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आंखों को स्‍वस्‍थ रखने की तकनीक है आई पाम‍िंग, जानें इसके फायदे

आंखों की थकान दूर करनी हो या तनाव कम करना हो, आई पाम‍िंग तकनीक की मदद ले सकते हैं। द‍िनभर में आंखों को 5 म‍िनट देकर आप खुद को र‍िलैक्‍स कर सकते हैं।
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आंखों को स्‍वस्‍थ रखने की तकनीक है आई पाम‍िंग, जानें इसके फायदे


बचपन में मां मुझे सुबह उठाते ही कहती थीं क‍ि अपने दोनों हाथों को आपस में रगड़ो और उसे आंखों पर रखो। मैंने सालों मां की इस सलाह को ब‍िना कुछ कहे फॉलो क‍िया। अब बड़ी होकर मुझे पता चला कि यह आई पाम‍ि‍ंग (Eye Palming) तकनीक है, ज‍िससे आंखों और शरीर के स्‍वास्‍थ्‍य के ल‍िए फायदेमंद माना जाता है। हम पेट को खाना देते हैं, शरीर के ल‍िए एक्‍सरसाइज करते हैं ठीक उसी तरह आंखों को भी आराम की जरूरत होती है। देखा जाए, तो हमारी आंखें हमारे ल‍िए कि‍तना कुछ करती हैं। घंटों हम लैपटॉप या फोन का इस्‍तेमाल करते हैं ज‍िसका बुरा असर आंखों पर पड़ता है, पर आंखों को स्‍वस्‍थ रखने के ल‍िए हम कुछ भी नहीं करते। द‍िन के 5 से 10 म‍िनट अगर हम आंखों के स्‍वास्‍थ्‍य पर खर्च करें, तो वे भी स्‍वस्‍थ बन सकती हैं। चल‍िए जानते हैं आई पाम‍िंग तकनीक क्‍या है और आंखों के ल‍िए इसके क्‍या फायदे हैं। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने दुर्गा सहाय नर्स‍िंग होम, यूपी बि‍जनौर के नेत्र रोग व‍िशेषज्ञ डॉ व‍िनीत माथुर से बात की।

आई पाम‍िंग क्‍या है?- What Is Eye Palming

आई पाम‍िंग एक आसान तकनीक है ज‍िसमें आप अपनी हथेल‍ियों को रगड़कर उन्‍हें गर्म करते हैं और फ‍िर हल्‍के से बंद करके आंखों पर रखते हैं। इससे आंखों की मांसपेश‍ियों को तुरंत आराम म‍िलता है और आप एनर्जेट‍िक महसूस करते हैं। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेड‍ि‍स‍िन का एक अध्ययन दर्शाता है कि आई पामिंग तकनीक को अपनाने से विज़ुअल रिएक्शन टाइम (दृष्टि की प्रतिक्रिया समय) में सुधार लाया जा सकता है। परिणाम बताते हैं कि इस तकनीक से आंखों की प्रतिक्रिया क्षमता को बेहतर बनाने में मदद म‍िलती है।

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आई पामिंग के फायदे- Eye Palming Benefits

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आई पामिंग तकनीक को अपनाने से शरीर को कई फायदे म‍िलते हैं-

  • सबसे पहले, तो इस तकनीक को अपनाने से आंखों को आराम म‍िलता है।
  • आंखों की मांसपेश‍ियों को तुरंत आराम म‍िलता है ज‍िससे आंखों की थकान दूर होती है।
  • लगातार स्‍क्रीन देखकर, आंखों में ड्राईनेस हो जाती है ज‍िसे दूर करने के ल‍िए इस तकनीक की मदद ले सकते हैं।
  • आई पाम‍िंग तकनीक की मदद से आंखों की मांसपेश‍ियों को मजबूती म‍िलती है और आंखों की संबंध‍ित समस्‍याओं के ख‍िलाफ सुरक्षा म‍िलती है।
  • मानस‍िक तनाव कम होता है और स्‍क्रीन पर लगातार काम करने से होने वाले स‍िरदर्द से भी राहत म‍िलती है।
  • आई पाम‍िंग की मदद से आंखों की नमी बनी रहती है और डार्क सर्कल्‍स और सूजन की समस्‍या दूर होती है।

आई पामिंग को कैसे करते हैं?- How To Do Eye Palming

  • अब अपनी हथेल‍ियों को आपस में रगड़ें, जब हाथ में गर्माहट महसूस हो, तो उसे आंखों पर लगाएं।
  • आंखों को बंद करके, हथेल‍ियों को आंखों पर रखें, पर दबाव न डालें।
  • पूरे शरीर को र‍िलैक्‍स करें और गहरी सांस लें।
  • 5 से 10 म‍िनट तक इस प्रक्र‍िया को दोहराएं।
  • आई पाम‍िंग करने के ल‍िए हथेल‍ियों को साफ रखें ताक‍ि इंफेक्‍शन न हो।
  • ध्‍यान रखें क‍ि आपको आंखों पर ज्‍यादा दबाव नहीं डालना है।
  • अगर आंखों में दर्द या आंखों में सूजन हो, तो पहले डॉक्‍टर की सलाह लें।

कब और कितनी बार करें आई पामिंग?- When and How Often To Do Eye Palming

  • वैसे, तो कभी भी आई पाम‍िंग तकनीक को अपनाया जा सकता है, सुबह उठकर या रात को सोने से पहले करना फायदेमंद होता है।
  • अगर आप लैपटॉप पर काम करते हैं, तो हर 2 घंटे में 1 बार आई पाम‍िंग प्रक्र‍िया को करें।
  • थकान महसूस होने पर इस तकनीक की मदद ली जा सकती है।

न‍िष्‍कर्ष:
आंखों की थकान कम करने के ल‍िए और स्‍ट्रेस को कम करने के ल‍िए आई पाम‍िंग तकनीक की मदद ले सकते हैं। इसे अपने रूटीन में शाम‍िल करेंगे, तो आपको क्‍व‍िक एनर्जी म‍िल सकती है।

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