खाने में होते हैं 3 तरह के फैट्स, जानें आपके हार्ट के लिए कौन से फैट हैं बेस्ट और इसके लिए कौन से फूड्स खाएं

यदि आपको लगता है कि हर तरह का फैट आपके सेहत के लिए नुकसानदायक है तो आप गलत हैं। आपके शरीर के लिए कुछ फैट्स जरूरी होते हैं।
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खाने में होते हैं 3 तरह के फैट्स, जानें आपके हार्ट के लिए कौन से फैट हैं बेस्ट और इसके लिए कौन से फूड्स खाएं


आज के समय में फैट का नाम सुनते ही इसकी एक बुरी छवि हमारे मन में बन जाती है और हमें लगता है कि जिस चीज में भी फैट होगा वह हमारे हृदय के लिए नुकसानदायक होगी। लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं होता। शरीर में अधिक फैट होना अपने आप में ही खतरे की निशानी होती है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता की खाने से मिलने वाला हर प्रकार का फैट सेहत के लिए अच्छा नहीं। फैट से भरपूर चीजें आपको बिलकुल खानी बंद कर देनी हैं। फैट कई तरह का होता है कुछ आपकी सेहत के लिए हानिकारक होता है तो कुछ प्रकार का फैट आपके लिए जरूरी भी होता है जैसे डाइट्री फैट। तो आइए जानते हैं फैट के अलग अलग प्रकारों के बारे में।

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ट्रांस फैट : 

ट्रांस फैट या फैटी एसिड्स आपके शरीर के लिए नुकसान दायक होते हैं और इस प्रकार के फैट्स से आपको जितना हो सके उतना बचना चाहिए। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाते हैं। जो आपके हृदय को उल्टी तरह से प्रभावित कर सकता है। इससे हृदय रोगों जैसे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। इस तरह का फैट प्रोसेस्ड फूड में अधिक पाया जाता है। इसलिए पिज्जा, केक, कुकीज़ आदि खाने को बिलकुल सीमित कर दें।

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अनसैचुरेटेड फैट : 

यह फैट आपके लिए हेल्दी होते हैं और कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। इनके दो मुख्य प्रकार होते हैं : पोली अनसैचुरेटेड और मोनो अनसैचुरेटेड। यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम करते हैं जिससे हृदय बीमारियों का खतरा कम होता है। जिन चीजों में यह फैट्स होते हैं वह प्रोटीन से भी भरपूर होती है। यह फैट मछली जैसे साल्मन, मैकेरल, एवोकाडो, नट्स आदि में पाए जाते हैं। इन फैट्स से आपको ओमेगा 3 और ओमेगा 6 जैसे फैटी एसिड्स मिलते हैं जो आपके शरीर और दिमाग के लिए काफी जरूरी होते हैं लेकिन इन्हें डाइट द्वारा ही प्राप्त किया जा सकता है।

सैचुरेटेड फैट : 

सैचुरेटेड फैट भी आपके शरीर के लिए ज्यादा अच्छा नहीं होता है इसलिए इसको रोजाना टोटल कैलोरीज का 10% मात्रा में सेवन करने तक ही सीमित रखें। यह फैट्स प्राकृतिक तौर से पशुओं द्वारा प्राप्त होने वाले भोजन में मिलता है। इन फैट्स का अधिक मात्रा में सेवन करना कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी बढ़ा सकता है। आप इन फैट्स को अनसैचुरेटेड फैट्स से रिप्लेस कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर बटर की बजाए ऑलिव ऑयल का प्रयोग करें। डेयरी उत्पादों की भी लो फैट, फैट मुक्त या स्किम की गई वैरायटी का ही चुनाव करें। पोल्ट्री से सारी स्किन निकाल लें और उसके बाद ही सेवन करें। इन टिप्स से आप सैचुरेटेड फैट से होने वाले नुकसान से बच सकते हैं और अपने खान पान को थोड़ा और हेल्दी भी बना सकते हैं। इस प्रकार का फैट लैंब, बीफ, दूध या दूध से बनने वाली चीजों आदि में पाया जाता है।

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कुछ फैट्स आपके शरीर के लिए खतरनाक होते हैं इसलिए उनका सेवन अधिक न करें। बाहर की चीजों को खाने से हृदय रोगों का रिस्क बढ़ता है। इसलिए उनका सेवन कभी कभार ही करें। इस प्रकार सीमा का ध्यान रखने से आप हर चीज को एक हेल्दी तरह से खा या पी सकते हैं। जिसका आप के शरीर पर अधिक नुकसान नहीं पहुंचेगा। शरीर को सही से फंक्शन करने के लिए कुछ फैट्स की जरूरत भी होती है। इसलिए पूरी तरह से ही फैट्स का सेवन करना बंद न कर दें। अन्यथा बहुत से विटामिन्स और पौष्टिक तत्वों से वंचित रह जायेंगे।

all images credit: freepik

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