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आंखों की रोशनी छीन सकती हैं ये 5 बीमारियां, आपको भी है इनमें से कोई बीमारी तो जरूर बरतें सावधानी

अगर आपको इनमें से कोई बीमारी है, तो सावधानी की जरूरत है। क्योंकि ये आंखों की रोशनी छीन सकते हैं। 
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आंखों की रोशनी छीन सकती हैं ये 5 बीमारियां, आपको भी है इनमें से कोई बीमारी तो जरूर बरतें सावधानी


Diseases Can be Cause Vision Loss: आजकल लोग तरह-तरह की बीमारियों से परेशान हैं। कोई हार्ट, कोई किडनी तो कोई लिवर से जुड़ी बीमारियों का सामना कर रहा है। इसके अलावा, कई लोग पाचन-तंत्र की समस्याओं से भी परेशान हैं। वहीं, कई लोग ऐसे भी हैं, जो ऐसे बीमारियों का सामना कर रहे हैं, जो आंखों की रोशनी छीन सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसी कौन-सी बीमारियां हैं, जो आंखों की रोशनी छीन सकते हैं। तो आइए,  फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं इनके बारे में-

आंखों की रोशनी छीनने वाली बीमारियां- Diseases Can be Cause of Vision Loss in Hindi

1. डायबिटिक रेटिनोपैथी

डायबिटिक रेटिनोपैथी एक सामान्य नेत्र रोग है, जो मधुमेह से जुड़ा है। यह एक बीमारी है, जिसमें ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। डायबिटिक रेटिनोपैथी, आंखों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। डायबिटीज वाले लोगों में यह समस्या देखने को मिल सकती है।

2. एज रिलेटेड मैक्यूलर डिजनरेशन

मैक्यूलर डिजनरेशन आंखों से संबंधित समस्या है, जिसमें रेटिना में कमी आ जाती है। यानी रेटिना को नुकसान होने लगता है। इसका सीधा असर आंखों की रोशनी पर पड़ता है। खासकर, अधिक उम्र के लोगों में इसके मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं। एज रिलेटेड मैक्यूलर डिजनरेशन आंखों की रोशनी जाने का एक कारण बन सकता है।

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3. मोतियाबिंद

मोतियाबिंद आंखों से जुड़ी एक समस्या है। यह तब विकसित होता है, जब आंख की लेंस धूमिल हो जाती है। आपको बता दें कि आंखों के अंदर एक स्पष्ट लेंस होती है। यह रेटिना से मस्तिष्क तक जाती है। जब किसी व्यक्ति को मोतियाबिंद होता है, तो उसके आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है। इसकी वजह से आंखों की रोशनी कम हो सकती है।

4. ग्लूकोमा 

ग्लूकोमा भी आंखों से जुड़ी एक समस्या है, जो अंधेपन का कारण बन सकती है। इसे काला मोतियाबंद भी कहा जाता है। ग्लूकोमा, ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचा सकती है। आपको बता दें कि ऑप्टिक नर्व के जरिए ही आंखों के द्वारा देखी गई चीजें, मस्तिष्क तक पहुंचती हैं। जब आंखो पर सामान्य से अधिक दबाव पड़ता है, तो ग्लूकोमा होता है। इससे उत्तकों को नुकसान पहुंचता है और नजर कमजोर होने लगती है। इतना ही नहीं, यह अंधेपन का कारण भी बनता है।  

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5. मल्टीपल स्केलेरोसिस

मल्टीपल स्केलेरोसिस एक क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है, जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इसमें मस्तिष्क के किसी हिस्से में सूजन हो जाती है। इसकी वजह से कुछ अंग काम करना बंद कर देते हैं। मल्टीपल स्केलेरोसिस, आंखों की रोशनी अचानक गायब होने का भी एक मुख्य कारण बनता है। इसके वजह से आपको थकान और जकड़न का भी अनुभव हो सकता है।

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