विराट कोहली ने एशिया कप से पहले पास किया Yo-Yo Test, जानें क्या है ये टेस्ट और क्यों किया जाता है

इस टेस्ट में विराट कोहली ने 17.2 का स्कोर हासिल किया है। इस टेस्ट को पास करने की खुशी जाहिर करते एक सेल्फी लेकर इंस्टाग्राम पर शेयर की है।
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विराट कोहली ने एशिया कप से पहले पास किया Yo-Yo Test, जानें क्या है ये टेस्ट और क्यों किया जाता है


एशिया कप शुरू होने में केवल कुछ ही दिन बाकी हैं। ऐसे में खिलाड़ियों की फिटनेस पर काफी जोर दिया जा रहा है। ऐसे में पूर्व कप्तान विराट कोहली ने अपना यो-यो टेस्ट कराया है, जिसमें वे पास हो गए हैं। इस टेस्ट में उन्होंने 17.2 का स्कोर हासिल किया है। इस टेस्ट को पास करने की खुशी जाहिर करते एक सेल्फी लेकर इंस्टाग्राम पर शेयर की है। कोहली ने पोस्ट में लिखा 'खतरनाक कोन्स के बीच यो-यो टेस्ट पूरा करने की खुशी।' 

क्या है यो यो टेस्ट?- What is Yo-Yo test

यो यो टेस्ट को इंटरमिटेंट रिकवरी टेस्ट भी कहा जाता है। इस टेस्ट में खिलाड़ियों का फिटनेस लेवल चेक किया जाता है। इस टेस्ट के दौरान खिलाड़ियों को दो सेटों के बीच दौड़ना होता है। इन सेटों की दूरी लगभग 20 मीटर की होती है। इस टेस्ट के जरिए खिलाड़ी की कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ के बारे में भी पता लगाया जा सकता है। 40 मिनट की दौड़ के बाद खिलाड़ियों को 10 सेकेंड का आराम दिया जाता है, लेकिन यह टेस्ट तब तक जारी रहता है, जब तक खिलाड़ी पूरी तरह से थक नहीं जाते हैं। इस टेस्ट में कम से कम 16.5 का स्कोर लाना अनिवार्य होता है। 

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क्यों कराया जाता है Y0- Y0 टेस्ट? 

विराट कोहली से पहले भी कई खिलाड़ी इस टेस्ट को करा चुके हैं। यह टेस्ट वास्तव में काफी कठिन होता है, जिसके चलते बहुत से खिलाड़ी इसमें फेल भी हो जाते हैं। इस टेस्ट में संजू सैमसन, मोहम्मद शमी और वरुण चक्रवर्ती जैसे अन्य भी कई खिलाड़ी फेल हो चुके हैं। इस टेस्ट के दौरान अगर खिलाड़ी 16.5 का स्कोर लाने में असमर्थ हो जाता है तो ऐसे में वह टीम का हिस्सा नहीं बन सकता है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में रहने वाले खिलाड़ियों को यह टेस्ट कराना होता है। आमतौर पर यह टेस्ट बड़े टूर्नामेंट्स से पहले खिलाड़ियों के बेहतर प्रदर्शन के लिए किया जाता है।

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