गर्मियों के मौसम में पसीना आना एक आम बात है, लेकिन जब यह पसीना बगल यानी अंडरआर्म्स में रुककर स्किन से चिपकता है, तो स्किन में कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। त्वचा विशेषज्ञों के मुताबिक अंडरआर्म्स में होने वाली खुजली, रैशेज, रेडनेस, पसीने की दुर्गंध और फंगल इंफेक्शन जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। खासकर जो लोग टाइट कपड़े पहनते हैं या जिनका शरीर जल्दी पसीना छोड़ता है, उनके लिए यह परेशानी और भी बढ़ जाती है। स्किन एक्सपर्ट्स बताते हैं कि कई बार लोग सोचते हैं कि सिर्फ डियोड्रेंट लगाकर या बगल के एरिया को धोकर वे इस समस्या से बच सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल, अंडरआर्म्स की स्किन काफी सेंसिटिव होती है और यहां की स्किन हेल्थ के लिए कुछ खास केयर जरूरी होती है। पसीने से गीले रहने की वजह से बैक्टीरिया और फंगस यहां तेजी से पनपते हैं। यही कारण है कि अंडरआर्म्स में बार-बार खुजली, जलन या स्किन डार्क होना एक आम समस्या बन जाती है। इस लेख में हम स्किन एक्सपर्ट की सलाह पर आधारित ऐसे 7 आसान टिप्स साझा कर रहे हैं, जिनकी मदद से आप अंडरआर्म्स की स्किन को हेल्दी रख सकते हैं और पसीने की वजह से होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स से राहत पा सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ देवेश मिश्रा से बात की।
1. एंटीसेप्टिक साबुन का इस्तेमाल करें- Use Antiseptic Soap For Underarm Skin Problems
बगल की त्वचा को साफ और ड्राई रखना बहुत जरूरी है। दिन में कम से कम 2 बार हल्के एंटीसेप्टिक साबुन से अंडरआर्म्स धोएं। पसीने के बाद भीग चुके कपड़ों को तुरंत बदलें और त्वचा को हल्के तौलिए से सुखाएं। गर्मियों में 2 बार नहा सकते हैं, इससे हाइजीन और फ्रेशनस दोनों बरकरार रहती है।
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2. सूती कपड़े पहनें- Wear Cotton Clothes For Underarm Skin Problems
टाइट और सिंथेटिक कपड़े, पसीने को स्किन से चिपका देते हैं जिससे त्वचा में रैशेज और जलन की संभावना बढ़ती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार गर्मियों में हल्के रंग के कॉटन कपड़े पहनने चाहिए ताकि स्किन को सांस लेने की जगह मिले।
3. एंटीफंगल पाउडर का इस्तेमाल करें- Use Antifungal Powder For Underarm Skin Problems
अगर आपको बार-बार अंडरआर्म्स में जलन या खुजली होती है, तो डॉक्टर की सलाह से एंटीफंगल पाउडर का इस्तेमाल करें। यह स्किन को ड्राई रखता है और फंगल ग्रोथ को रोकता है। आप टी ट्री ऑयल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो पसीने की बदबू और इंफेक्शन को कम करने के लिए असरदार हैं। लेकिन इसे नारियल तेल में मिलाकर लगाएं।
4. डियोड्रेंट का इस्तेमाल कम करें- Limit Use of Deodorants in Underarm Skin Problems
कई बार डियोड्रेंट में मौजूद केमिकल्स स्किन एलर्जी या जलन का कारण बन सकते हैं। बिना एल्कोहल वाला, स्किन-फ्रेंडली डियो चुनें और इसे ज्यादा मात्रा में न लगाएं। एलोवेरा-बेस्ड नेचुरल डिओ का चुनाव करें।
5. घरेलू उपाय अपनाएं- Try Natural Remedies For Underarm Skin Problems
नीम की पत्तियों को उबालकर उससे अंडरआर्म्स धोना, ऐलोवेरा जेल लगाना या मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाने जैसे घरेलू उपायों से भी स्किन को राहत मिलती है। ये उपाय स्किन को ठंडक देते हैं और जलन व खुजली से बचाते हैं।
6. स्किन को मॉइश्चराइज करें- Moisturize Your Skin
अंडरआर्म्स की स्किन को भी हाइड्रेशन की जरूरत होती है। नहाने के बाद हल्का, खुशबू रहित मॉइश्चराइजर लगाएं ताकि स्किन सॉफ्ट रहे और रैशेज से बचे। त्वचा में खुजली और जलन से राहत देने के लिए बर्फ की हल्की सिंकाई करें, यह त्वचा में इंफ्लेमेशन को कम करती है।
7. डॉक्टर से संपर्क करें- Consult a Dermatologist
अगर अंडरआर्म्स में रैशेज, लाल चकत्ते या जलन लगातार बनी हुई है, तो घरेलू उपाय अपनाने की जगह त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। यह फंगल इंफेक्शन या स्किन एलर्जी का संकेत हो सकता है।
बगल में होने वाली स्किन समस्याएं सुनने में मामूली लग सकती हैं, लेकिन समय पर ध्यान न देने पर ये काफी परेशान कर सकती हैं। पसीना, नमी और गलत केयर रूटीन मिलकर अंडरआर्म्स की स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऊपर दिए गए आसान टिप्स अपनाकर आप न सिर्फ स्किन को स्वस्थ रख सकते हैं, बल्कि दिनभर ताजगी का अनुभव भी कर सकते हैं।
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FAQ
बगल में फुंसी क्यों होती है?
बगल में फुंसी आमतौर पर पसीने, बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन, ब्लॉक्ड हेयर फॉलिक्ल्स या शेविंग के कारण होती है। गंदगी और ह्यूमिड माहौल इसे बढ़ावा देता है। साफ-सफाई का खास ख्याल रखें।बगल में गांठ हो जाए तो क्या करना चाहिए?
बगल में गांठ होने पर घबराएं नहीं। यह अक्सर सूजन या इंफेक्शन से होती है। गर्म सिंकाई करें और आराम करें। अगर गांठ दर्दनाक हो, बढ़ रही हो या फीवर के साथ हो जाए, तो डॉक्टर से जांच जरूर कराएं।बगल में दर्द होने के क्या कारण हैं?
बगल में दर्द की वजह फुंसी, मसल स्ट्रेन, इंफेक्शन, लिम्फ नोड्स की सूजन या हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं। लंबे समय तक दर्द रहने या गांठ बनने पर मेडिकल जांच कराना जरूरी है।