गर्मी का मौसम आते ही पसीना, उमस और धूल-मिट्टी की मात्रा वातावरण में बढ़ जाती है। ऐसे में शरीर के उन हिस्सों में स्किन इंफेक्शन की संभावना ज्यादा होती है, जो लगातार ढके रहते हैं, जैसे कि घड़ी पहनने की जगह-कलाई। मुंबई की 28 वर्षीय जया शर्मा, जो एक कॉर्पोरेट कंपनी में काम करती हैं, उन्हें गर्मियों में कलाई पर बार-बार खुजली और लाल निशान की समस्या हो रही थी। शुरुआत में उन्होंने इसे मामूली एलर्जी समझा, लेकिन जब जलन और छाले बनने लगे, तो डॉक्टर को दिखाने पर पता चला कि यह कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Contact Dermatitis) है, जो घड़ी के स्ट्रैप और पसीने से हुआ। डॉक्टर ने घड़ी पहनना बंद करने और दवा लगाने की सलाह दी। ऐसे मामले सिर्फ जया का नहीं है, बल्कि यह समस्या किसी को भी हो सकती हे। गर्मी में घड़ी पहनने से पसीना और नमी जमा हो जाती है, जिससे स्किन सांस नहीं ले पाती और बैक्टीरिया या फंगल इंफेक्शन पनपते हैं। इसलिए इस लेख में हम जानेंगे कि किन उपायों से आप घड़ी पहनते हुए भी अपनी त्वचा को सुरक्षित रख सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ देवेश मिश्रा से बात की।
1. फंगल इंफेक्शन से बचें- Fungal Infection Prevention
घड़ी के नीचे पसीना जमा हो जाता है, जिससे स्किन नम रहती है और वहां फंगल इंफेक्शन जल्दी पनपता है। खासकर अगर स्ट्रैप गंदा या नमीभरा हो, तो इंफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है। फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए घड़ी और त्वचा को साफ रखें और ज्यादा देर के लिए घड़ी न पहनें।
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2. घड़ी पहनने से पहले स्किन को ड्राई रखें- Keep Skin Dry Before Wearing Watch
पसीने और नमी से स्किन इंफेक्शन जल्दी फैलता है। घड़ी पहनने से पहले कलाई को टिशू या साफ कपड़े से सुखा लें। अगर चाहें, तो हल्का सा एंटी-फंगल पाउडर भी लगा सकते हैं, ताकि बैक्टीरिया का पनपना रुक सके।
3. लंबे समय तक लगातार न पहनें घड़ी- Avoid Wearing Watch for Long Periods
डॉ देवेश के अनुसार, हर 2-3 घंटे बाद घड़ी उतारकर स्किन को थोड़ी देर खुला रहने दें। इससे हवा लगेगी और पसीना सूखेगा, जिससे स्किन इंफेक्शन का खतरा कम होगा।
4. बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचें- Bacterial Infection Prevention
गर्मियों में घड़ी पहनने से पसीना, धूल और त्वचा का ऑयल मिलकर बैक्टीरिया के लिए अनुकूल वातावरण बना देते हैं। अगर स्किन पर कोई छोटी सी कट या खरोंच हो, तो बैक्टीरिया वहां जल्दी पनपते हैं और इंफेक्शन फैला सकते हैं।
5. रैशेज या कट होने पर घड़ी न पहनें- Avoid Wearing Watch on Infected Skin
अगर कलाई पर पहले से खुजली, कट या रैश है, तो घड़ी न पहनें। उस हिस्से को खुला रखें जहां आप घड़ी को बांधते हैं और पहले उसका इलाज करें। वरना घड़ी का स्ट्रैप, त्वचा की उस सतह को और ज्यादा खराब कर सकता है।
6. एंटीपर्सपिरेंट का यूज करें- Use Antiperspirant to Control Sweat
त्वचा के लिए सुरक्षित एंटीपर्सपिरेंट या मेडिकेटेड टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल कलाई पर किया जा सकता है ताकि पसीना कम आए। इससे बैक्टीरिया का पनपना कम होगा।
7. एलर्जी के लक्षण चेक करें- Check Allergy Symptoms
अगर कलाई पर लाल चकत्ते, जलन, खुजली या छाले दिखें, तो इसे नजरअंदाज न करें। ये स्किन इंफेक्शन या एलर्जी का संकेत हो सकते हैं। इसके लिए डर्मेटोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
गर्मी में घड़ी पहनना पूरी तरह से गलत नहीं है, लेकिन सावधानी न बरती जाए, तो यह स्किन के लिए परेशानी बन सकती है। सही मटेरियल चुनें, समय-समय पर घड़ी उतारें, साफ-सफाई का ध्यान रखें और स्किन को ज्यादा से ज्यादा ड्राई रखें।
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FAQ
गर्मियों में फंगल इंफेक्शन क्यों होता है?
गर्मी में शरीर से ज्यादा पसीना निकलता है और अगर स्किन पर नमी बनी रहे, तो फंगल बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। खासकर त्वचा की सिलवटों जैसे बगल, कमर और पैर की उंगलियों के बीच में। टाइट कपड़े और गंदी त्वचा इस समस्या को और बढ़ा सकती है।धूप से एलर्जी के क्या लक्षण हैं?
धूप से एलर्जी में त्वचा पर लाल दाने, खुजली, सूजन या जलन महसूस होती है। कई बार छाले भी हो सकते हैं। यह आमतौर पर चेहरे, गर्दन, बांह और हाथों में ज्यादा दिखाई देता है। इससे बचाव के लिए सनस्क्रीन और त्वचा को ढकना जरूरी है।गर्मी में दानों का इलाज कैसे करें?
गर्मी में दानों का इलाज करने के लिए ठंडी सिंकाई करें, ढीले और सूती कपड़े पहनें। नीम पानी से नहाना और एलोवेरा जेल का इस्तेमाल त्वचा को राहत देता है। स्किन को ड्राई रखें और ज्यादा पसीना होने वाले हिस्सों में टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करें।गर्मी से फुंसी क्यों हो जाती है?
गर्मी में स्किन के पोर्स पसीने से बंद हो जाते हैं, जिससे हीट रैशेज या फुंसियां निकलने लगती हैं। साफ-सफाई की कमी, टाइट कपड़े और बार-बार स्क्रैच करना स्थिति को बिगाड़ सकता है।