What Are The Side Effects Of Doing Incorrect CPR in Hindi: सीपीआर या कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन, एक ऐसी प्रक्रिया है, जो किसी की लाइफ को बचाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। यह प्रक्रिया तब की जाती है, जब किसी व्यक्ति के दिल की धड़कन किसी भी कारण रुक जाती है। कार्डियक अरेस्ट के बाद अक्सर मरीज को सीपीआर देने से उसे बचने की संभावना काफी बढ़ जाती है। आपने कई बार सोशल मीडिया पर वीडियो देखा होगा कि मार्केट में किसी व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट आने पर कोई दूसरा व्यक्ति उसे CPR देकर बचाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन क्या आपको पता है कि सही CPR जहां मरीज की जान बचा सकता है, वहीं गलत CPR किसी व्यक्ति की जान का जोखिम भी बन सकता है। ऐसे में आइए एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज से जानते हैं कि गलत CPR के क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
गलत सीपीआर करने के क्या नुकसान हैं? - What Are The Side Effects Of Doing Wrong CPR in Hindi?
सही तरीके से किया गया CPR किसी की जान बचा सकता है। लेकिन, अगर CPR गलत तरीके से किया जाए तो इससे व्यक्ति की जान का खतरा और अन्य कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे-
1. पसलियों का टूटना
CPR के दौरान गलत दबाव की तकनीक या जरूरत से ज्यादा जोर से छाती पर दबाने पड़ने से व्यक्ति की पसलियां टूट सकती हैं। बुजुर्गों और हड्डियों से जुड़ें बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों में यह खतरा और बढ़ जाता है। गलत CPR करने से टूटी हुई पसलियां तेज दर्द, सांस लेने में तकलीफ और अंदरूनी चोटों का कारण बन सकती हैं।
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2. फेफड़ों को नुकसान
CPR के दौरान ज्यादा जोर लगाने से पसलियां टूटकर फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकती हैं, जिससे 'प्नेयुमोथोरेक्स' (Pneumothorax) नाम की स्थिति पैदा हो सकती है। इसमें फेफड़े से हवा बाहर निकलकर सीने में भर जाती है, जो व्यक्ति के लिए जानलेवा हो सकती है।
3. दिल और आंतरिक अंगों को चोट पहुंचना
CPR के दौरान गलत स्थान पर या ज्यादा दबाव से दिल, लिवर, और तिल्ली जैसे आंगों को चोट पहुंच सकती है। इससे इंटरनल ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है, जो स्थिति को और ज्यादा गंभीर बना सकता है।
4. रीढ़ की हड्डी को नुकसान
CPR के दौरान अगर गर्दन या सिर को ठीक से स्थिर नहीं किया गया, और CPR के दौरान झटका या अनियंत्रित मूवमेंट हुआ तो रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंच सकता है। खासतौर पर उन व्यक्तियों में जिन्हें पहले से गर्दन या रीढ़ से जुड़ी समस्या होने का जोखिम ज्यादा है।
5. पेट में चोट
CPR के दौरान छाती की जगह पेट पर गलत तरीके से दबाव डालने से पेट के अंग जैसे लिवर, आंत या अन्य हिस्सों को चोट पहुंच सकती है। इससे इंटरनल ब्लीडिंग हो सकती है, जो व्यक्ति के लिए जानलेवा भी हो सकता है।
6. उल्टी और सांस लेने में समस्या
गलत तरीके से CPR देने पर मरीज उल्टी भी कर सकता है। अगर उल्टी सांस की नली में चली जाए तो यह सांस रुकने का कारण भी बन सकता है और पीड़ित की स्थिति और ज्यादा बिगड़ सकती है।
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7. स्किन और टिशू को नुकसान
CPR के दौरान अगर हाथों का स्थान सही न हो या ज्यादा दबाव पड़ रहा हो तो स्किन पर घाव या टिशू के डैमेज होने की संभावना बढ़ सकती है, जिससे इंफेक्शन का जोखिम बढ़ जाता है।
CPR गलत होने का क्या कारण है? - How Can CPR Go Wrong in Hindi?
- सही ट्रेनिंग की कमी
- सही तकनीक या सही स्थान (हैंड पोजिशनिंग) की जानकारी न होना
- जरूरत से ज्यादा जोर लगाना या गलत दबाव डालना
निष्कर्ष
गलत CPR करने से न सिर्फ व्यक्ति के सेहत को नुकसान पहुंच सकता है, बल्कि ये उसके जान जाने का कारण भी बन सकता है। इसलिए, अगर किसी व्यक्ति को सही CPR नहीं आता है तो उसे ऐसा करने से बचना चाहिए।
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FAQ
सीपीआर कितनी बार देना चाहिए?
सीपीआर देने की प्रक्रिया बच्चों और बड़ों में अलग-अलग होती है। बड़ों को 1 मिनट में 100 से 120 दबाव दिए जाते हैं, बच्चों को भी इतना ही दबाव दिया जाता है, लेकिन दबाव हल्का होता है।सीपीआर का सही क्रम क्या है?
CPR देने के लिए सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि आप और मरीज दोनों सुरक्षित हैं। इसके बाद मरीज की स्थिति की जांच करें। फिर अगर मरीज को दिल का दौरा पड़ा है या सांस लेने में तकलीप है तो आप सीपीआर शुरू करें। CPR देने के लिए 30 बार छाती पर दबाव दें, उसके बाद मुंह से मुंह में 2 लंबी-लंबी सांसें दें। हर सांस 1 सेंकेड तक होनी चाहिए।मरीज को सीपीआर कब देना चाहिए?
जब मरीज को दिल का दौरा पड़ा हो, सांस रूक गई हो या मरीज को बिल्कुल होश न हो या फिर दिल की धड़कन धड़कना बंद कर दें तो उसे CPR देना चाहिए।