
हार्ट के मरीजों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एक बार हार्ट अटैक आने के बाद भी मरीज में नया हार्ट अटैक आने का खतरा बना रहता है। इससे बचने के लिए लोगों को दवाएं दी जाती हैं। हाल ही में हुई जामा में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक जो हार्ट के नियमित तौर पर एस्पिरिन दवा का सेवन करते हैं, उनमें दोबारा हार्ट अटैक या फिर स्ट्रोक आने का खतरा काफी कम हो जाता है।
कम होता है नए अटैक और स्ट्रोक का खतरा
इस स्टडी को करने के लिए शोधकर्ताओं ने हार्ट के कुछ मरीजों पर 8 सालों तक करीब से नजर रखी। शोधकर्ताओं का मकसद लगातार एस्पिरिन ले रहे लोगों में स्ट्रोक और हार्ट अटैक के जोखिम के बारे में जानना था। इस शोध में शामिल उन लोगों को बाहर कर दिया गया था, जो खून को पतला करने के लिए एस्पिरिन के अलावा अन्य दवाओं का सेवन कर रहे थे। 2 सालों में लगभग 90 प्रतिशत लोग इस दवा को ले रहे थे। वहीं, शोधकर्ताओं ने पाया कि एस्पिरिन लेने वाले मरीजों में नए हार्ट अटैक, स्ट्रोक या फिर मौत का खतरा एस्पिरिन नहीं ले रहे मरीजों के मुकाबले बेहद कम था।
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एस्पिरिन लेने से पहले लें डॉक्टर की सलाह
एस्पिरिन हार्ट के मरीजों के लिए कारगर साबित होती है, लेकिन यह सभी के लिए नहीं है। कुछ लोगों में इसके नुकसान देखने को भी मिल सकते हैं। इसकी हाई डोज लेना सुस्ती, सिर में दर्द, मेटाबॉलिज्म से जुड़ी समस्या होने के साथ ही पेट और किडनी से जुड़ी समस्या का भी कारण बन सकती है। इसे खाने से कई बार आंतों में जलन भी हो सकती है।
हार्ट अटैक से बचने के तरीके
हार्ट अटैक से बचने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज और योग करें। शारीरिक रूप से एक्टिव रहकर भी आप इस समस्या से बच सकते हैं। ऐसे में मोटापा कंट्रोल करना भी बेहद जरूरी होता है। हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको प्रोसेस्ड और जंक फूड से परहेज कर हेल्दी डाइट जैसे फल, सब्जियां या फिर नट्स आदि का सेवन करना चाहिए। ऐसे में धूम्रपान और शराब पीने की आदत को भी कम करें।
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