Lifestyle Changes To Balance Prolactin Levels: महिलाओं में अक्सर प्रेग्नेंसी के दौरान और प्रसव के बाद प्रोलैक्टिन हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है। ये हार्मोन स्तन विकास में भूमिका निभाता है और शिशु होने के बाद महिलाओं के स्तन में दूध उत्पादन को बढ़ावा देता है। इसके अलावा भी कई बार महिलाओं में प्रोलैक्टिन का स्तर बढ़ जाता है, तो इसे बैलेंस करनी की जरूरत होती है। प्रोलैक्टिन हार्मोन का लेवल ज्यादा होने पर कई तरह की समस्याएं जैसे अनियमित पीरियड्स और कंसीव करने में भी दिक्कत आ सकती हैं। प्रोलैक्टिन लेवल का हार्मोन बढ़ने पर कई तरह के लक्षण नजर आते हैं जैसे सिरदर्द, निप्पल डिस्चार्ज और धुंधली दृष्टि। ऐसे में प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। ये बदलाव करने पर प्रोलैक्टिन लेवल का बैलेंस ठीक रहेगा। डाइटिशियन मनप्रीत ने सोशल मीडिया पर एक विडियो शेयर किया है, जिसमें वह प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने की सलाह देती हैं।
1. घास पर चलें
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए नंगे पैर घास पर चलें। ऐसा करने से हार्मोन के उतार-चढ़ाव में असर होगा और ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल होगा। घास पर चलने से शरीर को एनर्जी मिलने के साथ हार्ट से संबंधित बीमारियां होने का खतरा कम होता हैं।
2. अनुलोम-विलोम
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए डेली रूटिन में अनुलोम-विलोम करें। अनुलोम-विलोम करने के दौरान गहरी सांस लें। ऐसा करने से तनाव का स्तर कम होने के साथ प्रोलैक्टिन का स्तर ठीक होता है।
3. विटामिन ई युक्त फूड्स शामिल करे
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए डाइट में विटामिन ई युक्त फूड्स को शामिल करें। ये फूड्स शामिल करने से त्वचा को मॉइस्चराइज करने के साथ रूखेपन से बचाव होता है। विटामिन ई फूड्स के लिए डाइट में बादाम, चुकंदर, पालक और एवोकैडो का सेवन किया जा सकता हैं।
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4. ज्यादा स्ट्रेंथ वर्कआउट करने से बचें
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए ज्यादा स्ट्रेंथ वर्कआउट करने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपको कमजोरी महसूस हो सकती है। अगल स्ट्रेंथ एक्सरसाइज करना चाहते है, तो हफ्ते में केवल 3 बार ही करें।
5. दवाइयों के सेवन से बचें
अगर आप भी एंटीसाइकोटिक्स, एंटीडिप्रेसेंट और बीपी से जुड़ी दवाइयों का सेवन करते हैं, तो इन दवाइयों के सेवन से बचना चाहिए। ये दवाइयां प्रोलैक्टिन के स्तर को बढ़ा सकती हैं।
6. विटामिन बी6 युक्त फूड्स को शामिल करे
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए विटामिन बी6 युक्त फूड्स को डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए। ये फूड्स ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने के साथ शरीर को स्वस्थ रखता है। विटामिन बी6 फूड्स शकरकंद, केला, पत्तेदार सब्जियां आदि को डाइट में शामिल करें।
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7. शराब के सेवन से बचें
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए शराब के सेवन से बचना चाहिए। शराब के सेवन से शरीर को नुकसान होने के साथ कई बीमारियों का खतरा बढ़ता हैं।
8. चेस्टबेरी चाय का सेवन करें
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए शाम को नियमित चेस्टबेरी चाय का सेवन करें। ये चाय पीने से प्रोजेस्टेरोन के स्तर को बढ़ाती है और वजन को भी कंट्रोल करती है।
9. मुलेठी ड्रिंक
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए सोने से पहले 1 टुकड़ा मुलेठी का लें उसमें 1 कप पानी को डालकर अच्छे से उबाल लें। जब पानी आधा रह जाएं, तो छान कर गुनगुना होने पर पिएं।
10. नींद
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए रात को 8 घंटे की नींद अवश्य लें। नींद लेने से तनाव कम होने के साथ हार्मोन संतुलित रहते हैं।
प्रोलैक्टिन लेवल को बैलेंस करने के लिए लाइफस्टाइल में ये बदलाव किए जा सकते हैं। हालांकि, अगर कोई बीमारी या एलर्जी की समस्या है, तो डॉक्टर से पूछकर ही इसका सेवन करें।