Can Hypertensive Retinopathy Be Reversed: बढ़ते प्रदूषण, खराब लाइफस्टाइल और डाइट का असर सेहत पर साफ देखने को मिलते हैं। इसके अलावा, मोटापा और कम होती है शारीरिक गतिविधियों के कारण लोगों में डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ने लगी है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट और आंखे प्रभावित हो सकती है। इसकी वजह से आंखों तक जानें वाली नसों में ब्लड सर्कुलेशन कम हो सकता है। इस स्थिति को हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी (Hypertensive Retinopathy) कहते हैं। यह आंखों से जुड़ी एक गंभीर समस्या होती है। इस स्थिति में व्यक्ति को दिखाई देने में समस्या होती है। साथ ही, चीजों को पढ़ना और कंप्यूटर पर काम करते समय आंखों में दर्द होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इस लेख में यशोदा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर नरिंदर सिंह से जानते हैं कि हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी होने के आंखों की समस्या को दोबारा ठीक किया जा सकता है? (Can you recover from hypertensive retinopathy)
हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी में क्या लक्षण होते हैं? - Symptoms Of Hypertensive Retinopathy In Hindi
- आंखों में दर्द या दबाव महसूस होना
- धुंधला दिखाई देना
- आंखों के सामने काले धब्बे आना (फ्लोटर्स)
- गंभीर स्थिति में स्थाई परिवर्तन होना
- रात के समय साफ से न दिखाई देना, आदि।
क्या हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी से पूरी तरह ठीक होना संभव है? - Can you recover from hypertensive retinopathy in hindi
हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी की गंभीरता इस बात पर निर्भर करती है कि व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या कितने समय से हैं। साथ ही, इससे आपकी आंखों को कितना डैमेज हुआ है। यदि शुरुआती स्थिति में इस समस्या को पहचान लिया जाता है और उपचार शुरू किया जाए है, तो इसे नियंत्रित करना आसान होता है। हालांकि, पूरी तरह से ठीक होने की संभावना इस पर निर्भर करती है कि आंखों में कितना डैमेज हुआ है। इसे दो चरणों में समझा जा सकता है। जिसे आगे बताया गया है।
प्रारंभिक स्थिति
यदि हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी की पहचान शुरुआती दौर में हो जाए, तो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करके और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाकर रेटिनोपैथी को रोका जा सकता है। इस स्थिति में, आंखों को कम नुकसान होता है और विजन नॉर्मल हो सकता है।
गंभीर स्थिति
यदि हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी गंभीर अवस्था में पहुंच चुकी है, तो आंखों की रोशनी को पूरी तरह से ठीक करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। डैमेज अधिक होने पर आंखों की रोशनी परमानेंट खराब हो सकती है। ऐसे मामलों में डॉक्टर रोग के लक्षणों को कम करने का प्रयास करते हैं।
हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी को कैसे मैनेज करें?
- इस समस्या की मुख्य वजह हाई ब्लड प्रेशर होता है, तो ऐसे में ब्लड प्रेशर को निंयत्रित करने की सलाह दी जाती है। बीपी को कंट्रोल करने से आंखों के डैमेज को कंट्रोल कर सकते हैं।
- सही खानपान, नियमित व्यायाम, धूम्रपान और शराब से बचना और तनाव को कम करने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
- हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी में डॉक्टर से नियमित रूप से आंखों की जांच कराना जरूरी है, ताकि किसी भी समस्या को समय रहते पहचाना जा सकता है।
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हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी से पूरी तरह ठीक होना इस बात पर निर्भर करता है कि रोग को कितनी जल्दी पहचाना जाता है और उपचार शुरू किया जाता है। प्रारंभिक स्थिति में आंखों की समस्या को नियंत्रित करना आसान होता है। यदि आंखों में रोशनी या किसी तरह के बदलाव महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।