजाइना (Angina), हार्ट अटैक या स्ट्रोक होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

बचाव के उपाय और हेल्दी आदतें - Prevention Tips To Reduce Cholesterol in Hindi

  • ओमेगा-3 से भरपूर फूड (जैसे अलसी, अखरोट, मछली) खाएं
  • रिफाइंड शुगर और ट्रांस फैट से बचें
  • फाइबर युक्त फल और सब्जियां खाएं
  • नियमित रूप से गुनगुना पानी पिएं
  • हर दिन कम से कम 30 मिनट तेज चलना, योगा या हल्की जिमिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
  • ध्यान, प्राणायाम और पर्याप्त नींद आपके मानसिक तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  • खासकर 35 की उम्र के बाद, हर साल कोलेस्ट्रॉल और हार्ट की जांच जरूर कराएं।

इसे भी पढ़ें: महिलाओं में क्यों अधिक होती है थायरॉइड की समस्या, डॉक्टर से जानें इसे मैनेज करने का तरीका

हाई कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज महिलाओं के लिए एक गंभीर खतरा बनते जा रहे हैं, लेकिन थोड़ी सी जागरूकता और सही जीवनशैली अपनाकर इसे रोका जा सकता है। संतुलित खानपान, नियमित व्यायाम और समय-समय पर जांच से न केवल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखा जा सकता है बल्कि दिल को भी लंबे समय तक स्वस्थ रखा जा सकता है।

FAQ

  • महिलाओं को शुगर क्यों होता है?

    आनुवंशिक कारण, मोटापा, शारीरिक निष्क्रियता, और कुछ दवाएं, जैसे स्टेरॉयड और कुछ मनोरोग दवाएं, ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकती हैं। इनके अलावा, महिलाओं में गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति या पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव से भी शुगर होने का खतरा बढ़ सकता है।
  • महिलाओं में पथरी के लक्षण क्या होते हैं?

    महिलाओं में पथरी के सामान्य लक्षणों में पेट के निचले हिस्से, बगल या पीठ में तेज दर्द, पेशाब में रक्त, पेशाब करते समय दर्द या जलन, बार-बार पेशाब आना, और मतली या उल्टी शामिल होते हैं। 
  • महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण क्या होते हैं?

    महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षणों में लगातार उदासी, रोने की इच्छा, आत्मग्लानि, आत्मविश्वास की कमी, चिड़चिड़ापन, अकेलापन और जीवन के प्रति उदासीनता शामिल हैं।

 

 

 

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  • Current Version

  • Oct 20, 2025 17:10 IST

    Published By : Vikas Arya