Tips To Balance Vaginal Ph Level: महिलाओं के लिए फिजिकल हेल्थ के साथ वजाइनल हेल्थ पर ध्यान देना भी जरूरी है। वजाइनल हेल्थ से जुड़ी किसी भी समस्या को नजरअंदाज करना बीमारी का कारण बन सकता है। ऐसे में वजाइना का पीएच असंतुलित होना भी बड़ा कारण हो सकता है। अगर वजाइना का पीएच लेवल बिगड़ता है, ताे इस स्थिति में वजाइना में सूखापन हाेने लगता है। इसके कारण वजाइना में बदबू, खुजली हाेने लगती है। एक्सपर्ट के मुताबिक वजाइना का पीएच लेवल 3.5 से लेकर 4.5 तक हाेना बेहद जरूरी हाेता है। इससे ज्यादा या कम होने पर इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। लेकिन अगर आप कुछ चीजों का विशेष ध्यान रखते हैं, तो आप वजाइना का पीएच संतुलित रख सकते हैं। इस बारे में हमें जानकारी दी मैक्स हॉस्पिटल (गुरुग्राम) की एसोसिएट डायरेक्टर और ऑरा स्पेशलिटी क्लिनिक (गुरुग्राम) की डायरेक्टर डॉ रितु सेठी (गायनेकोलॉजिस्ट और आब्स्टेट्रिशन) ने। डॉक्टर ने वजाइनल पीएच बैलेंस रखने के कुछ टिप्स हमसे शेयर किये हैं। आइये इस लेख में जानें इसके बारे में।
वजाइना का पीएच संतुलित रखने के लिए अपनाएं ये टिप्स- Tips To Balance PH Level of Vagina
हाइजीन का पूरा ध्यान रखें- Focus on Hygiene
वजाइना का पीएच संतुलित रखने के लिए हाइजीन का ध्यान रखना जरूरी है। अगर आप हाइजीन पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं, तो इससे वजाइना का पीएच असंतुलित हो सकता है। पीएच असंतुलित होने से इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
कॉटन अंडरवेयर पहनें- Wear Cotton Underwear
कॉटन अंडरवेयर पहनने से पेट से निचले हिस्से पर ज्यादा दवाब नहीं पड़ता है। कॉटन अंडरवेयर पहनने पर पसीना और गीलापन भी जल्दी सूख जाता है। इससे बैक्टीरिया को पनपने का मौका नहीं मिलता और वजाइना का पीएच बैलेंस रहता है। कॉटन अंडरवेयर पहनने से जलन और खुजली होने का खतरा भी नहीं होता है।
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टाइट कपड़े अवॉइड करें- Avoid Tight Clothes
टाइट कपड़े पहनने से ब्लड सर्कुलेशन होने में रुकावट आ जाती है। इसके कारण वजाइना में पसीना भी बढ़ जाता है जिससे इंफेक्शन हो सकता है। ऐसे में वजाइना का पीएच लेवल भी बिगड़ सकता है। इसलिए बहुत टाइट अंडरवेयर या पैंट्स नहीं पहनें।
खुद को हाइड्रेट रखें- Stay Hydrated
पीएच बैलेंस रखने कर लिए बॉडी हाइड्रेट होना भी जरूरी है। अगर आप पर्याप्त पानी पीते हैं, तो इससे यूरिन के जरिये टॉक्सिन बॉडी से बाहर आ जाते हैं। ऐसे में वजाइना का पीएच बैलेंस रहता है और इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है। हाइड्रेट रहने से बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन का खतरा भी कम होता है।
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सेफ सेक्स पर ध्यान दें- Practice Safe Sex
वजाइना का पीएच बैलेंस रखने के लिए सेफ सेक्स प्रैक्टिस पर ध्यान दें। अनसेफ सेक्स करने से बीमारियों का खतरा ज्यादा हो सकता है। इससे बैक्टीरिया वजाइना में पनपने लगते हैं और पीएच लेवल बिगाड़ सकते हैं। इसलिए सेफ सेक्स प्रैक्टिस पर ध्यान दें।
ये टिप्स आपको वजाइना का पीएच संतुलित रखने में मदद करेंगी। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो शेयर करना न भूलें।
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