Benefits of Brown Rice: ब्राउन राइस का रंग भूरा होता है और सफेद चावल के मुकाबले इनका स्वाद भी थोड़ा अलग होता है। ब्राउन राइस को पकने में सफेद चावल से ज्यादा समय लगता है। लेकिन ब्राउन राइस में सफेद चावल के मुकाबले ज्यादा पोषक तत्व मौजूद होते हैं। क्योंकि यह किसी पॉलिश प्रक्रिया से नहीं गुजरते। ब्राउन राइस में प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटैशियम व फास्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ब्राउन राइस में विटामिन-ई होता है, यह शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करता है। ब्राउन राइस एक तरह का होल ग्रेन है। होल ग्रेन्स में नेचुरल न्यूट्रिएंट्स जैसे विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर आदि पाए जाते हैं। ब्राउन राइस को पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद माना जाता है। चलिए जानते हैं डाइजेस्टिव हेल्थ के लिए ब्राउन राइस के फायदे (Brown Rice Benefits in Hindi)। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डाइटीशियन सना गिल (Sanah Gill) से बात की।
ब्राउन राइस में कितनी कैलोरीज होती हैं?- Calories in Brown Rice
100 ग्राम ब्राउन राइस में करीब 89 कैलोरीज होती हैं। ब्राउन राइस में कार्ब्स 18 ग्राम, फाइबर 0.8 ग्राम, प्रोटीन 1.9 ग्राम और फैट्स 0.7 ग्राम के करीब पाया जाता है। यह एक पौष्टिक सुपरफूड है। ब्राउन राइस में फैट कम होता है और यह ग्लूटेन मुक्त होता है। आप सब्जियों के साथ ब्राउन राइस को मिलाकर खा सकते हैं। ब्राउन राइस को दलिया के फॉर्म में बनाकर भी खाया जाता है।
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ब्राउन राइस खाने से दूर होती हैं पाचन की समस्याएं- Digestive Health Benefits of Brown Rice
- ब्राउन राइस में फाइबर अधिक होता है। फाइबर की मदद से खाना धीरे-धीरे पचता है और इसे खाने से भूख कम लगती है।
- ब्राउन राइस में मौजूद फाइबर प्रीबायोटिक की तरह काम करता है यानी यह गट बैक्टीरिया की ग्रोथ में मदद करता है जिससे गट हेल्थ इंप्रूव होती है।
- डायबिटीज के रोगियों के लिए ब्राउन राइस का सेवन फायदेमंद है क्योंकि इसे खाने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। साथ ही वेट लॉस में भी मदद मिलती है। ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहने और वेट लॉस के कारण पाचन क्रिया भी सुधरती है।
- ब्राउन राइस में मैग्नीशियम होता है जिससे डाइजेस्टिव ट्रैक्ट के मसल्स फंक्शन को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इससे कब्ज की समस्या दूर होती है।
- ब्राउन राइस में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जिससे इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है।
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