दुनियाभर में सबसे महंगे मसालों में से एक केसर (Saffron) भी है। देश में कश्मीरी केसर की डिमांड लगातार बढ़ रही है। खासकर सर्दियों के मौसम में लोग केसर का सेवन खूब करते हैं। केसर में मौजूद गुण न सिर्फ शरीर को गर्म रखने का काम करते हैं बल्कि शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचाने का भी काम करते हैं। केसर को सभी मसालों का राजा भी कहा जाता है। इसे रेड गोल्ड या लाल सोना भी कहते हैं। चूंकि केसर दुनिया के महंगे मसालों में से एक है इसलिए इसकी खेती में मुनाफा भी बहुत होता है। भारत में केसर की खेती सबसे ज्यादा कश्मीर में ही की जाती है। केसर महंगा होने के साथ-साथ बहुत फायदेमंद भी है इसलिए इसकी डिमांड लगातार बढ़ रही है। केसर की डिमांड और सप्लाई को बनाकर रखने के लिए लोग इसमें मिलावट भी करने लगे हैं। मार्केट में आपको कई बार मिलावटी केसर मिल सकता है। ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए लोग इसमें मिलावट करते हैं। मिलावटी केसर न सिर्फ सेहत के लिए नुकसानदायक होता है बल्कि इसका इस्तेमाल कर आप अपना पैसा भी बर्बाद करते हैं। ऐसे में आइये जानते हैं कि असली केसर की पहचान (Asli Kesar Ki Pehchan) क्या है? जानें कैसे केसर में मिलावट की पहचान की जाती है।
असली केसर की पहचान का तरीका (Tips To Identify Original Kesar in Hindi)
केसर सेहत के लिए फायदेमंद मसाले में से एक है जिसका सेवन कई बीमारियों और समस्याओं में भी किया जाता है। केसर स्किन की रंगत निखारने के लिए, शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए बहुत उपयोगी होता है। केसर की बढ़ती मांग को देखते हुए मुनाफा कमाने के चक्कर में लोग इसमें धड़ल्ले से मिलावट कर रहे हैं। मिलावटी केसर के सेवन से आपको इसके फायदे नहीं मिलते हैं और कई बार यह सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। असली और नकली केसर के बीच पहचान करना एक मुश्किल काम है जिसकी वजह से लोग अक्सर मिलावटखोरी का शिकार हो जाते हैं। केसर में मिलावट के लिए लोग मकई की बाल का इस्तेमाल करते हैं जिसका सेवन करने से पेट खराब होने की समस्या, गैस और सूजन हो सकती है। इसका सेवन करने से शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण कम होता है। FSSAI ने मसालों और खाद्य पदार्थों में मिलावट की पहचान करने के लिए एक मुहिम शुरू की है जिसे #DetectingFoodAdulterants के नाम से जाना जाता है। आइये जानते हैं FSSAI के मुताबिक केसर में मिलावट की पहचान के तरीके।
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1. केसर में मिलावट का पता लगाने के लिए आप सबसे पहले एक कांच का जार लें और इसमें 70 से 80 डिग्री तक गर्म किया गया पानी डालें। इसके बाद केसर की कुछ पंखुडियां इसमें डालें। इसके बाद अगर आपका केसर असली है तो पानी में केसर की तरह का रंग धीरे-धीरे छूटेगा अगर केसर में मिलावट की गयी है तो केसर से रंग तुरंत छूटने लगेगा।
2. स्वाद से केसर में मिलावट का पता लगाने के लिए बाजार में इसे खरीदने से पहले केसर को चख कर इसके स्वाद से इसकी पहचान कर सकते हैं। सबसे पहले केसर के दो टुकड़े को जीभ पर रखकर इसे हल्के से चबाएं। अगर केसर का स्वाद आपको ज्यादा मीठा लगता है तो इसका मतलब है कि आपका केसर नकली है। केसर गंध भले ही मीठी होती है लेकिन इसका स्वाद हल्का कड़वा होता है।
3. असली केसर की पहचान करने के लिए आप बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते हैं। सबसे पहले एक कटोरी में पानी लेकर थोड़ा सा बेकिंग सोडा डालें और इसे अच्छी तरह से मिक्स कर लें। अब इसमें 2 केसर के टुकड़े डालें। अगर केसर इस मिश्रण में लाल रंग छोड़ता है तो इसका मतलब है कि केसर नकली है या इसमें मिलावट की गयी है। अगर केसर मिश्रण में पीला रंग छोड़ता है तो इसका मतलब वह असली है।
4. आप असली और नकली केसर की पहचान उसकी सुगंध से भी कर सकते हैं। असली केसर की सुगंध शहद की तरह से अलग होती है। वहीं अगर केसर में मिलावट की गयी है तो उसमें कड़वी या अजीब गंध आती है। अगर बाजार में खरीदते समय इस तरह की गंध आ रही है तो आप उस केसर को न खरीदें।
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ऊपर बताये गए तरीकों से आप असली और नकली केसर की पहचान कर सकते हैं। नकली या मिलावटी केसर का सेवन करने से आपको पेट में दर्द, दस्त, गैस और पेट में सूजन की समस्या हो सकती है। इन समस्याओं से बचने के लिए हमेशा केसर खरीदने से पहले इसकी पहचान जरूर करें।
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