ओनलीमायहेल्थ आपके लिए लेकर आया है एक स्पेशल सीरीज जिसका नाम है ‘फैट टु फिट’। इस सीरीज में आज हम आपको वृषाली तायडे की कहानी बताएंगे। वृषाली पेशे से एंकर और फिटनेस ट्रेनर हैं। इन्होंने अब तक 500 से भी ज्यादा लोगों को वेट लॉस करने में मदद की है। दो बच्चों की मां होने के नाते वृषाली खुद पर गर्व महसूस करती हैं। लेकिन खुद उनकी जिंदगी इतनी आसान नहीं थी। जब वो छोटी थीं तो लोग उनकी तुलना दूसरों से करते थे। वृषाली ने बताया कि, ''अपनी बहन से छोटी हूं, लेकिन मुझे देखकर सब मेरी बहन से मुझे कंपेयर करते थे। अक्सर मुझे देखकर वो ताना कसते थे कि क्या मैं बड़ी हूं क्योंकि मैं उम्र में ज्यादा बड़ी नजर आ रही हूं।'' बचपन के ताने और प्रेगनेंसी के बाद होने वाली समस्याओं को देखते हुए उन्होंने वेट लॉस जर्नी की शुरुआत की। पहले वृषाली वजन 89 किलो था। खुद को फिट बनाकर उन्होंने 38 किलो वजन घटाया और 51 किलो वजन पर खुद को कंसिसटेंट रखा। जानते हैं वृषाली की कहानी।
बचपन में वजन को लेकर मजाक बना
वृषाली ने बताया, ''मैं बचपन से ही मोटापे का शिकार थी। सब्जी को जरूरत से ज्यादा मात्रा खा लेती थी। मेरी प्लेट चावल से भरी होती थी। इन सब गलतियों का नतीजा ये हुआ कि 10वी क्लॉस में आते-आते मेरा वजन 70 किलो हो गया था। वजन ज्यादा होने के कारण मुझे शारीरिक समस्याएं होती थीं। जिन एक्टिविटीज को बाकि बच्चे आसानी से कर लेते थे, उनमें मुझे परेशानी होती थी। स्कूल में कबड्डी खेलना हो, या कसरत करनी हो, मैं हमेशा पीछे रहती थी। बाकि लड़कियां स्कॉव्ट्स या लंजेस आसानी से कर लेती थीं। लेकिन मुझसे नीचे बैठा भी नहीं जाता था। वजन बढ़ने के साथ मेरी त्वचा की रंगत भी खोने लगी थी। सब लोग मेरे लुक्स को लेकर मुझे बुरा महसूस करवाते थे।''
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टीएनएज में डिप्रेशन हुआ
वृषाली ने बताया, ''टीएनज में मुझे डिप्रेशन हो गया था। ये वो समय होता है जब आपको कोई प्यार से समझाने या बात करने वाला चाहिए होता है। लेकिन मेरे आसपास के सभी लोग केवल लुक्स के आधार पर मेरा आंकलन कर लेते थे। उस उम्र में शरीर हार्मोनल बदलावों से गुजर रहा होता है। किसी भी बच्चे के लिए ये किसी मानसिक प्रताड़ना से कम नहीं है।''
खुद से नफरत हो गई थी
वृषाली ने बताया, ''वजन बढ़ने के कारण खुद से नफरत हो गई थी। मुझे अपने बाल, खुद से जुड़ी कोई बात अच्छी नहीं लगती थी। मैं सब कुछ करने की कोशिश करती थी जिससे मेरा वजन कम हो सके। कभी-कभी मैं बिना पानी के भी रहती थी। ये सोचती थी कि शायद ऐसा करने से मेरा वजन कम हो जाए। कसरत करने से थोड़ा बहुत वजन कम हुआ लेकिन कुछ खास फर्क नहीं पड़ा।''
दूसरी प्रेगनेंसी के बाद 89 किलो वजन था
वृषाली ने बताया, ''मेरे लिए सबसे मुश्किल समय था जब मैं अपनी दूसरी प्रेगनेंसी के दौरान वेट गेन से जूझ रही थी। डिलीवरी के बाद मेरा वजन 89 किलो हो गया था। पहले मुझे लगा वजन कुछ महीनों में कम हो जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।''
30 मिनट कसरत से की शुरुआत
वृषाली ने बताया, ''मैंने तय किया कि अब मुझे वजन कम करने के लिए खुद को समय देना होगा। पहला बदलाव मैंने ये किया कि खुद को समय देने के लिए सुबह वक्त निकाला। मैं अपने समय से थोड़ा पहले उठने लगी। पहले मैंने 30 मिनट दिए, फिर 45 और 60 मिनट। धीरे-धीरे मैंने कसरत का अंतराल बढ़ाना शुरु किया। एक साल में मेरा वजन 89 से 60 हो गया था।''
वेट लॉस के दौरान गलती भी की
वृषाली ने बताया, ''मुझे किसी ने बताया कि कीटो डाइट लेना चाहिए। लेकिन कीटो डाइट लेने से मसल्स लॉस की समस्या हुई। मैं ज्यादा पतली नजर आने लगी थी। कीटो डाइट, आपको बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए। हर किसी का शरीर अलग होता है, बिना पूरी जानकारी लिए किसी डाइट को फॉलो न करें। ये मेरी गलती थी जिसे आप न दोहराएं। कीटो डाइट के कारण मेरे शरीर की ऊर्जा कम हो गई थी। मैं थोड़ा सा चलकर थक जाती थी।''
साइज M से XS पर आई
वृषाली ने बताया, ''पहले मैं जो जीन्स पहनती थी वो 38 साइज की थी। अब मैं 26 साइज की जीन्स पहनती हूं और वो भी ढीली है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं स्विम सूट पहन पाऊंगी। जब मैं छोटी थी, तो मुझे ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेने का शौक था। शादी के बाद मैंने ब्यूटी कॉन्टेस्ट में पार्ट लिया। पहली रनरअप बनी। ये मौका खास था।''
वृषाली की मानें, तो वजन कम करने के लिए आपको 2 C और 2 D को फॉलो करने की जरूरत है। वो है कंसिसटेंसी, कमिटमेंट, डेडिकेशन और डिसीप्लिन।