Causes Affecting Eye Health: क्या समय से पहले ही आपकी आंखें कमजोर होने लगी हैं? अगर हां, तो संभल जाएं। यह आपके बिगड़ते स्वास्थ्य का एक एलर्ट हो सकता है। आंखों की मदद से हमें रोजमर्रा के काम करने में मदद मिलती है। आंखें बहुत कोमल होती हैं। इनकी सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी होती है। आंखों की मदद से न सिर्फ हम देख पाते हैं, बल्की यह दिमाग तक संदेश पहुंचाने में भी आपकी मदद करती हैं। आजकल स्कूल जाने वाले बच्चों की उम्र से ही आंखें कमजोर होने लगती है। जो चश्मा पहले दादी-नानी के चेहरे पर दिखा करता था, अब वो छोटे-छोटे बच्चों के चेहरे पर लगा दिखता है। क्या कभी आपने सोचा है कि आंखों के इतने कमजोर होने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं? कम उम्र में कमजोर आंखों के पीछे कारणों को आगे विस्तार से जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. गलत तरीके से कॉन्टैक्ट लेंस लगाना
चश्मे से बचने के लिए युवा वर्ग, कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करने लगते हैं। लेकिन आपको बता दें कि आंखें कमजोर होने का एक कारण, कॉन्टैक्ट लेंस का गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। कॉन्टैक्ट लेंस लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं। लेंस को भी सॉल्यूशन से साफ करें। बिना हाथ साफ किए कॉन्टैक्ट लेंस को इस्तेमाल करने से आंख में इन्फेक्शन हो सकता है। यह भी आंखें कमजोर होने का एक कारण है।
2. गलत पोजिशन में पढ़ना
पढ़ाई करते समय, किताब से आंखों की दूरी 25 सेंटीमीटर होनी चाहिए। अगर यह दूरी इससे ज्यादा या कम है, तो आंखों पर जोर पड़ सकता है। अक्सर बच्चे किसी भी पोजिशन में पढ़ाई करने बैठ जाते हैं। लेकिन यह आदत उनकी आंखों के लिए हानिकारक हो सकती है। कोशिश करें कि पढ़ते समय आपका बच्चा टेबल-कुर्सी का इस्तेमाल करें। बच्चों को बेड पर बैठकर या लेटकर पढ़ने से रोकें।
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3. पोषक तत्वों का सेवन न करना
आंखों के कमजोर होने का एक कारण अनहेल्दी डाइट हो सकती है। आंखों की सेहत के लिए विटमिन-ए, विटामिन-सी, विटामिन-ई जैसे पोषक तत्वों का सेवन करें। आंखों को हेल्दी रखने के लिए पालक और गाजर का जूस फायदेमंद होता है। सर्दी के दिनों में मिलने वाला आंवला भी आंखों की रौशनी बढ़ाने में मदद करता है। आप सहजन को भी अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। हेल्दी डाइट लेने से आई विजन इंप्रूव होगा।
4. धू्म्रपान करना
धूम्रपान के कारण आंखों की रौशनी कमजोर हो सकती है। स्मोकिंग करने से, आंखों में ड्राईनेस आ सकती है। ड्राईनेस बढ़ने के कारण, आंखों पर जोर पड़ता है। धूम्रपान का सेवन करने से ऑप्टिकल नर्व डैमेज, मैक्युलर डिजनरेशन, मोतियाबिंद जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
5. पलकों को न झपकाना
आंखों की रौशनी कमजोर हो रही है, तो इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि आप पलकों को कम झपकाते हैं। दरअसल जब हम आंखों को ब्लिंक करते हैं, तो उसे आराम मिलता है। आखों में नमी बरकरार रहती है और आंखें सूखती नहीं हैं। हर 30 सेकेंड्स के बाद, आंखों को ब्लिंक करें। दिनभर स्क्रीन में देखने के कारण, आंखें कमजोर हो जाती हैं और आंखों में तनाव बढ़ जाता है।
अगर आपकी आंखें कमजोर हो रही हैं, तो ऊपर बताए 5 कारणों पर गौर करें। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। लेख को शेयर करना न भूलें।