Tuberculosis in Hindi: टीबी एक जानलेवा बीमारी है। हालांकि, अब कुछ हद तक टीबी का इलाज संभव है। आपको बता दें कि टीबी की बीमारी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु के कारण होता है। यह एक संक्रामक बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से फैल सकती है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति छींकता या खांसता है, तो अगर इसकी बूंदें किसी व्यक्ति तक पहुंचती है, तो वह भी संक्रमित हो सकता है। टीबी आमतौर पर फेफड़ों को प्रभावित करता है। लेकिन यह बीमारी शरीर के अन्य अंगों तक भी पहुंच सकता है। यानी टीबी सिर्फ फेफड़ों में ही नहीं, शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकती है। जब फेफड़ों के अलावा, किसी दूसरे अंग में टीबी होती है, तो इसे एक्स्ट्रापल्मोनरी टीबी कहा जाता है। टीबी होने पर शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे शरीर में कमजोरी आने लगती है। वजन कम होना और थकान लगना, टीबी के आम लक्षण होते हैं। आइए, फैमिली फिजिशियन ऑफ इंडिया के जनरल फिजिशियन डॉ. रमन कुमार से जानते हैं-
टीबी शरीर के किन हिस्सों में होता है?- TB May Occur in These Body Parts
1. पेट में टीबी
फेफड़ों में ही नहीं, पेट में टीबी की बीमारी हो सकती है। पेट की टीबी को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्यूबरक्लोसिस के रूप में जाना जाता है। पेट की टीबी इंटेस्टाइन यानी आंत के किसी भी हिस्से में हो सकती है। पेट की टीबी, छोटी आंत, कोलन या बड़ी आंत में हो सकती है। पेट की टीबी में व्यक्ति को उल्टी, पेट के निचले हिस्से में दर्द, बार-बार दस्त, मल के साथ खून, कब्ज और भूख कम लगना जैसे लक्षणों का अनुभव हो सकता है। अगर आपको भी ये लक्षण महसूस हो, तो डॉक्टर से जरूर जांच कराएं।
2. हड्डियों और जोड़ों में टीबी
टीबी, हड्डियों और जोड़ों में भी फैल सकती है। जब हड्डियों की टीबी होती है, तो इसे एक्स्ट्रापल्मोनरी ट्यूबरकुलोसिस के रूप में जाना जाता है। इस स्थिति में टीबी की बीमारी, हड्डियों और जोड़ों को प्रभावित करती है। हड्डी की टीबी होने पर बुखार, वजन घटाना, जोड़ों में दर्द, पीठ दर्द, जकड़न, सूजन और कमजोरी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। अगर आपको अक्सर ही ऐसे लक्षणों का अनुभव हो तो इन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।
इसे भी पढ़ें- क्या होती है टीबी की बीमारी? शरीर में कैसे होती है शुरुआत? जानें आसान भाषा में
3. किडनी की टीबी
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो टीबी की बीमारी, किडनी में भी हो सकती है। किडनी की टीबी बेहद गंभीर होती है। किडनी में टीबी होने पर पेशाब में खून आना, बार-बार पेशाब आना, पेशाब करते समय दर्द होना और बेचैनी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। किडनी की टीबी के लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। क्योंकि टीबी की वजह से किडनी खराब होने तक की नौबत आ सकती है।
इसे भी पढ़ें- टीबी के कितने प्रकार होते है? डॉक्टर से जानें इनके बारे में
4. त्वचा की टीबी
त्वचा की टीबी को त्वचा क्षय रोग के रूप में भी जाना जाता है। यह एक संक्रमण है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के कारण होता है। त्वचा की टीबी, कटने या घावों के जरिए संक्रमित व्यक्ति से फैल सकता है। इसके अलावा, जब क्रोनिक टीबी फेफड़ों से भी त्वचा तक फैल सकती है। त्वचा की टीबी होने पर त्वचा पर पैच नजर आ सकते हैं। यह टीबी लिम्फ नोड्स तक पैल सकती है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version