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क्या कॉन्टैक्ट लेंस से आंखों की रोशनी खराब हो सकती है? डॉक्टर से जानें

अगर, कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते समय सावधानी नहीं बरतते हैं तो यह आपकी आंखों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। आगे जानते हैं कि कॉन्टैक्ट लेंस से आपकी आंखों पर क्या असर पड़ता है?
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क्या कॉन्टैक्ट लेंस से आंखों की रोशनी खराब हो सकती है? डॉक्टर से जानें


आंख हमारी खूबसूरती का अहम हिस्सा होती है। आप अपने लुक को बेहतर बनाने के लिए आंखों को अनदेखा नहीं कर सकते हैं। ऐसे में आंखों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए लोग चश्मे की जगह पर कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं। जबकि, कुछ लोग आंखों के कलर को बदलने के लिए अलग-अलग रंग के कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं। इससे आंखें ज्यादा आर्कषक लगती हैं। लेकिन, इसे उपयोग करते समय लोगों को कई तरह की सावधानियां भी बरतने की आवश्यकता होती है। यदि, इन सावधानियों पर ध्यान न दिया जाए, तो इससे आंखों में कई तरह की समस्याएं हो सकती है। साथ ही, कॉन्टैक्ट लेंस रेगुलर इस्तेमाल करने से आंखों की रोशनी भी प्रभावित होती है। इस लेख में यशोदा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के ऑप्थोलॉजिस्ट डॉक्टर नरेंद्र सिंह से जानते हैं कि कॉन्टैक्ट लेंस से आंखों पर क्या प्रभाव पड़ते (Can Contact Lens Affect Your Vision) हैं? 

क्या कॉन्टैक्ट लेंस आपकी आंखों को नुकसान पहुंचा सकते हैं?

डॉक्टर के मुताबिक यदि कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते समय सावधानी न बरती जाए तो इससे आंखों पर नुकसान हो सकता है। आगे कॉन्टैक्ट लेंस से जुड़े जोखिम कारकों के बारे में जानते हैं। 

आंखों का इंंफेक्शन

अगर कॉन्टैक्ट लेंस को ठीक से साफ न किया जाए, तो इससे आंखों में बैक्टीरिया और फंगस का संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे आंखों में जलन, दर्द, लालिमा हो सकती है। इसका समय रहते इलाज न किया जाए तो इंफेक्शन से आंखों की रोशनी पर असर पड़ सकता है। 

contact lenses affects your vision

कॉर्नियल डैमेज

कॉर्निया आंख का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, कॉन्टैक्ट लेंस सीधे कॉर्निया को ही फिक्स किए जाते हैं। लेंस के अधिक उपयोग और लापरवाही से इस्तेमाल करने से कॉर्निया में खरोंच होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे आपको धुंधला दिखाई देने की समस्या हो सकती है। 

हाइपोक्सिया

कॉन्टैक्ट लेंस, कॉर्निया तक पहुंचने वाली ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर सकते हैं। लंबे समय तक न पहने जाने वाले लेंस को ज्यादा देर तक इस्तेमाल करने से कॉर्नियल हाइपोक्सिया का कारण बन सकते हैं। इससे सूजन और इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। 

आंखों का सूखना (Dry Eyes)

कॉन्टैक्ट लेंस आंखों को ड्राई कर सकती है। इससे आंखों में जलन, धुंधला दिखाई देना और आंखों में इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। 

लेंस को सही तरह से न रखने से आंखों में जलन होना

कॉन्टैक्ट लेंस को सही तरह से न रखने से या इसके लिक्विड को न बदलने से आपकी आंखों को संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में आपकी आंंखों में लालिमा और जलन हो सकती है। 

कॉन्टैक्ट लेंस इस्तेमाल करते समय क्या सावधानी बरतें? 

  • कॉन्टैक्ट लेंस को साफ करने के बाद ही इस्तेमाल करें। 
  • कॉन्टैक्ट लेंस को आंखों पर लगाने से पहले आप हाथों को साफ से धोएं।  
  • हर बार लेंस स्टोर करते समय साफ लेंस केस और फ्रेश सॉल्यूशन का इस्तेमाल करें।
  • अपने लेंस को ज्यादा देर तक पहनने से बचें। 

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आंखों की समस्या से बचाव के लिए आप कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते समय विशेष सावधानी बरतें। कॉन्टैक्ट लेंस को इस्तेमाल करने के बाद यदि आपकी पर लालिमा, इंफेक्शन या लगातार पानी बह रहा है, तो ऐसे में आप तुरंत आंखों के विशेषज्ञ से मिलें। इस दौरान दिखाई देने वाले लक्षणों को नजरअंदाज न करें। 

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