How To Stop Worrying at Night: क्या आपको भी आधी रात में अचानक बेचैनी होना शुरू हो जाती है? क्या आपको भी सोने में रोज परेशानी होती है? अगर आपको लगातार ये संकेत देखने को मिल रहे हैं, तो ये मिड-नाइज एंग्जायटी हो सकती है। मिड-नाइज एंग्जायटी एक तरह की एंग्जायटी है जिसमें व्यक्ति को आधी रात में बेचैनी होना शुरू हो जाती है। यह समस्या आधी रात या उठने के समय से कुछ घंटे पहले ज्यादा हो सकती है। ऐसे में व्यक्ति को सोने में परेशानी होती है। यह समस्या मेंटल हेल्थ या फिजिकल हेल्थ की चल रही कुछ परेशानियों के कारण भी हो सकती है। अगर इसे समय पर कंट्रोल न किया जाए, तो यह स्लीप पैटर्न को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। आगे लेख में विस्तार से समझें इस स्थिति के बारे में।
मिड-नाइज एंग्जायटी क्या होती है? What Is Midnight Anxiety
मिड-नाइज एंग्जायटी एक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को आधी रात में बेचैनी होना शुरू हो जाती है। इस समस्या में व्यक्ति की अचानक से नींद खुल जाती है और दुबारा सोने में परेशानी होती है। इस स्थिति में व्यक्ति के दिमाग में लगातार विचार चलते हैं जिस कारण उसे एंग्जायटी होने लगती है।
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मिड-नाइज एंग्जायटी होने के क्या कारण होते हैं? Causes of Midnight Anxiety
मिड-नाइज एंग्जायटी मेंटल और फिजिकल हेल्थ में अचानक आए कुछ बदलावों के कारण हो सकती है। इसका कारण लाइफ में चल रही कोई स्ट्रेसफुल कंडीशन, अनसुलझे विचार या भविष्य को लेकर डर होना हो सकता है। इसके अलावा कुछ हेल्थ कंडीशन या कुछ दवाओं के सेवन के कारण भी यह स्थिति हो सकती है।
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मिड-नाइज एंग्जायटी से कैसे डील करें- How To Deal With The Condition of Midnight Anxiety
एंग्जायटी होने का कारण समझें- Reason of Anxiety
मिड-नाइज एंग्जायटी को कंट्रोल करने के लिए इसके कारणों पर काम करना जरूरी है। पहले समझें कि आपको रोज रात को एंग्जायटी क्यों होती है। जैसे कि लाइफ में कुछ स्ट्रेसफुल होना या हेल्थ इशु के कारण नींद न आना। इसकी वजहों पर काम करने से मिड-नाइज एंग्जायटी कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
बेड टाइम रूटीन बनाएं- Bed Time Routine
अपना बेड टाइम रूटीन बनाकर रखें। आपको पहले से डिसाइड करना होगा कि आपको खाना खाने के कितनी देर बाद सोना है। हेल्दी स्लीप के लिए आपको क्या-क्या करना है। सोने से पहले कमरे में शांति है या नहीं और लेटने के कितनी देर बाद आपको नींद आती है। इन बातों का ध्यान रखने से आपको मिड-नाइज एंग्जायटी कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
माइंड को रिलैक्स रखने पर काम करें- Mind Relaxing Technique
माइंड को रिलैक्स करने के लिए माइंडफुलनेस पर काम करें। रिलैक्सिंग टैक्निक के लिए आप मेडिटेशन कर सकते हैं। इससे आपको स्ट्रेस और एंग्जायटी को कंट्रोल रखने में मदद मिल पाएगी।
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कैफीन इनटेक कम करें- Reduce Caffeine Intake
सोने से करीब 4 से 5 घंटे पहले ही अपना कैफीन इनटेक पूरी तरह बंद कर दें। क्योंकि कैफीन के कारण बॉडी बहुत देर तक एक्टिव रहती है। इस कारण आपको सोने में परेशानी हो सकती है।
स्क्रीन टाइम कम करें- Reduce Screen Time
हेल्दी स्लीप के लिए आपको स्क्रीन टाइम का ध्यान रखना भी जरूरी है। सोने से करीब 2 घंटे पहले मोबाइल और लैपटॉप इस्तेमाल करना बंद कर दें। इससे आपको बॉडी और माइंज दोनों को रिलैक्स रखने में मदद मिलगी।
अगर आपको कई दिनों से मिड-नाइट एंग्जायटी से संकेत दिख रहे हैं, तो इन पर तुरंत काम करना शुरू करें। इनके बावजूद अगर आपको सोने में परेशानी होती है तो डॉक्टर से संपर्क करें।