Original vs Fake Chyavanprash in Hindi: सर्दियों का मौसम शुरू होते ही बीमारियों और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, शरीर को बीमारियों से बचाने और ठंड के प्रकोप से बचने के लिए लोग तमाम तरह की चीजों का सेवन करते हैं। सर्दियों में च्यवनप्राश का सेवन भी खूब किया जाता है। पुराने समय से ही लोग शरीर को हेल्दी बनाने और बीमारियों से मुक्त रखने के लिए च्यवनप्राश का सेवन करते आ रहे हैं। च्यवनप्राश में मौजूद गुण और पोषक तत्व शरीर की ताकत और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं। नियमित रूप से च्यवनप्राश का सेवन करने से बीमारियों के जोखिम को कम करने में भी मदद मिलती है। लेकिन आज के समय में मार्केट में तमाम तरह के नकली च्यवनप्राश भी बिकते हैं। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि, असली और नकली च्यवनप्राश में क्या अंतर है? आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं असली और नकली च्यवनप्राश कैसे पहचानें और इनमें अंतर।
असली और नकली च्यवनप्राश कैसे पहचानें?- How To Identify Original And Fake Chyavanprash in Hindi
खाने-पीने की चीजों में मिलावट लंबे समय से होती आ रही है। ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में मार्केट में तमाम लोग मिलावटी सामान बेचते हैं। मिलावटी सामान का सेवन करने से न सर्फ शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचते हैं, बल्कि कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। मार्केट में तमाम तरह के नकली च्यवनप्राश भी बिकते हैं। सर्दी के मौसम में च्यवनप्राश की डिमांड बढ़ जाती है और मार्केट में असली जैसा दिखने वाला नकली च्यवनप्राश बिकने लगता है। असली और नकली च्यवनप्राश को पहचानना बेहद आसान है। च्यवनप्राश खरीदने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखने से आप नकली च्यवनप्राश खरीदने से बच सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: सर्दी में बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खिलाएं घर पर बना च्यवनप्राश, जानें बनाने की विधि
आइये आरोग्यं हेल्थ सेंटर के आयुर्वेदिक डॉ एसके पांडेय से जानते हैं असली और नकली च्यवनप्राश की पहचान कैसे करें-
टॉप स्टोरीज़
1. दूध की सहायता से करें जांच
असली च्यवनप्राश का पता लगाने के लिए आप दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं। दूध में च्यवनप्राश डालकर इसे हल्का हिलाएं। हिलाने के बाद अगर च्यवनप्राश पूरी तरह दूध में मिल जाता है, तो समझ लें यह असली है। अगर दूध में च्यवनप्राश अच्छी तरह से नहीं घुलता है, तो यह नकली च्यवनप्राश है।
इसे भी पढ़ें: च्यवनप्राश खाने का सही समय और तरीका क्या है? जानें डाइटिशियन से
2. स्मेल से करें टेस्ट
असली च्यवनप्राश की महक बेहद अलग होती है। अगर च्यवनप्राश असली है, तो इससे दालचीनी, इलायची और पिप्पली की तेज महक आएगी। नकली च्यवनप्राश में मिलावट होने की वजह से महक कम हो जाती है और इससे पिप्पली, इलायची और दालचीनी की महक नहीं आती है।
3. चख कर करें च्यवनप्राश की पहचान
असली और नकली च्यवनप्राश की पहचान आप इसे चख कर भी कर सकते हैं। असली च्यवनप्राश के स्वाद में मिठास कम रहती है और कड़वाहट भी होती है। वहीं नकली च्यवनप्राश में चीनी जैसी मिठास होती है, क्योंकि इसमें चीनी ज्यादा मिलाते हैं।
असली और नकली च्यवनप्राश की पहचान करने के लिए आप ऊपर बताये गए तरीके अपना सकते हैं। नकली च्यवनप्राश खाने से शरीर को कई गंभीर नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है। सर्दियों में च्यवनप्राश का सेवन करने से शरीर हेल्दी रहता है और बीमारियों का खतरा कम होता है। लेकिन इसका संतुलित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए। इसके अलावा ब्लड शुगर, अस्थमा और सांस के मरीजों को च्यवनप्राश का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए।
(Image Courtesy: Freepik.com)