
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो दुनियाभर में सैकड़ों लोगों को प्रभावित करती है। यह एक लाइलाज बीमारी है, जिसे सिर्फ हेल्दी लाइफस्टाइल, डाइट और दवाइयों की मदद से कंट्रोल में रखा जा सकता है। डायबिटीज के मरीजों के शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ाने के कारण स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ सकती हैं, जो आपकी सेहत को बुरी तरह प्रभावित करती हैं। डायबिटीज के मरीज अक्सर इसके कारण होने वाली अन्य समस्याओंं को नजरअंदाज कर देते हैं। ऐसे में हमने डायबिटीज के कारण होने वाली जटिलताओं और उनको मैनेज करने के तरीकों को जानने के लिए कर्नाटक के बनरघट्टा रोड पर स्थित अपोला शुगर क्लिनिक के कंसल्टेंट एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. वरुण सूर्यदेवरा से बात की-
डायबिटीज से कौन-सा अंग खराब हो सकता है?
- शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के कारण आपको दिल से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती है, जिससे स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है।
- डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल न रहने के कारण आपकी किडनी पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है, जिससे डायबिटीज नेफ्रोपैथी की समस्या हो सकती है।
- हाई ब्लड शुगर का असर आपकी आंखों पर भी पड़ सकता है, जिसके कारण धूंधलापन या अंधेपन की समस्या हो सकती है, जिसे डायबिटीज रेटिनोपैथी कहा जाता है।
- डायबिटीज में हाई ब्लड शुगर होने पर नर्व डैमेज भी हो सकता है।
- हाई ब्लड शुगर वाले व्यक्तियों को मसूड़ों और दांतों की समस्याएं होना भी आम है।
- डायबिटीज में हाई ब्लड शुगर लेवल मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं का कारण बन सकता है, जिससे हड्डियों, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है।
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डायबिटीज में होने वाली समस्याओं के जोखिम को कैसे कम करें?
डॉ. वरुण सूर्यदेवरा का कहना है कि, "डायबिटीज के कारण होने वाली कई स्वास्थ्य समस्याओं को रोका या टाला जा सकता है। शरीर में सही ब्लड शुगर (Hba1c 7% से कम) लेवल , ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहना(140/90 mm Hg से कम) और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को लक्ष्य सीमा के अंदर बनाए रखना डायबिटीज की जटिलताओं की रोकथाम के लिए जरूरी है। अक्सर इन महत्वपूर्ण पहलुओं को डायबिटीज प्रबंधन के ABC (A1c, BP, कोलेस्ट्रॉल) के रूप में देखा जाता है।"
इसके अलावा, डायबिटीज के इलाज के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करना भी जरूरी होता है। जिसके लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में सब्जियों, फलों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर संतुलित आहार शामिल करें। डायबिटीज के सभी मरीजों को ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए नियमित व्यायाम करना चाहिए, जिससे हेल्दी वजन बनाए रखने में मदद मिलेगी।
डायबिटीज के कारण होने वाली समस्याओं के बारे में कैसे पता करें?
डायबिटीज से जुड़ी समस्याओं का जल्दी पता लगाने के लिए नियमित जांच और स्क्रीनिंग बहुत जरूरी है। आंख की जांच की मदद से रेटिनोपैथी के शुरुआती लक्षणों का पता लगाया जा सकता है और हर साल इस जांच को करवाना चाहिए। य़ूरिन में एल्ब्यूमिन के उत्सर्जन से किडनी की बीमारी का पता लगाने में मदद मिल सकती है। पैरों की नियमित जांच से ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी समस्याओं या नर्व डैमेज का पता लगाय जा सकता है। जबकि नियमित रूप से डेंटल चेकअप करवाने से मसूड़ों और दांत से जुड़ी समस्याओं के बारे में पता लगाने में मदद मिल सकती है। ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और अन्य दिल से जुड़े जोखिम को कम करने के लिए ईसीजी, थ्रेडमिल टेस्ट करवना चाहिए।
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निष्कर्ष
डायबिटीज की समस्या से छुटकारा पाना मुश्किल हो सकता है, लेकिन इसके लक्षणों और इसके कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से राहत पाने के लिए जरूरी है कि आप अपनी सेहत का खास ध्यान रखें। अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जिनमें GI कम हो और वो आपके सेहत के लिए फायदेमंद हो। इसके साथ ही नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियां और योग पर फोकस करें और शरीर में नजर आने वाले किसी भी तरह के बदलाव, स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज किए बिना डॉक्टर से तुरंत कंसल्ट करें।
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