Does Magnesium Help in Diabetes in Hindi: शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी पोषक तत्वों का बैलेंस रहना जरूरी होता है। शरीर में किसी भी पोषक तत्व की कमी होने पर आपको शारीरिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। डायबिटीज के रोगियों को अपने खान-पान को लेकर थोड़ा एक्टिव रहना चाहिए। अगर आपको डायबिटीज है तो ऐसे में तली-भुनी और मसालेदार चीजें खाने से परहेज करना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों में अक्सर मैग्नीशियम की कमी देखी जाती है। शारीरिक विकास और बॉडी को तंदुरस्त रखने के लिए मैग्नीशियम की आपूर्ति होना बेहद जरूरी होता है।
डायबिटीज के मरीजों में मैग्नीशियम की कमी होने पर कई बार समस्या और बढ़ सकती है। मैग्नीशियम डायबिटीज को मैनेज करने में अहम भूमिका निभाता है। आमतौर पर टाइप 2 डायबिटीज होने पर मैग्नीशियम के सेवन को बढ़ा देना चाहिए। मैग्नीशियम ग्लूकोज और इंसुलिन सेंस्टिविटी को बेहतर करने में काफी मददगार साबित होता है। आइए दिल्ली के अग्रवाल होम्योपैथी क्लीनिक के डॉ. पंकज अग्रवाल से जानते हैं डायबिटीज में मैग्नीशियम कैसे मददगार होता है? (Is magnesium good for diabetics in Hindi) -
डायबिटीज में मैग्नीशियम कैसे मददगार होता है?
डॉक्टर के मुताबिक डायबिटीज में मैग्नीशियम काफी मददगार हो सकता है। अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो ऐसे में मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ानी चाहिए। मैग्नीशियम डायबिटीज को मैनेज करने में (Magnesium Helps Manage Diabetes in Hindi) काफी अहम भूमिका निभाता है। इसे खाने से टाइप 2 डायबिटीज को आसानी से मैनेज किया जा सकता है। National Institutes of Health (NIH) के मुताबिक मैग्नीशियम या मैग्नीशियम के सप्लीमेंट्स लेने से फास्टिंग में ग्लाइसेमिक कंसंट्रेशन में सुधार होता है साथ ही साथ इंसुलिन सेंस्टिविटी भी बेहतर होती है। मैग्नीशियम आपके बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल को भी सुधारने में मदद करते हैं।
मैग्नीशियम लेने से मैनेज रहती है डायबिटीज
मैग्नीशियम डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। मैग्नीशियम लेने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम (Magnesium Reduces Risk of Type 2 Diabetes in Hindi) होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो मैग्नीशियम लेने से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है, बल्कि अगर आपका ब्लड शुगर ज्यादा हाई रहता है तो आप मैग्नीशियम वाले सप्लीमेंट्स को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
अगर आप डायबिटीज के मरीज नहीं है फिर भी मैग्नीशियम लेते हैं तो इससे भविष्य में आपको टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा काफी कम हो जाता है। आमतौर पर शरीर में सूजन होना भी डायबिटीज की स्थिति (Can Inflammation Causes Diabetes in Hindi) पैदा कर सकता है। ऐसे में मैग्नीशियम लेने से आपका ब्लड शुगर स्पाइक नहीं होता है और डायबिटीज आसानी से मैनेज होती है।
मैग्नीशियम की कमी के संकेत
- मैग्नीशियम की कमी होने पर आपको शरीर में कई तरह के बदलाव दिखाई दे सकते हैं।
- मैग्नीशियम की कमी होने पर आपको मसल क्रैंप्स और मांसपेशियों में संकुचन महसूस हो सकता है।
- इस पोषक तत्व की कमी होने पर आपकी हार्टबीट पर प्रभाव पड़ सकता है।
- ऐसे में कई बार सुन्नपन महसूस होने के साथ ही साथ दौरे पड़ने जैसी समस्या भी हो सकती है।
- मैग्नीशियम की कमी होने पर आपको थकान, उल्टी और कमजोरी का भी सामना करना पड़ सकता है।
- इस स्थिति में न केवल आपके व्यवहार में बदलाव आ सकता है, बल्कि आप चिड़चिड़े भी हो सकते हैं।
- ऐसे में कई बार भूख नहीं लगने और जी मचलाने जैसी समस्या हो सकती है।
मैग्नीशियम के अच्छे सोर्स
- मैग्नीशियम की कमी पूरी करने के लिए आप दूध, टोफी और लीगम्स आदि खा सकते हैं।
- इसके लिए आप पीनट बटर और मूंगफली खा सकते हैं।
- मैग्नीशियम की आपूर्ति करने के लिए आप केले, सूखी खुबानी आदि का सेवन कर सकते हैं।
- इसके लिए आप काजू, बादाम, अखरोट, हेजलनट्स, सूरजमुखी के बीज और ब्राजील नट्स आदि खा सकते हैं।
- ऐसे में आप ब्राउन राइस, मिलेट और साबुत अनाज खा सकते हैं।
- इसके लिए आप फल और सब्जियों का भी सेवन कर सकते हैं।
FAQ
क्या मधुमेह रोगी मैग्नीशियम ले सकते हैं?
जी हां, डायबिटीज या मधुमेह के मरीज निश्चित तौर पर मैग्नीशियम ले सकते हैं। मैग्नीशियम लेने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम होता है साथ ही साथ इससे ब्लड शुगर भी कम होती है।मैग्नीशियम किसे नहीं लेना चाहिए?
कुछ लोगों के लिए मैग्नीशियम का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। अगर आप ओस्टियोपोरोसिस, हाई ब्लड प्रेशर या हार्ट और किडनी के मरीज हैं तो आपको मैग्नीशियम नहीं लेना चाहिए।क्या ज्यादा चीनी खाने से मैग्नीशियम लेवल कम होता है?
जी हां, ज्यादा चीनी खाना वैसे भी सेहत के लिए नुकसानदायक होती है। ज्यादा मात्रा में चीनी लेने से शरीर में मैग्नीशियम लेवल कम होने लगते हैं।