What Are The Risk Factors For Having An Eye Stroke In Hindi: आई स्ट्रोक का मतलब होता है जब कोई चीज रेटिना तक खून पहुंचाने वाली आर्टरी यानी धमनी को ब्लॉक कर देती है। इस स्थिति को हम रेटिनल आर्टरी ऑक्लूजन के नाम से जानते हैं। ऑक्लूजन का शाब्दिक अर्थ होता है, रुकावट। ध्यान रखें कि धमनियों के ब्लॉक होने की मुख्य वजह ब्लड क्लॉटिंग है। आपको बता दें कि रेटिना आंख का वह हिस्सा है, जो लाइट की मदद से चीजों को देखरने में मदद करता है। इसका संपर्क सीधे हमारे मस्तिष्क से होता है। आई स्ट्रोक इमर्जेंसी का कारण बनती है। इस स्थिति से बचाव बहुत जरूरी है। यह आंखों को किसी भी अन्य बीमारी की तुलना में अधिक नुकसान पहुंचाता है। यहां हम आपको ता रहे हैं कि आई स्ट्रोक से किस तरह के जोखिम कारक जुड़े हुए हैं। इन्हें जानकर आप समय पर अपना बचाव कर सकते हैं। इस बारे में हमने आईक्यू अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अजय शर्मा से बात की।
आई स्ट्रोक का खतरा बढ़ाते जोखिम कारक- Risk Factors For Having An Eye Stroke In Hindi
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि आई स्ट्रोक का खतरा जो रिस्क फैक्टर्स बढ़ाते हैं, वे स्ट्रोक का कारण भी बनते हैं। इसलिए, समय पर इनसे बचाव आवश्यक है।
हाई ब्लड प्रेशर- High Blood Pressure In Hindi
आई स्ट्रोक का खतरा हाई ब्लड प्रेशर के कारण भी बढ़ता है। जैसा कि आप यह जानते होंगे हाई ब्लड प्रेशर होने पर ब्लड वेसल्स क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। ऐसा ही रेटिना की ब्लड वेसल्स के साथ भी होता है। ऐसा होने पर ब्लड फ्लो पर बुरा असर पड़ने लगता है। यह ऑप्टिक नर्व को भी डैमेज करता है। ऑप्टिक नर्व का मतलब है कि आंखों के जरिए मस्तिष्क तक दृश्य जानकारी पहुंचाने वाली नसें। ऑप्टिक नर्व को डैमेज होने पर ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है, ऑक्सीजन सप्लाई रुकती है और रेटिना तक पर्याप्त पोषक तत्व भी नहीं पहुंचते हैं। इससे नर्व टिश्यूज पूरी तरह बर्बाद हो सकती हैं और आंखों की रोशनी पूरी तरह जा सकती है।
इसे भी पढ़ें: Eye Stroke: आई स्ट्रोक क्या है? डॉक्टर से जानें इसके कारण और लक्षण
हाई कोलेस्ट्रॉल- High Cholestrol In Hindi
आई स्ट्रोक का खतरा हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण भी बढ़ता है। हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर भी धमनियां ब्लॉक हो जाती हैं, जिस वजह से रेटिना तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हो पाती है। आपको बात दें कि कोलेस्ट्रॉल की वजह से आर्टरीज या वेन्स में प्लाक जम जाता है। अगर किसी वजह से ये प्लाक आर्टरीज में रहते हुए टूट जाती हैं, तो इसके छोटे टुकड़े आंखों तक पहुंच सकते हैं। ब्लड फ्लो में रुकावट आ जाती है और आंखों के टिश्यूज डैमेज हो जाते हैं।
इसे भी पढ़ें: स्ट्रोक के बाद बढ़ सकता है आंखों से जुड़ी इन समस्याओं का जोखिम, जानें कैसे करें बचाव
कोरोनरी आर्टरी डिजीज- Coronary Artery Disease In Hindi
कोरोनारी आर्टरी डिजीज भी आई स्ट्रोक का एक जोखिम है। वास्तव में, अगर किसी का कोरोनरी आर्टरी डिजीज का इतिहास है, तो इसके होने की आशंका बढ़ जाती है। असल में, कोरोनरी आर्टरी डिजीज भी बॉडी में ब्लड फ्लो में रुकावट पैदा करता है, जिससे कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। इसी तरह, आंखों में भी ब्लड फ्लो बाधित होता है और कोई भी जरूरी पोषक तत्व आंखों को पर्याप्त मात्रा में नहीं मिलता है। यह स्थिति आई स्ट्रोक का कारण बन सकती है।
All Image Credit: Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version