
Types Of Body Fat In Hindi: शरीर में जमा फैट या चर्बी के कई प्रकार होते हैं। फैट हमारे शरीर में अलग-अलग तरह से जमा यानी इकट्ठा होता है। इनके काम भी अलग-अलग होते हैं। जरूरत से ज्यादा कैलोरीज लेने के कारण फैट की मात्रा बढ़ जाती है। वहीं जो लोग एक्सरसाइज नहीं करते, उनके शरीर में भी फैट जमा होने लगता है। अतिरिक्त फैट के कारण डायबिटीज, दिल का दौरा, स्ट्रोक, हाई बीपी, किडनी की बीमारी, लिवर की बीमारी, कैंसर आदि बीमारियां हो सकती हैं। फैट की मात्रा कम करने के लिए आपको शरीर में मौजूद विभिन्न प्रकार के फैट्स के बारे में जानना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में रहने वाली फिटनेस एक्सपर्ट और न्यूट्रिशनिस्ट पायल अस्थाना से बात की।
1. सफेद फैट- White Fat
सफेद फैट, पेट, हाथ, जांघ, हिप्स आदि अंगों में जमा होता है। सफेद फैट का इस्तेमाल, शरीर ऊर्जा के रूप में कर लेता है। सफेद फैट का ज्यादा मात्रा में होना शरीर के लिए हानिकारक माना जाता है। सफेद फैट, कई तरह के हार्मोन्स को बैलेंस करने का काम करता है। सफेद फैट, बड़ी और सफेद कोशिकाओं से बनता है।
कैसे कम करें?
सफेद फैट के कारण किडनी की बीमारी, हाई बीपी, कोरोनरी आर्टरी डिसीज, टाइप 2 डायबिटीज आदि का खतरा बढ़ सकता है। सफेद फैट को कम करने के लिए रोजाना एक्स्रसाइज करें और हेल्दी डाइट फाॅलो करें। रोजाना घर का बना ताजा भोजन खाएं।
2. विसेरल फैट- Visceral Fat
विसेरल फैट को आप पेट की चर्बी भी कह सकते हैं। ये एक तरह का सफेद फैट है। विसेरल फैट, पेट, हार्ट के आसपास, लिवर और किडनी के आसपास जमा हो जाता है। विसेरल फैट बढ़ने से डायबिटीज, मोटापा, हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ सकता है।
कैसे कम करें?
विसेरल फैट को कम करने के लिए विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर, आयरन जैसे पोषक तत्वों का सेवन करें। डिब्बाबंद खाना, प्रोसेस्ड फूड्स, सोडा ड्रिंक्स आदि का सेवन न करें। अपनी डाइट में ताजे फल, सब्जियां और होल ग्रेन रिच फूड्स को शामिल करें।
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3. ब्राउन फैट- Brown Fat
ब्राउन फैट बच्चों में ज्यादा पाया जाता है। शरीर को गरम रखने के लिए ब्राउन फैट, फैटी एसिड को बर्न करता है। ब्राउन फैट गर्दन और कंधे के हिस्से में होता है। ये वयस्कों में बहुत कम पाया जाता है। ऐसा मानते हैं कि ब्राउन फैट के बढ़ जाने पर ये आसानी से कम हो सकता है।
4. सबक्यूटेनियस फैट- Subcutaneous Fat
मसल्स और त्वचा के बीच पाए जाने वाले फैट को सबक्यूटेनियस फैट के नाम से जाना जाता है। सबक्यूटेनियस फैट की ज्यादा मात्रा होने से हार्मोन्स में असंतुलन पैदा हो सकता है। ये फैट, हाथ, पेट, जांघ और हिप्स की त्वचा में पाया जाता है।
कैसे कम करें?
इस फैट को कम करने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। हर दिन एक्सरसाइज नहीं कर पाते, तो नियम से हफ्ते में 4 दिन एक्सरसाइज जरूर करें। वॉक, जॉगिंग, अनुलोम-विलोम, ब्रिस्क वॉक आदि एक्टीविटीज कर सकते हैं।
5. एसेंशिअल फैट-Essential Fat
एसेंशिअल फैट, तापमान कंट्रोल करने वाले हार्मोन, विटामिन के अवशोषण जैसे काम में मुख्य भूमिका निभाते हैं। एसेंशिअल फैट, दिमाग, बोन मेरो, अंगों को सुरक्षित रखने वाली झिल्ली और नसों में पाया जाता है।
शरीर में ऊपर बताए 5 फैट्स मौजूद होते हैं। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।