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पेट में जमा फैट (Visceral Fat) है सेहत का दुश्‍मन, जानें 5 खतरे और बचाव के उपाय

पेट में जमा व‍िसरल फैट बाहर से भले न दिखे, लेकिन यह अंदरूनी अंगों पर असर डालकर हार्ट डिजीज, डायबिटीज, स्ट्रोक, हार्मोनल असंतुलन और कैंसर जैसे गंभीर खतरे बढ़ाता है। गलत खानपान, एक्‍सरसाइज की कमी और तनाव इसकी बड़ी वजह हैं। जानें इसके 5 खतरे और आसान बचाव के उपाय।
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पेट में जमा फैट (Visceral Fat) है सेहत का दुश्‍मन, जानें 5 खतरे और बचाव के उपाय


आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मोटापा आम समस्य बन गया है, लेकिन इसमें सबसे खतरनाक फैट है, पेट का फैट यानी व‍िसरल फैट (Visceral Fat) मतलब ऐसी चर्बी जो पेट के अंदरूनी अंगों जैसे लिवर, किडनी और आंतों के आसपास जमा होती है। यह बाहर से ज्यादा दिखाई नहीं देता, लेकिन अंदर ही अंदर सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचाता है। रिसर्च के अनुसार, पेट के इस अंदरूनी फैट से हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, डायबिटीज, स्ट्रोक और यहां तक कि कुछ तरह के कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। खराब लाइफस्टाइल, फास्ट फूड्स, एक्सरसाइज की कमी और नींद का बिगड़ा पैटर्न इसकी बड़ी वजह हैं। अच्छी बात यह है कि सही खानपान और नियमित एक्‍सरसाइज से इस फैट को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं, पेट में जमा व‍िसरल फैट के 5 बड़े खतरे और उससे बचाव के उपाय। हैं, किन चीजों से बचना चाहिए और किन होम-बेस्ड डाइट टिप्स को अपनाकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ, व‍िकास नगर स्‍थ‍ित‍ न्‍यूट्र‍िवाइज क्‍लीन‍िक की न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नेहा स‍िन्‍हा से बात की।

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1. हृदय रोग का खतरा बढ़ाता है- Increases Risk Of Heart Disease

न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नेहा स‍िन्‍हा ने बताया क‍ि व‍िसरल फैट ब्लड वेसल्स पर दबाव डालकर ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ा देता है। यह धमनियों में ब्लॉकेज और हार्ट अटैक की संभावना को दोगुना कर देता है। रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या जॉगिंग करें और अपने आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड (मछली, अलसी के बीज) और हरी सब्जियों को शामिल करें।

2. टाइप-2 डायबिटीज का कारण- It Causes Type-2 Diabetes

यह फैट इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल असामान्य रूप से बढ़ जाता है। लंबे समय तक यह टाइप-2 डायबिटीज में बदल सकता है। इस खतरे से बचने के ल‍िए चीनी और रिफाइंड कार्ब्स (सफेद ब्रेड, पास्ता) से बचें। इसके बजाय साबुत अनाज और हाई-फाइबर डाइट लें।

3. स्ट्रोक का खतरा- Increases Risk Of Stroke

न्‍यूट्र‍िशन‍िस्‍ट नेहा स‍िन्‍हा ने बताया क‍ि व‍िसरल फैट, धमन‍ियों को सख्त बनाता है, जिससे ब्रेन तक ब्लड फ्लो खराब हो सकता है। यह स्ट्रोक का बड़ा कारण है। इससे बचने के ल‍िए नमक का सेवन कम करें और रोजाना ध्यान (Meditation) व योग करें, ताकि स्ट्रेस लेवल कम हो।

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4. हार्मोनल असंतुलन- It Causes Hormonal Imbalance

यह फैट शरीर में सूजन (Inflammation) और हार्मोनल असंतुलन को बढ़ावा देता है। खासकर महिलाओं में पीरियड्स और प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है। इससे बचने के ल‍िए प्रोसेस्ड फूड से दूर रहें और डाइट में ताजे फल, सलाद व दही शामिल करें।

5. कैंसर का रिस्क बढ़ता है- Increases Risk Of Cancer

अध्ययनों के मुताबिक, ज्यादा व‍िसरल फैट, कोलन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। इससे बचने के ल‍िए रोजाना एंटी-ऑक्सीडेंट युक्त भोजन जैसे बेरीज, ग्रीन टी और हल्दी का सेवन करें।

निष्कर्ष:

व‍िसरल फैट, शरीर का छुपा हुआ दुश्मन है, जो धीरे-धीरे गंभीर बीमारियों की जड़ बन सकता है। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है संतुलित आहार, नियमित एक्सरसाइज, पर्याप्त नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट। अगर आप अपने पेट की सेहत को अभी से संभाल लेंगे, तो भविष्य में बड़ी बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं।

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  • Oct 02, 2025 12:14 IST

    Published By : Yashaswi Mathur

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