शरीर के लिए संतुलन बेहद जरूरी है। चाहे वो खान-पान का संतुलन हो या फिर हार्मोन्स का, इनका असंतुलन सेहत से जुड़ी कई समस्याओं की वजह बन सकता है। लेकिन, आज हम बात करेंगे बॉडी पीएच के असंतुलित होने की जिसकी वजह से शरीर को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, शरीर का संतुलित पीएच एंजाइमों और प्रोटीनों के काम का संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकता है। इसके अलावा ये शरीर के अलग-अलग टिशूज तक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा जितने भी बायोकैमिकल रिएक्शन हैं उन्हें हेल्दी तरीके से काम करने में मदद करने के लिए पीएच का संतुलित होना जरूरी है। इसके अलावा पाचन, हार्मोन के स्तर और मेटाबॉलिज्म को बैलेंस रखने के लिए पीएच का सही होना बेहद जरूरी है। इसलिए अगर आपको इन तमाम चीजों को सही रखना है तो असंतुलित पीएच के लक्षणों के बारे में जानना चाहिए जिसके लिए हमने डॉ. अरविंद अग्रवाल, सीनियर कंसल्टेंट, इंटर्नल मेडिसिन, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली से बात की।
शरीर में असंतुलित पीएच के लक्षण-Symptoms of an imbalanced pH in body
डॉ. अरविंद अग्रवाल, बताते हैं कि शरीर में असंतुलित पीएच स्तर कई तरह की समस्याओं का कारण बन सकता है। पीएच स्तर का सही संतुलन शरीर के अंदर स्वस्थ माहौल बनाता है, जिससे कोशिकाएं सही तरीके से काम करती हैं। अगर पीएच असंतुलित हो जाता है, तो शरीर में अम्लीय या क्षारीयता बढ़ सकती है, जिससे अनेक लक्षण दिखाई देते हैं। जैसे कि
- - सबसे पहले पीए असंतुलित होने पर आपको थकान हो सकती है।
- -बार-बार मूत्र संक्रमण और त्वचा में जलन की समस्या हो सकती हैं।
- -इसके अलावा खुजली और मुंह की दुर्गंध भी आपको परेशान कर सकती है।
- -बालों का झड़ना भी असंतुलित पीएच का ही लक्षण हो सकता है।
- -असंतुलित पीएच की वजह से आपको पाचन समस्याएं हो सकती हैं।
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इन तमाम लक्षणों के अलावा महिलाओं में योनि का पीएच असंतुलित होने पर जलन, असामान्य स्राव और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यह असंतुलन गलत खान-पान, तनाव, दवाओं के अधिक सेवन, या हॉर्मोनल परिवर्तन के कारण हो सकता है। उचित जांच के बाद सही उपचार और जीवनशैली में बदलाव करने की जरूरत है, जैसे संतुलित आहार लेना, हाइड्रेटेड रहना, और साफ-सफाई का ध्यान रखना।
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असंतुलित पीएच स्तर को अनदेखा करने से गंभीर संक्रमण और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही देखभाल से पीएच स्तर नियंत्रित किया जा सकता है और आप स्वस्थ रह सकते हैं। इसके अलावा आपको अपने बॉडी के पीएच लेवल के बारे में भी जानना चाहिए, ताकि असंतुलन के लक्षणों को समय पर पहचानकर आप इसकी वजह से होने वाली समस्याओं से बच सकें।