आज की तेज रफ्तार जिंदगी, भागदौड़ भरी दिनचर्या और बिगड़ती लाइफस्टाइल का असर केवल मानसिक स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी गहराई से पड़ रहा है। दिनभर की थकान, तनाव, अनहेल्दी खानपान और शरीर की देखभाल की कमी, धीरे-धीरे कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देती है। इन्हीं में से एक आम लेकिन नजरअंदाज की जाने वाली समस्या है शरीर से आने वाली दुर्गंध। कई बार ऐसा देखा गया है कि कुछ लोगों के शरीर से दिन के किसी भी समय पर तेज बदबू आने लगती है, चाहे वह सुबह का समय हो या ऑफिस के बाद की थकान भरी शाम। यह दुर्गंध व्यक्ति के आत्मविश्वास को भी प्रभावित करती है। इस लेख में पीजीआई रोहतक में अपनी सेवाएं दे रहे डॉक्टर विनय सांगवान (Dr Vinay Sangwan, Medical officer) से जानिए, शरीर से बहुत ज्यादा बदबू क्यों आती है?
शरीर की दुर्गंध के कारण - What Are The Causes Of Body Odour
1. हार्मोन्स में बदलाव
हमारे शरीर में हार्मोन्स का संतुलन कई शारीरिक क्रियाओं को कंट्रोल करता है। किशोरावस्था, प्रेग्नेंसी, पीरियड्स और मेनोपॉज जैसे समयों में हार्मोनल बदलाव आम होते हैं और यह परिवर्तन सीधे पसीने की ग्रंथियों को प्रभावित कर सकते हैं। जब ये ग्रंथियां एक्टिव होती हैं, तो शरीर एक प्रकार का गाढ़ा पसीना छोड़ता है, जो त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया के संपर्क में आकर दुर्गंध पैदा करता है। इसलिए, यदि आपको अचानक या बार-बार दुर्गंध की समस्या हो रही है, तो यह आपके हार्मोनल असंतुलन का संकेत हो सकता है।
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2. पसीना
पसीना आना शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया है, जिससे शरीर का तापमान कंट्रोल रहता है। लेकिन जब ज्यादा पसीना आता है और वह लंबे समय तक स्किन पर बना रहता है, तो यह दुर्गंध का कारण बनता है। पसीना खुद में कोई दुर्गंध नहीं करता, लेकिन जब यह त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया से मिलता है, तो केमिकल रिएक्शन के कारण दुर्गंध पैदा होती है। ऐसे लोगों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है, जैसे बार-बार नहाना और सांस लेने वाले कपड़े पहनना। जिन लोगों को पसीना ज्यादा आता है उन्हें गर्मियों में कॉटन के कपड़े पहनने चाहिए।
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3. तनाव
क्या आपने कभी नोटिस किया है कि जब आप बहुत टेंशन में होते हैं, तो आपके शरीर से ज्यादा गंध आती है? यह कोई संयोग नहीं है। तनाव के समय शरीर स्ट्रेस हार्मोन्स छोड़ता है, जो ग्रंथियों को एक्टिव करता है और पसीने की मात्रा को बढ़ा देता है। तनाव का पसीना सामान्य पसीने से अलग होता है और यह अधिक गाढ़ा और प्रोटीन युक्त होता है, जो बैक्टीरिया के लिए अनुकूल वातावरण बनाता है। इससे दुर्गंध की समस्या और भी बढ़ जाती है। इस कारण से, मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी शरीर की दुर्गंध को कंट्रोल करने के लिए जरूरी हो जाता है।
4. गलत कपड़े
कपड़ों का चुनाव भी शरीर की दुर्गंध पर बड़ा प्रभाव डालता है। सिंथेटिक और टाइट कपड़े जैसे नायलॉन या पॉलिएस्टर हवा को पास नहीं होने देते, जिससे त्वचा की नमी बढ़ जाती है और बैक्टीरिया को पनपने का मौका मिलता है। इसके विपरीत, कॉटन और लिनन जैसे नेचुरल रेशे त्वचा को सांस लेने देते हैं और पसीने को जल्दी सुखा देते हैं। टाइट कपड़ों की जगह ढीले और हल्के कपड़े पहनना, खासकर गर्मियों में, शरीर की दुर्गंध को काफी हद तक कम कर सकता है। इसके अलावा, नियमित रूप से कपड़े धोना और अंडरगारमेंट्स को रोज बदलना भी जरूरी है।
निष्कर्ष
शरीर की दुर्गंध कोई मामूली समस्या नहीं है। यह आपके शरीर की आंतरिक स्थिति का संकेत भी हो सकती है। हार्मोनल बदलाव, अत्यधिक पसीना, मानसिक तनाव और गलत कपड़ों का चयन ये चार कारण दुर्गंध को जन्म देते हैं। यदि आप इन बातों का ध्यान रखें, तो आप शरीर से आने वाली दुर्गंध से बच सकते हैं।
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FAQ
दुर्गंध किस बीमारी से होती है?
दुर्गंध आमतौर पर पाचन संबंधी गड़बड़ी, हार्मोनल इंबैलेंस और तनाव के कारण हो सकती है।शरीर से दुर्गंध कैसे दूर करें?
शरीर से दुर्गंध दूर करने के लिए नियमित सफाई, नीम या तुलसी से नहाना और बैलेंस डाइट लेना फायदेमंद होता है।बगल के पसीने को कैसे रोकें?
बगल के पसीने को रोकने के लिए कॉटन के ढीले कपड़े पहनें और साफ-सफाई का ध्यान रखें।