Can You Have Diabetes And Asthma In Hindi: अस्थमा और डायबिटीज दोनों ही गंभीर स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हैं। साथ ही, दोनों हेल्थ कंडीशंस ताउम्र बनी रहती हैं। एक ओर डायबिटीज की बात करें, तो अगर इसका सही तरह से इलाज न किया जाए, तो धीरे-धीरे व्यक्ति के शरीर के अन्य ऑर्गन फेल होने लगते हैं। किडनी डैमेज हो जाती है और ब्लड फ्लो भी बाधित होने लगता है, जिसका ओवर ऑल हेल्थ पर नकारात्मक असर पड़ता है। वहीं, अस्थमा की बात करें, तो इसकी वजह से सांस लेने की नलिका में सूजन आ जाती है। ऐसे में व्यक्ति के लिए सांस संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं। यहां तक आपने अक्सर देखा होगा कि किसी चीज से एलर्जी या धूल-मिट्टी के कण अस्थमा को ट्रिगर कर देते हैं। बहरहाल, अगर किसी व्यक्ति को दोनों बीमारियां हो जाएं, तो स्थिति और भी गंभीर जाती है। सवाल है, अगर किसी को दोनों एक साथ हो जाएं, तो क्या किया जा सकता है? आइए, जानते हैं ग्रेटर नोएडा स्थित एनआईआईएमएस मेडिकल कॉलेज MD-Respiratory medicine डॉ. रेणु सोनी और Zandra Healthcare में डायबेटोलॉजी के प्रमुख डॉ. राजीव कोविल की क्या राय है।
अस्थमा और डायबिटीज के बीच कनेक्शन- Link Between Asthma And Diabetes In Hindi
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अस्थमा और डायबिटीज का आपस में कनेक्शन है। कैसे? अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, "जिन लोगों को टाइप 2 डायबिटीज होता है, उन्हें अस्थमा होने का रिस्क बना रहता है। यहां तक कि अगर डायबिटीज का मरीज अपना बॉडी मास इंडेक्स को संतुलित बनाए रखते हैं, तब भी अस्थमा होने का जोखिम बना रहता है।" सवाल है ऐसा क्यों होता है? साइंस डाइरेक्ट की मानें, "ये दोनों ही आपस में कनेक्टेड होता है, क्योंकि दोनों ही इंफ्लेमेशन, मोटापा जैसे कारकों की वजह से होते हैं। वहीं, अगर कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी तरह की दवा ले रहा है, तो भी डायबिटीज या अस्थमा हो सकता है।"
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डायबिटीज और अस्थमा के लक्षण
डायबिटीज और अस्थमा दोनों के लक्षण एक-दूसरे से भिन्न होते हैं, जैसे-
डायबिटीज में
- बार-बार प्यास लगना
- बार-बार पेशाब आना
- भूख बढ़ जाना
- अचानक तेजी से वजन घटना
- आंखों से धुंधला दिखना
- कमजोरी और थकन बने रहना
- संक्रमण का रिस्क बढ़ना
- हाथ-पांव में झनझनाहट होना
अस्थमा में
- सांस लेने में तकलीफ होना
- वर्कआउट के बाद तेजी से दिल का धड़कना
- सीने में दर्द या जकड़न होना
- लगातार खांसी होना
डायबिटीज और अस्थमा एकसाथ हो जाएं तो क्या करें
डॉक्टर से मिलें
डायबिटीज और अस्थमा दोनों ही अलग-अलग मेडिकल कंडिशंस हैं और दोनों ही स्थिति में मरीज को डॉक्टर की मदद की जरूरत पड़ती है। अगर किसी को डायबिटीज और अस्थमा साथ हो जाए, तो उन्हें डायबिटीज के डॉक्टर एंडोक्रोनोलॉजिस्ट और अस्थमा के डॉक्टर पल्मोनोलॉजिस्ट के पास जाना चाहिए। हालांकि, शुरुआती इलाज प्राइमरी डॉक्टर भी कर सकते हैं। अगर स्थिति ज्यादा खराब है, तो एक्सपर्ट्स से मिलना आवश्यक हो जाता है।
रिस्क फैक्टर को समझें
अस्थमा हो या डायबिटीज। दोनों ही तरह की बीमारियां किसी न किसी वजह से होती हैं। ऐसे कौन-से कारक हैं, जो इस तरह की बीमारियों को ट्रिगर कर सकते हैं, इस बारे में जानना जरूरी है। विशेषज्ञों की मानें, तो मोटापा हर तरह की बीमारी की मुख्य वजह होता है। ऐसे में जरूरी है कि अगर किसी को अस्थमा और डायबिटीज दोनों है, तो वे अपना वजन संतुलित रखें। साथ ही, हाइजीन का भी पूरा ध्यान रखें।
लक्षणों को मॉनिटर करें
अस्थमा हो या डायबिटीज। दोनों ही स्थिति को मॉनिटकर करना जरूरी होता है। समय-समय पर अपने ब्लड शुगर के स्तर की जांच करवाएं ताकि जब भी जरूरी हो, लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव कर सकें। इसके अलावा? अस्थमा के लक्षणों पर भी गौर करें, ताकि अस्थमा अटैक से बचा जा सके।
लाइफस्टाइल से जुड़े बदलाव करें
अस्थमा और डायबिटीज दोनों के रिस्क को कम करने के लिए जरूरी है बुरी आदतों को छोड़ दें। नियमित रूप से एक्सरसाइज करें, हेल्दी डाइट फॉलो करें। ऐसी चीजों से दूर रहें, जिससे अस्थमा ट्रिगर हो सकता है। यही नहीं, स्मोकिंग न करें और शराब का सेवन भी पूरी तरह छोड़ दें।
FAQ
क्या डायबिटीज से अस्थमा बिगड़ सकता है?
डायबिटीज के रोगियों में अस्थमा का रिस्क बढ़ जाता है। वहीं, अस्थमा के रोगी को भी डायबिटीज हो सकता है।क्या शुगर से सांस लेने में तकलीफ होती है?
अगर ब्लड शुगर का स्तर अचानक घट या बढ़ जाता है, तो व्याक्त को सांस लेने मे तकलीफ हो सकती है। इस स्थिति को डायबिटिक कीटोएसिडोसिस कहा जाता है।मधुमेह रोगी को सुबह सबसे पहले कौन सी चीज पीनी चाहिए?
अगर किसी को इंसुलिर रेजिस्टेंट है, तो उन्हें सुबह-सुबह दालचीनी की चाय पीनी चाहिए। इससे ब्लड शुगर का स्तर प्रभावित होता है। हालांकि, मधुमेह के रोगी को सुबह उठकर क्या खाना या पीना है, इस संबंध में उन्हें डॉक्टर से सीधे संपर्क करना चाहिए।