How To Identify Adulteration In Pulses: दाल हमारे आहार का प्रमुख हिस्सा है। अधिकतर लोग दिन में एक बार दाल का सेवन जरूर करते हैं। इसके सेवन से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलने के साथ यह आसानी से पच भी जाती है। ऐसे में घर के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को आसानी से दिया जा सकता हैं। दाल में सोडियम, पोटेशियम, फाइबर, प्रोटीन, आयरन और विटामिन-सी पाए जाते हैं। इसके सेवन से शरीर की कमजोरी दूर होने के साथ इम्यूनिटी भी मजबूत होती है । दाल से कई तरह की मिठाइयां बनाने के साथ हलवा भी बनाया जा सकता है। लेकिन कई बार बाजार में नकली दाल बहुतायत मिलती है, जो शरीर के लिए हानिकारक होती हैं। इसके सेवन से कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है । नकली दाल की चमक देखकर कई बार ग्राहक उसे खरीद लेते हैं, लेकिन आपको बता दें, इस तरह की दाल मिलावट वाली हो सकती है। आइए जानते हैं फिट क्लीनिक की डाइटिशियन सुमन से नकली दालों की पहचान कैसे करें?
दाल के रंग से पता करें
नकली दाल को पहचान करने के लिए इसके रंग को ध्यान से देखें। साथ ही, असली दाल का पता करने के लिए दाल को दरदरा पीस लें। इस पाउडर को गर्म पानी में डाल दें। पानी में अगर दाल का कलर नजर आने लगे तो समझ जाएं कि यह आर्टिफिशियल कलर है और इस दाल में मिलावट की गई है।
अरहर की दाल में मिलावट जांचने का तरीका
अरहर की दाल में कई बार ‘माटरा दाल’ मिलाया जाता है। माटरा दाल की खेती मध्य प्रदेश के गांव में की जाती है। यह दाल खुद ही उग जाती है, जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। साथ ही, इसमें पोषक तत्व भी नहीं होते। इसके अलावा, कुछ इलाकों में अरहर दाल में खेसारी दाल की भी मिलावट की जा रही है। इस दाल का आकार अरहर दाल से थोड़ा अलग होता है। ऐसे में खरीदते समय आप इसकी जांच अवश्य करें।
मूंग दाल में मिलावट
मूंग दाल शरीर के लिए फायदेमंद होती है। यह अन्य दालों से थोड़ी महंगी होती है। ऐसे में मिलावटखोर इसमें जंगली पौधे के बीज की मिलावट करते हैं।, इस मिलावटी दाल के सेवन से कई बीमारियां भी हो सकती हैं। मूंग दाल की मिलावट चेक करने के लिए इसकी शेप में थोड़ी भिन्नता होती हैं। साथ ही, धोने पर इसका रंग भी हल्का हो जाता है।
इसे भी पढ़ें- सर्दियों में पेट फूलने (ब्लोटिंग) पर इन 4 तरीकों से करें नींबू का इस्तेमाल, जल्दी मिलेगी राहत
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से भी नकली दाल की पहचान की जा सकती है। इसको चेक करने के लिए 1 चम्मच अरहर की दाल लें। इसमें पानी और हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की 2 बूंदे ऊपर से डालें। ऐसा करने से दाल के रंग में परिवर्तन होगा। इससे मिलावटी दाल का पता लग जाएगा।
नकली दालों की पहचान करने के लिए इन तरीकों को फॉलो किया जा सकता है। साथ ही, दाल को किसी अच्छी और विश्वसनीय दुकान से ही खरीदें।
All Image Credit- Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version