Weak Eyesight Symptoms: आंखें शरीर का सबसे जरूरी अंग हैं। दुनिया की खूबसूरती आंखों से ही देखी जा सकती है। खानपान और लाइफस्टाइल में गड़बड़ी के कारण एक उम्र के बाद आपको आंखों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आमतौर पर आंखों की नजर कमजोर होने की समस्या 60 साल की उम्र के बाद देखी जाती थी, लेकिन आज के समय में खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गड़बड़ी के कारण यह समस्या कम उम्र में भी आम हो गयी है। डिजिटल डिवाइस का ज्यादा इस्तेमाल भी आंखों की रोशनी को कमजोर कर रहा है। आंखों से जुड़ी समस्याओं के लक्षण सही समय पर समझ लेने में ही भलाई है। शुरुआती स्टेज में आंखों से जुड़ी समस्याओं को पहचानकर सही कदम उठाने से आप गंभीर रूप से इसका शिकार होने से बच सकते हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं आंखों के कमजोर होने के शुरुआती संकेत के बारे में और इससे बचाव के टिप्स।
आंखों के कमजोर होने के लक्षण- Weak Eyesight Symptoms in Hindi
आमतौर पर पढ़ने-लिखने में दिक्कत होने या अखबार पढ़ते समय अक्षरों को सही ढंग से नहीं पढ़ पाने को आंखों की रोशनी कमजोर होने का लक्षण माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनके अलावा आंखों में गड़बड़ी होने के शुरूआती स्टेज में भी कई लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को सही समय पर पहचानकर उचित इलाज लेने और डाइट व लाइफस्टाइल में बदलाव करने से आप गंभीर रूप से शिकार होने से बच सकते हैं। सीतापुर आंख अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. धर्मेंद्र सिंह कहते हैं, "आंखों की रोशनी कमजोर होने में समय लगता है, यह समस्या अचानक नहीं होती है। खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गड़बड़ी के कारण कम उम्र में भी यह समस्या हो सकती है।" इसके शुरुआती स्टेज के लक्षणों को पहचानकर जरूरी कदम उठाने से आप आंखों को कमजोर होने से रोक सकते हैं।
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आंखों के कमजोर होने के कुछ शुरुआती लक्षण इस तरह से हैं-
1. टीवी और फोन पर लिखी चीजों को पढ़ने में दिक्कत
आज के समय मोबाइल फोन और टीवी का इस्तेमाल हर कोई करता है। आंखों की नजर कमजोर होने पर आपको टीवी में लिखी चीजों को पढ़ने में दिक्कत आ सकती है। अगर आपको भी टीवी या फोन की स्क्रीन पर दिख रही चीजों को पढ़ते समय आंखों पर जोर देना पड़ रहा है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
2. आंखों से लगातार पानी आना
वैसे तो आंखों से पानी आने की समस्या के कई कारण होते हैं लेकिन अगर आपको लंबे समय से इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो यह आंखों के कमजोर होने का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में आपको बिना देर किये डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
3. धुंधला दिखना या फोकस करने में दिक्कत
अगर आपको किसी चीज पर फोकस करने में दिक्कत या दूर से धुंधला दिखने की समस्या हो रही है, तो इसे कमजोर आंखों का लक्षण समझना चाहिए। कई बार आपका पूरा विजन ब्लर हो सकता है या कुछ हिस्सा धुंधला दिखाई देता है। इस स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर इलाज लेना चाहिए।
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4. डबल विजन
आंखों के कमजोर होने पर आपको डबल विजन की समस्या भी हो सकती है। इस स्थिति में व्यक्ति को एक ही चीज दो चीज जैसी दिखाई देती है। अगर किसी ऑब्जेक्ट को देखते समय आपको ऊपर-नीचे या अगल-बगल उसके जैसी ही डबल विजन जैसी चीजें दिखती हैं, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
5. लगातार सिरदर्द
सिरदर्द की समस्या वैसे तो हर व्यक्ति में अलग-अलग कारणों से हो सकती है। लेकिन अगर आपको लंबे समय से सिरदर्द हो रहा है और इसकी वजह से आंखों पर भी दबाव महसूस होता है, तो इसे नजरअंदाज करने से बचना चाहिए।
6. आंखों में दर्द
आंखों में लगातार दर्द चुभन जैसा महसूस होने पर भी इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। आंखों के कमजोर होने पर आपको इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
आंखों को कमजोर होने से बचाने के टिप्स- Tips To Prevent Weak Eyesight in Hindi
आंखों को कमजोर होने से बचाने के लिए आपको समय-समय पर आंखों की जांच करानी चाहिए। अगर आपको ऊपर बताये गए लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बिना देर किये डॉक्टर की सलाह लेकर उचित इलाज लेना चाहिए। इसके अलावा आंखों को हेल्दी रखने के लिए डाइट में विटामिन और मिनरल्स से भरपूर हेल्दी फूड्स को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा शराब का सेवन और स्मोकिंग करने से बचना चाहिए, इसकी वजह से आंखों को बहुत नुकसान पहुंचता है। नियमित रूप से रनिंग, एक्सरसाइज और योग का अभ्यास करने से भी आंखों को बहुत फायदा मिलता है।
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