हार्मोन असंतुलित होने पर शरीर में नजर आते हैं ये 10 लक्षण, जानें बचाव के तरीके

पिगमेंटेशन, नींद में कमी और बढ़ता वजन हार्मोन असंतुलित होने के लक्षणों में से एक हैं। आइए जानते हैं इन्हें संतुलित करने के उपायों के बारे में। 
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हार्मोन असंतुलित होने पर शरीर में नजर आते हैं ये 10 लक्षण, जानें बचाव के तरीके

Hormonal Imbalance Symptoms And Treatment- तेजी से वनज बढ़ना, थकान महसूस होना, स्किन से जुड़ी समस्याएं जैसे खुजली, पिगमेंटेशन, या मूड स्विग्स जैसे कई लक्षण आपके शरीर में हार्मोन के असंतुलित होने के कारण हो सकते हैं। हार्मोन एंडोक्राइन तंत्र में ग्रंथियों द्वारा बनाए गए केमिकल होते हैं, जो ब्लड फ्लो में छोड़े जाते हैं। शरीर के बेहतर तरीके से काम करने में हार्मोन्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भूख कंट्रोल करना, नींद, प्रजनन, मानसिक स्वास्थ्य सभी के लिए हार्मोन का संतुलित रहना बेहद जरूरी है। शरीर में हार्मोन असंतुलन तब होता है, जब किसी हार्मोन की मात्रा बहुत ज्यादा या बहुत कम हो जाती है। जिसके कारण शरीर में कई लक्षण नजर आ सकते हैं। हार्मोन और गट हेल्थ कोच डायटीशियन मनप्रीत कालरा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ठ शेयर करके ऐसे ही 10 लक्षणों के बारे में बताया है, जो हार्मोन के असंतुलित होने का कारण हो सकता है। आइए जानते हैं इन लक्षण और इनके बचाव के बारे में। 

हार्मोन असंतुलित होने के लक्षण क्या है? - What Are The Symptoms Of Hormonal Imbalance in Hindi? 

1. गांजेपन के संकेत

स्कैल्प पर गंजेपन के लक्षण नजर आना शरीर में सिहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन हार्मोन के असंतुलन के संकेत होते हैं। इस हार्मोन को संतुलित करने के लिए आप रोजाना शाम एक कप नेटल टी का सेवन कर सकते हैं। 

2. ड्राई स्कैल्प 

थायराइड के मरीजों को ज्यादातर ड्राई स्कैल्प की समस्या का सामना करना पड़ता है। दरअसल थायराइज हार्मोन के असंतुलित होना ड्राई स्कैल्प का कारण बन सकता है, जिसे दूर करने के लिए आप मध्य भोजन के तौर प नारियल का एक टुकड़ा अपी डाइट में शामिल कर सकते हैं। 

3. त्वचा पर पिगमेंटेशन

इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण स्किन पिगमेंटेशन की समस्या हो सकती है। जब ग्लूकोज़ कोशिकाओं में आसानी से प्रवेश नहीं कर पाता है, तो खून में इसकी मात्रा बढ़ने लगती है, जो इंसुलिन रेजिस्टेंस का कारण बनता है। इंसुलिन हार्मोन को संतुलित करने के लिए आप अपनी डाइट में फाइबर, प्रोटीन और कार्ब्स को शामिल कर सकते हैं। 

4. स्किन टैग

इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण स्किन टैग की समस्या भी की लोगों में नजर आ सकती है। ये ब्लड शुगर लेवल बढ़ने या डायबिटीज के लक्षणों में से एक है। इंसुलिन हार्मोन को बेलेंस करने के लिए आप रोजाना लंच करने से 30 मिनट पहले एक गिलास पानी में 1 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर पी सकते हैं। 

5. स्तन का मुलायम होना 

स्तन का मुलायम होना शरीर में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के असुंतुलित होने के संकेतों में से एक है। इस हार्मोन को बैलेंस करने के लिए आप अपनी डाइट में रोजाना शाम को एक कप चेस्टबेरी चाय शामिल कर सकते हैं। 

इसे भी पढ़ें- Hormones Imbalance: हार्मोन को संतुलित रखने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स, दूर होंगी समस्याएं

6. बहुत ज्यादा भूख लगना 

घ्रेलिन एक हार्मोन है जो पेट में बनता है, इसे भूख हार्मोन भी कहते हैं। यह हार्मोन भूख लगने के सकेंत या पेट भरने के संकेत को दिमाग तक पहुंचाने का काम करता है। इस हार्मोन के असंतुलित होने के कारण आपको बहुत ज्यादा भूख लग सकती हैं, जिसे संतुलित करने के लिए आप कई बार, लेकिन थोड़ा-थोड़ा भोजन कर सकते हैं। 

7. मूड स्विंग्स

एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरोन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन में उतार-चढ़ाव होने पर मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन होने लगता है। जिसे कंट्रोल करने केलिए आप रोजाना 2 बड़े चम्मच भीगे हुए अलसी के बीज का सेवन कर सकते हैं। 

8. कूल्हों और जांघों के आसपास वजन बढ़ना

कूल्हों और जांघों के आसपास वजन बढ़ना एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में कमी का एक कारण है, जो आमतौर पर मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में होता है। एस्ट्रोजन हार्मोन को संतुलित करने के लिए आप सॉटेड ब्रोकोली को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। 

9. सोने में दिक्कत होना 

नींद पूरी न होना, सोने में परेशानी का सामना करना जैसे लक्षण शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन के असंतुलित होने के लक्षण हैं। मेलाटोनिन हार्मोन आपके दिमाग में मौजूद पीनियल ग्रंथि से रिलीज होता है, जो नींद में सुधार करने में मदद करता है। इस हार्मोन को संतुलिक करने के लिए आप रोजाना रात को खाना खाने के बाद 3 भिगोए हुए मुनक्के खा सकते हैं। 

10. बहुत ज्यादा नींद आना

सुबह उठने में कठिनाई होना शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन के असंतुलित होने का एक लक्षण है, जिसे ठीक करने के लिए आप अपनी स्मूदी में एक चुटकी कोको को शामिल कर सकते हैं। 

शरीर में नजर आने वाले इनमें से किसी भी लक्षण को दूर करने और स्वस्थ रहने के लिए संतुलित डाइट, एक्सरसाइज, योग, मेडिटेशन जैसी गतिविधियों को भी अपने रूटीन में शामिल करें। 

Image Credit: Freepik 

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