Common Mistakes to Avoid for Your Baby Spine Health: घर में बच्चे की किलकारी गूंजते ही परिवार का हर सदस्य उसे छूना चाहता है, प्यार करना चाहता है, गोद में उठाकर उसे बाहर की दुनिया दिखाना चाहता है और सबकी खुशी के लिए एक मां ये सब होने देती है। लेकिन एक नवजात शिशु को किस तरह से उठाना चाहिए, ज्यादातर लोग इस बात से अनजान होते हैं। वो एक बड़े बच्चे की तरह की नवजात शिशु को भी गोद में उठा देते हैं। आपने देखा होगा जब बच्चा जन्म लेता है, तो उसकी गर्दन बहुत ज्यादा हिलती है। अगर नवजात शिशु की गर्दन को पीछे से सहारा न दिया जाए, तो वह नीचे की ओर लुढ़कने लगती है। हो सकता है कुछ पलों के लिए नई मां को इस बात का एहसास न हो, लेकिन आगे चलकर ये छोटी सी गलती आपके शिशु की रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचा सकती है।
अगर आपके घर में हालही में कोई बच्चा आया है, तो आज इस लेख के माध्यम से हम आपको 4 ऐसी गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आपको करने से बचना चाहिए। ये गलतियां भविष्य में शिशु की रीढ़ की हड्डी को कमजोर बनाकर नुकसान पहुंचा सकती है। इस विषय पर लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरूण आनंद ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। आइए जानते हैं इन गलतियों के बारे में...
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शिशु की रीढ़ की हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकती हैं ये 4 गलतियां | Common Mistakes to Avoid for Your Baby Spine Health in hindi
डॉ. तरूण आनंद का कहना है कि जन्म के कुछ महीनों तक शिशु के रीढ़ की हड्डी काफी कमजोर होती है। इसलिए इस समय बच्चे को गोद में उठाने और पकड़ने में काफी सावधानियां बरतनी चाहिए। जन्म के 2 महीने तक शिशु को उठाने और पकड़ने में की जाने वाली गलतियों के ही उनकी रीढ़ की हड्डी कमजोर हो जाती है।
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1. बच्चे को झुकी हुई स्थिति में पकड़ना
डॉ. तरूण आनंद के अनुसार, जन्म के लगभग 2 महीने के बाद शिशु अपनी गर्दन को संभालना शुरू करता है। इस समय से पहले अपने बच्चे को पकड़ते समय, सुनिश्चित करें कि उनकी पीठ सीधी हो और उसे पीछे से आपका सपोर्ट मिल रहा है। नवजात शिशु को मुड़ी हुई या झुकी हुई स्थिति में पकड़ने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे उनकी रीढ़ पर दबाव पड़ता है और वह कमजोर हो सकती है।
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2. सिर को ठीक से सहारा न देना
जन्म के तुरंत बाद गोद में उठाते वक्त अगर शिशु की गर्दन को सहारा न दिया जाए, तो यह भी रीढ़ की हड्डी की कमजोरी का कारण बन सकता है। ध्यान रहे कि आपके शिशु की गर्दन की मांसपेशियां और हड्डियां अभी विकसित हो रही हैं। शिशु की रीढ़ की हड्डी पर तनाव को रोकने के लिए उठाते या कहीं ले जाते समय हमेशा सिर और गर्दन को उचित सहारा दें।
3. कपड़े में लपेटकर रखना
कई बार बच्चों के पैरों को सीधा करने के लिए कपड़ों में टाइट लपेटकर रखते हैं, लेकिन लंबे समय तक शिशु के पैरों को टाइट बांधकर रखने से भी रीढ़ की हड्डी कमजोर पड़ जाती है। डॉ. तरूण आनंद का कहना है कि जन्म के बाद बच्चों के पैरों को प्राकृतिक "मेंढक जैसी" स्थिति में हिलने-डुलने के लिए खुला ही छोड़ना चाहिए।
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4. बच्चे को एक कूल्हे पर उठाना
अपने बच्चे को एक कूल्हे पर उठाना स्वाभाविक लग सकता है, लेकिन यह आपके बच्चे और आपकी रीढ़ को गलत दिशा में ले जा सकता है। इसलिए बच्चे को हमेशा दोनों कूल्हों के सपोर्ट से ही उठाने की कोशिश करें।
उम्मीद करते हैं इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप बच्चे को उठाने में गलतियां करने से बचेंगे और उन्हें रीढ़ की हड्डी की समस्या नहीं होने देंगे।
Image Credit: Freepik.com