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क्या इंफेक्शन की वजह से भी ब्लड प्रेशर कम-ज्यादा हो सकता है? जानें डॉक्टर की राय

बुखार और वायरल संक्रमण से पीड़ित लोगों ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। आगे जानते हैं कि क्या इंफेक्शन होने पर ब्लड प्रेशर में बदलाव हो सकता है?
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क्या इंफेक्शन की वजह से भी ब्लड प्रेशर कम-ज्यादा हो सकता है? जानें डॉक्टर की राय


Can Infections Cause Blood Pressure Fluctuations:बुखार और वायरल इंफेक्शन होने पर लोगों कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इंफेक्शन होने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार बदलते मौसम में व्यक्ति को बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है। संक्रमण में व्यक्ति को थकान, कमजोरी और सिरदर्द की समस्या हो सकती है। कुछ लोगों को संक्रमण में ब्लड प्रेशर और हृदय गति में बदलाव हो सकता है। ऐसा इसीलिए होता है, क्योंकि संक्रमण हृदय की मांसपेशियों को प्रभावित कर सकता है। इससे हृदय प्रभावी तरीके से पंप नहीं कर पाता है। ऐसे में व्यक्ति का ब्लड प्रेशर लो सकता है। वहीं, संक्रमण होने पर इम्यून सिस्टम बैक्टीरिया  से लड़ने का कार्य करता है, जिससे ब्लड प्रेशर में बदलाव हो सकता है। आगे मेडीकवर अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट फिजिशियन डॉक्टर सचिन नालवाड़े से जानते हैं कि क्या संक्रमण होने पर ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव हो सकता है। 

इंफेक्शन की वजह से ब्लड प्रेशर कम-ज्यादा हो सकता है - How Infections Can Cause Blood Pressure Variation In Hindi  

प्रतिरक्षा प्रणाली और सूजन प्रतिक्रिया

जब बैक्टीरिया व वायरस शरीर पर प्रवेश करते हैं, तो प्रतिरक्षा प्रणाली एक मजबूत सुरक्षा स्थापित करती है, जिससे व्यक्ति के शरीर में सूजन हो सकती है। संक्रमण से निपटने के लिए साइटोकिन्स और केमोकाइन को जारी हो सकते हैं। साइटोकिन्स वे छोटे-छोटे प्रोटीन हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के लिए सिंग्नल्स भेजने का काम करते हैं। इससे नसे प्रभावित हो सकती है, जिससे ब्लड प्रेशर के उतार-चढ़ाव के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। 

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हार्मोनल बदलाव  

संक्रमण में जुड़ी सूजन रेनिन एंजियोटेंसिन एल्डोस्टेरोन सिस्टम (आरएएएस) को सक्रिय करती है। यह एक हर्मोनल प्रणाली है, जो ब्लड प्रेशर और वाटर रिटेनशन को नियंत्रित करती है। इसमें नसों में सिकुड़न हो सकती है, जो ब्लड प्रेशर को उतार-चढ़ाव का कारण बन सकती है। 

वासोडिलेशन प्रक्रिया 

रक्त वाहिकाओं की आंतरिक दीवारों को अस्तर करने वाली एंडोथेलियल कोशिकाएं नसों को स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। संक्रमण होने पर बैक्टीरिया और संक्रमण का कारण बनने वाले रोगाणु एंडोथेलियल फंक्शन को खराब कर सकते हैं। इससे वासोडिलेशन और वासोकोनस्ट्रिक्शन के बीच संतुलन बाधित होता है, जिससे ब्लड प्रेशर में बदलाव हो सकता है। 

किड़नी की कार्यप्रणाली पर प्रभाव

किड़नी वाटर रिटेनशन और इलेक्ट्रोलाइट नियंत्रण जैसे कार्य में मुख्य भूमिका निभाती है। वहीं, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और किड़नी को प्रभावित करने के वाले इंफेक्शन से किड़नी के कार्यों पर बुरा असर पड़ता है। इससे इलेक्ट्रोलाइट्स और वाटर रिटेनशन की समस्या हो सकती है। इसकी वजह से ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव हो सकता है।

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डॉक्टर के अनुसार संक्रमण में व्यक्ति के ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव हो सकता है। इसकी वजह से व्यक्ति को थकान, कमजोरी,    चक्कर आना व आलस बना रह सकता है। संक्रमण की वजह से ब्लड प्रेशर में होने वाले बदलाव ज्यादातर मामलों में अस्थायी होता हैं, जो इंफेक्शन दूर होने के साथ अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन, यदि आपको पहले से ही ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्या है तो ऐसे आप तुरंत डॉक्टरी सलाह ले सकते हैं। 

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