How To Control Anxiety At Night: शारीरिक स्वास्थ्य की तरह मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी बेहद जरूरी है। लेकिन बिजी लाइफस्टाइल के कारण कई बार खुद पर ध्यान देना काफी मुश्किल हो जाता है। दिनभर काम करने के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ने लगते है। इसके कारण कई लोगों को एंग्जायटी की समस्या हो जाती है। इस समस्या में दिल की धड़कन तेज हो जाती है, मन शांत नहीं होता, व्यक्ति बिना कारण उदास, परेशान, थकावट और कमजोरी महसूस करने लगता है। वहीं कुछ लोगों को रात में सोने के दौरान यह समस्या ज्यादा होती है। ऐसे में उनके लिए खुद पर कंट्रोल कर पाना भी मुश्किल हो जाता है। रात में होने वाली इस एंग्जायटी के बारे में समझने के लिए हमने बात की सर गंगा राम अस्पताल (ओल्ड राजेन्द्र नगर) की एसोसिएट कंसल्टेंट रिहैबिलिटेशन साइकोलॉजिस्ट नीलम मिश्रा से।
जानिए रात में क्यों होती है एंग्जायटी की समस्या? Why Is Anxiety Worse At Night
अगर आप कुछ समस्याओं के बीच फंसे हुए हैं, तो इससे आपको दिनभर एंग्जायटी महसूस हो सकती है। नींद और आराम की कमी होना भी इसका कारण हो सकता है। अधूरी नींद के कारण आपकी परेशानी बढ़ सकती है और आप स्ट्रेसफुल महसूस कर सकते हैं। वहीं कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के चलते या जेनेटिक कारणों से भी रात में एंग्जायटी बढ़ सकती है।
रात के दौरान एंग्जायटी होने पर अपनाएं ये खास टिप्स- How To Control Anxiety At Night
खुद को रिलैक्स करें
रात में सोने से पहले कोशिश करें कि आपके दिमाग में किसी भी तरह का तनाव या चिंता न हो। वहीं सोने से पहले चिंता वाले मुद्दों के बारे में बिल्कुल न सोचें, अन्यथा यह आपकी परेशानी को ज्यादा बढ़ा सकता हैं। इस दौरान उन चीजों पर ज्यादा समय लगाएं जिनसे आपको खुशी मिलती है।
स्क्रीन टाइम कंट्रोल रखें
आपको पहले से तय करके रखना होगा कि आप कितना समय स्क्रीन टाइम को देना चाहेंगे। जरूरत से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस पर समय बिताने से यह आपकी नींद पर असर डाल सकता है।
इसे भी पढ़े- एंग्जायटी डिसऑर्डर क्या है और क्यों होता है? 32 वर्षीय आयशा पटेल की केस स्टडी से समझें इसे
अपनी समस्याओं को लिखें
अपनी समस्या से बाहर आने के लिए लिखना एक बेहद असरदार तरीका है। अगर आपको रात के दौरान बैचेनी और तनाव ज्यादा होता है, तो आपको उन समस्याओं को लिखना शुरू करना चाहिए। जो भी चीजें आपको परेशान या बैचेन कर रही है उन्हें लिखने से आप बेहतर महसूस कर सकते हैं।
मेडिटेशन की आदत बनाएं
दिमाग को शांत रखने के लिए मेडिटेशन सबसे असरदार तरीका माना जाता है। मेडिटेशन करने से तनाव कम होगा और आपको बेहतर नींद लेने में मदद मिल सकती है। इससे माइंड को रिलैक्स होने में मदद मिलेगी और स्ट्रेस फ्री महसूस कर पाएंगे।
इसे भी पढ़े- एंग्जायटी का संकेत हो सकते हैं ये 5 छिपे हुए लक्षण, सामान्य समझकर न करें अनदेखा
डॉक्टर से सलाह लें
रात में एंग्जायटी होना कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का कारण भी हो सकता है। इसलिए अगर किसी भी तरीको को अपना कर आपको राहत नहीं मिल रही है, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें। थेरेपी और दवाओं की सहायता से आपको समस्या से जल्द बाहर आने में मदद मिल सकती है।