Side Effects Of Wearing Contact Lenses While Playing Holi In Hindi: इन दिनों आंखों में चश्मा पहनने के बजाय कई लोग कॉन्टैक्ट लेंस लगान पसंद करते हैं। वैसे भी मार्केट में तरह-तरह के कॉन्टैक्ट लेंस मौजूद हैं, जिससे अपने लुक को भी एन्हैंस किया जाता है। हालांकि, कॉन्टैक्ट लेंस लगाने के अपने कुछ नुकसान होते हैं, जैसे आप लंबे समय तक कॉन्टैक्ट लेंस को पहनकर नहीं रख सकते हैं। वहीं, सोने से पहले कॉन्टैक्ट लेंस निकालकर सोना होता है। लगातार कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से आंखों को नुकसान हो सकता है। इसलिए, डॉक्टर सलाह देते हैं कि कॉन्टैक्ट लेंस के बजाय चश्मा पहनना ज्यादा बेहतर होता है। फिर भी कॉन्टैक्ट लेंस का अपना क्रेज है, जिसे लोग काफी पसंद करते हैं। आज से कुछ ही दिनों में होली है। यह रंगों का त्योहार है। इस दिन हर कोई एक-दूसरे पर रंग लगाता और खूब मौज-मस्ती करता है। लेकिन, अगर आप उन लोगों में से हैं, जो ज्यादातर समय कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं। ऐसे में जरूरी है कि होली खेलने से पहले कुछ सावधानियां बरतें। ऐसा न किए जाने पर आंखों को नुकसान हो सकता है। यहां हम आपको बता रहे हैं कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर होली खेलने के नुकसान और उनसे बचने के उपायों के बारे में। इस बारे में हमने आईक्यू अस्पताल के नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अजय शर्मा से बात की।
कॉन्टैक्ट लेंस लगाकर होली खेलने के नुकसान- Side Effects Of Wearing Contact Lenses While Playing Holi In Hindi
जलन
कॉन्टैक्ट लेंस लगाकर होली खेलने से आंखों में जलन हो सकती है। असल में, होली खेलते हुए रंग आंखों जा सकता है। आमतौर पर आंखों में रंग जाने पर आंखें धो लेने से समस्या हल हो जाती है। वहीं, कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर होली खेलने रंग लेंस के आसपास लग सकता है, जिससे रंग आंखों के अंदरूनी हिस्से को प्रभावित लगता है। ऐसे में आंखों में जलन और अन्य समस्याएं होने लगती है।
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संक्रमण
अगर आंखों में किसी तरह की दिक्कत रही है, तो कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर होली खेलना और भी घातक हो सकता है। दरअसल, कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर होली खेलने से संक्रमण फैल सकता है। वहीं, होली का रंग लग जाए, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। ऐसे में कोशिश करें कि होली खेलते हुए कॉन्टैक्ट लेंस न पहनें। इसके बजाय, कॉन्टैक्ट लेंस निकाल दें।
केमिकल डैमेज
कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर होली खेलने से लेंस में रंग लग सकता है। कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर होली खेलने का यह सबसे बड़ा जोखिम होता है। अगर समय रहते व्यक्ति रंग लगे कॉन्टैक्ट लेंस हीं निकालता है, तो इस स्थिति में आंखों को केमिकल डैमेज हो सकता है। आपको बता दें कि आजकल बाजार में मिलने वाले हर रंग में किसी न किसी तरह के केमिकल का यूज होता है। अगर वे केमिकल लेंस के जरिए आंखों तक पहुंच जाते हैं, तो इससे केमिकल डैमेज का रिस्क रहता है। ऐसे में कॉर्निया और आंखों के अन्य हिस्से भी प्रभावित हो सकते हैं।
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कॉर्निया में घर्षण होना
अगर होली खेलते हुए रंग आंखों में चला जाता है, तो हम स्वाभाविक रूप से आंखों को मलने लगते हैं। वहीं, अगर आपने कॉन्टैक्ट लेंस पहना होगा, तो ऐसे में आंखों को रगड़ने से कॉर्निया एब्रेशन यानी कॉर्निया घर्षण हो सकता है। इससे आंखों में चोट लग सकती है, कट सकता है। यहां तक कि कॉन्टैक्ट लेंस पहने आंखों को मलने से आंखों में रेडनसे और सूजन जैसी समस्या भी हो सकती है।
आंखें में सूजन
कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर होली खेलना इसलिए भी सही नहीं है, क्योंकि इसकी वजह से आंखों में ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होती है। ध्यान रखें कि आंखों में रंग और कॉन्टैक्ट लेंस के कारण ऑक्सीजन सप्लाई सही तरह से न होने के कारण आंखों में सूजन आ जाती है। इससे आंखों से धुंधला नजर आता है और रगड़ने के कारण आंखों बार-बार पानी आने की समस्या भी हो सकती है।
कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर होली खेलते वक्त बरतें सावधानी- How Can I Protect My Eyes In Holi In Hindi
विशेषज्ञों की मानें, तो कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर होली खेलना बिल्कुल सही नहीं है। अगर केमिकल युक्त रंगों से होली खेल रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप कॉन्टैक्ट लेंस उतार दें। इसके बाद होली खेलें। आंखों को पूरी तरह प्रोटेक्ट करें, ताकि रंग आंखों में न जा सके। जैसे ही आंखों में रंग चला जाए, तो आंखों को रगड़े नहीं। इसके बजाय, आंखों को पानी से धो लें। इससे केमिकल आंखों से बाहर चला जाता है, जिससे आंखों में कट या छिलने का रिस्क कम हो जाता है।
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