
Emory and Harvard Universities द्वारा कंडक्ट की गई इंडिया रिपोर्ट में ये पाया गया कि वर्कप्लेस पर ग्रुप एक्सरसाइज या फिर वॉक करने से हाइपरटेंशन, ब्लड प्रेशर, मोटापा और डायबिटीज जैसी समस्या कम होती है। 18 महीने तक INDIA WORKS or Integrating Diabetes Prevention in Workplaces में ये देखा गया कि इस प्रोग्राम में शामिल होने वाले 25 प्रतिशत लोगों में ऑफिस टाइमिंग में टहलने या फिर ग्रुप एक्सरसाइज करने से 3 महीनों में ही ब्लड ग्लूकोज लेवल सामान्य आ गया था। मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन ने द्वारा इस प्रोग्राम की अगुवई की गई।
फीजिकल एक्टिविटी कर आया सुधार
डॉ. वी मोहन, प्रेसिडेंट, मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन ने कहा कि लाइफस्टाइल में परिवर्तन, खाने की गुणवत्ता में सुधार करने, हेल्दी डाइट शामिल करने, ऑफिस की कैंटीन में भी हेल्दी चीजें खाने और शारीरिक गतिविधियों में शामिल होकर 2108 में से 547 लोगों ने अपने HbA1c को नॉर्मल कर लिया। प्रोग्राम में शामिल होने वाले लोगों ने न सिर्फ अपना वजन कम किया, बल्कि 15 प्रतिशत तक हाइपरटेंशन को भी कम किया। इससे लोगों में 3 एमएम तक सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर भी कम होते हुए देखा गया। उन्होंने कहा कि यह भारत की कंपनियों के लिए एक प्रेरणा हो सकती है कि इस तरह के काम कर कंपनी में एक अच्छा माहौल बनाया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें - डायबिटीज के मरीज को रोजाना कितना कार्ब्स खाना चाहिए? जानें डायटीशियन की राय
हर साल 101 मिलियन लोग डायबिटीज से होते हैं पीड़ित
डायबिटीज काफी आम समस्या है, जिससे देश की आबादी का अच्छा-खासा हिस्सा प्रभावित है। भारत में 101 मिलियन लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। वहीं 136 मिलियन लोग प्री डायबिटीज और 315 मिलियन लोग हाइपरटेंशन से पीड़ित हैं। इन सभी समस्याओं के पीछे आमतौर पर अनहेल्दी खान-पान और शारीरिक गतिविधियों की कमी को जिम्मेदार माना जाता है।

शारीरिक गतिविधियों से कैसे कम होती है समस्या
शारदा अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. भूमेश त्यागी के मुताबिक शारीरिक गतिविधियों में शामिल नहीं होना ब्लड प्रेशर की समस्या का आम कारण माना जाता है। लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहने से यह समस्या हो सकती है। वर्कप्लेस पर लंबे समय तक बैठकर काम करने के बजाय थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल में टहलना चाहिए। ऐसा करने से न सिर्फ ब्लड प्रेशर कम होता है साथ ही साथ वजन बढ़ने और हाइपरटेंशन का खतरा भी कम होता है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version