एक्सपर्ट से जानें नाक-कान छिदवाने से पहले किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि न रहे इंफेक्शन का खतरा

नाक-कान छ‍िदवाने का शौक आजकल सभी को होता है पर ध्‍यान रखें क‍ि शरीर में क‍िसी भी जगह छेद करवाने के लिये आपको संक्रमण से बचना भी जरूरी है। 
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एक्सपर्ट से जानें नाक-कान छिदवाने से पहले किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि न रहे इंफेक्शन का खतरा


लोगों को अपनी बॉडी पर नये तरह के लुक कैरी करना अच्‍छा लगता है। फैशन लुक में प‍ियर्स‍िंग यानी नाक-कान छ‍िदवाने का बहुत क्रेज़ है। लोग शरीर के अलग-अलग अंगो में भी प‍ियर्स‍िंग करवाना पसंद करते हैं पर प‍ियर्सिंग के बाद या पहले अगर सावधानी न बरती जाये तो इससे आपको इंफेक्‍शन भी हो सकता है। कई बार आपकी लापरवाही से फैशन बीमारी का रूप ले लेता है। प‍ियर्सिंग से आपको स्‍किन प्रॉब्‍लम्स का सामना करना पड़ सकता है। लाल न‍िशान, दाने, स्‍क‍िन का फूलना, फुंसी या पस भरा फोड़ा। ये सब परेशानी आपको प‍ियर्सिंग के समय हो सकती है। इसे हल्‍के में लेने की गलती ब‍िल्‍कुल भी न करें। आज हम बात करेंगे ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा से और समझेंगे क‍ि नाक-कान छ‍िदवाने से पहले क‍िन जरूरी बातों का ध्‍यान रखना चाह‍िये। 

piercing effects on skin

साफ त्‍वचा पर प‍ियर्स‍िंग करवाएं (Piercing)

आपकी त्‍वचा बहुत नाजुक होती है इसल‍िये नाक-कान छ‍िदवाने से पहले आपको इस बात का ध्‍यान रखना है क‍ि ऐसा करने से संक्रमण न हो। अगर आपको प‍ियर्स‍िंग करवाने की जगह फुंसी या दाना है तो थोड़े द‍िन रुक जायें। साफ त्‍वचा पर ही प‍ियर्स‍िंग करवानी चाहिये।  

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क्‍या मुझे है प‍ियर्स‍िंग से खतरा? (Effects of piercing)

piercing side effects

अगर नाक-कान छ‍िदवाते समय कुछ द‍िक्‍कत हुई है तो आपका शरीर तुरंत उस पर र‍िएक्‍ट करेगा। जहां प‍ियर्सिंग हुई है वहां सूजन हो सकती है। त्‍वचा में जलन, खुजली, घाव या गठान। ये सब खराब प‍ियर्स‍िंग के लक्षण हैं। ऐसा होने पर तुरंत डॉक्‍टर के पास जायें। 

नाक-कान छ‍िदवाने के बाद ये गलती न करें (Mistakes during piercing)

  1. प‍ियर्स‍िंग वाली जगह एंटीबैक्‍टेर‍ियल क्रीम लगायें। इससे संक्रमण का खतरा नहीं रहता। हल्‍दी भी लगा सकते हैं।
  2. अपने डॉक्‍टर से अच्‍छे क्‍लींजर की जानकारी लें और प‍ियर्स‍िंग वाली जगह को रोजाना 2 बार क्‍लींजर से साफ करें। स्‍किन पर च‍िपकने वाली धूल-म‍िट्टी से भी इंफेक्‍शन हो सकता है।
  3. अगर आपने हाल ही में नाक या कान छ‍िदवाया है तो हैवी ज्‍वैलरी कैरी न करें। मेटल ज्‍वैलरी पहनने से भी बचें। वो आपकी स्‍किन के साथ र‍िएक्‍ट कर सकता है ज‍िससे  आपको एलर्जी हो सकती।
  4. अगर आपने तुरंत प‍ियर्स‍िंग करवाई है तो उस जगह को बार-बार न छुएं। कान की बाली या नोसरिंग को खींचने की कोश‍िश न करें। गंदे हाथों से तो उस जगह को ब‍िल्‍कुल भी न छुएं। ऐसा करने से इंफेक्‍शन हो सकता है।
  5. नहाते समय या कपड़े बदलते समय इस बात का ध्‍यान रखें क‍ि कान की बाली आपके तौलिए या कपड़े में अटक न रही हो। शुरूआत में आदत न होने के कारण ऐसा होता है ज‍िससे प‍ियर्स‍िंग वाली जगह तेज़ दर्द उठता है वहीं अचानक से ख‍िचाव होने से खून भी निकल सकता है।

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प‍ियर्स‍िंग से इंफेक्‍शन होने पर क्‍या करें? (Treatment of piercing infection)

  • क‍िसी भी तरह के संक्रमण का इलाज खुद नहीं करना चाह‍िये। आप तुरंत डॉक्‍टर के पास जायें और अगर क‍िसी कारण से आपको समय लग रहा है तो तुरंत हल्‍दी का लेप लगा लें। 
  • टी ट्री ऑयल एंटीफंगल होता है। अगर नाक-कान छ‍िदवाने के बाद फोड़ा या दाना हो तो टी ट्री ऑयल की 2 बूंदों में नार‍ियल का तेल म‍िलाकर उस जगह पर लगायें आपको आराम म‍िलेगा। 
  • अगर आपको प‍ियर्स‍िंग से खुजली या जलन हो तो उसे कम करने के लिये रूई पर एलोवेरा जेल लगाकर खुजली वाली जगह पर लगायें। आपको आराम म‍िलेगा। 

क‍िसी भी इंफेक्‍शन को नज़रअंदाज न करें। फैशन से आपके शरीर को नुकसान न हो इस बात पर गौर करना जरूरी है। क‍िसी भी लक्षण को देखने के बाद तुरंत स्‍किन व‍िशेषज्ञ से संपर्क करें। 

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