Things that can Cause Nerve Damage : नर्व डैमेज (तंत्रिका क्षति) का मतलब है कि शरीर में नसों को चोट या नुकसान पहुंचना। इस स्थिति में नसें संदेशों को ठीक से दिमाग तक नहीं पहुंचा पाती हैं। बता दें कि नर्व डैमेज होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि चोट लगना, बीमारी या कुछ अन्य चिकित्सीय स्थितियों की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। हालांकि, नर्व डैमेज की यह समस्या कई बार इंसान की रोजमर्रा के कुछ कामों की वजह से भी हो सकती है। यही वजह है कि आज हम आपको उन चीजों के बारे में बताएंगे, जो नर्व डैमेज का कारण बन सकती हैं। इस बारे में जानकारी हमें डॉ. आदित्य गुप्ता, निदेशक - न्यूरोसर्जरी और साइबरनाइफ, आर्टेमिस हॉस्पिटल गुरुग्राम (Dr. Aditya Gupta , Director - Neurosurgery & Cyberknife, Artemis Hospital Gurugram) ने दी है।
नर्व डैमेज के लक्षण क्या हैं?- What are the Symptoms of Nerve Damage
नर्वस सिस्टम खराब होने पर शरीर में कई लक्षण नजर आ सकते हैं। आइए इन संकेतों के बारे में जानते हैं :
- अचानक सिर दर्द महसूस होना
- आंखों के आगे अंधेरापन
- कमजोरी महसूस होना
- चलने-फिरने में समस्या
- लिक्विड पीने में परेशानी
इसे भी पढ़ें- माइग्रेन नर्वस सिस्टम को कैसे प्रभावित करता है? डॉक्टर से जानें
किन बातों के कारण नर्वस हो सकती हैं डैमेज?- Can Nerves be Damaged due to these Things
नसें दिमाग और शरीर के विभिन्न हिस्सों के बीच सिग्नल पहुंचाने में बहुत अहम भूमिका निभाती है। हालांकि, कई कारक होते हैं, जो नसों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम इन्हीं कारकों के बारे में जानेंगे:
डायबिटीज है मुख्य कारण
बता दें कि डायबिटीज के कारण नसों के डैमेज होने का खतरा बढ़ सकता है। दरअसल, कई लोग ब्लड शुगर लेवल पर ध्यान नहीं देते हैं। अगर लंबे समय तक शरीर में ब्लड शुगर हाई रहता है, तो नसों को नुकसान पहुंच सकता है। खासकर, पैरों और हाथों की नसों के डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है।
पोषक-तत्वों की कमी
अगर आप डेली डाइट में भरपूर मात्रा के अंदर पोषक-तत्वों को शामिल नहीं करते हैं, तो व्यक्ति को कई छोटी-बड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपनी डाइट में विटामिन-बी12 की अच्छी मात्रा को शामिल करना चाहिए। यह विटामिन नसों को मजबूती देने का काम करता है। इसके सेवन से नसों में झुनझुनी या सुन्नता की समस्या नहीं होती है।
बीमारियां और चोटें भी है वजह
बता दें कि दाद, लाइम रोग और एचआईवी जैसे संक्रमण सीधे नर्वस सिस्टम पर हमला करते हैं। इसके अलावा, मल्टीपल स्केलेरोसिस और ल्यूपस जैसे ऑटोइम्यून डिजीज भी नर्व सेल्स को नष्ट कर सकते हैं। इसके अलावा, शारीरिक चोटें जैसे कि फ्रैक्चर, कट या रीढ़ की हड्डी की क्षति सीधे नसों पर बुरा असर डालती हैं। इस कारण नसों में स्थायी क्षति हो सकती है।
दवाइयों का सेवन
कई लोग बिना डॉक्टर की सलाह के दवा खा लेते हैं। हालांकि, आपको ऐसा नहीं करना चाहिए। कई दवाएं नसों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं। बता दें कि कीमोथेरेपी दवाओं सहित ऐसी कुछ दवाएं हैं, जिनके सेवन से नसों को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में आपको बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी तरह की दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए।
स्ट्रेस और एक्सरसाइज में कमी
अगर आप स्ट्रेस ज्यादा लेते हैं और एक्सरसाइज कम करते हैं, तो नसों को नुकसान हो सकता है। साथ ही, फिजिकल मूवमेंट की कमी के कारण ब्लड सर्कुलेशन स्लो हो जाती है और सूजन बढ़ सकती है। इससे नर्व हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। बता दें कि मूवमेंट में कमी, खराब मुद्रा या कार्पल टनल सिंड्रोम जैसी स्थितियों में नसों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। इससे नसों को नुकसान पहुंच सकता है।
इसे भी पढ़ें- इन 5 आसान तरीकों को अपनाकर रखें नर्वस सिस्टम को शांत, जानें डॉक्टर
बता दें कि उम्र बढ़ने के साथ नसें खुद ही कमजोर होने लगती हैं। इस स्थिति में नेर्वेस के रिपेयर होने की क्षमता धीमी हो जाती है। अगर आप नर्वस की सेहत का ख्याल रखना चाहते हैं, तो संतुलित आहार का सेवन करें, नियमित एक्सरसाइज करें, धूम्रपान से बचें और ज्यादा शराब पीने से बचना चाहिए।