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होली के रंगों से हो सकती हैं आपको ये 5 स्वास्थ्य समस्याएं, खेलते समय बरतें सावधानी

होली के रंगों में केमिकल, सिलिका और सीसा जैसी सामग्रियां मिली होती हैं, जो आपकी स्किन के साथ स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। 
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होली के रंगों से हो सकती हैं आपको ये 5 स्वास्थ्य समस्याएं, खेलते समय बरतें सावधानी


होली रंगों, मस्ती और खुशियों का त्योहार है, जिसमें न सिर्फ स्वादिष्ट व्यंजन खाने को मिलते हैं, बल्कि हर तरफ रंग, गुलाल नजर आते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि होली के ये रंग कई स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का कारण भी बन सकते हैं। रंगों को बनाने के लिए कई तरह के केमिकल और कांच के टुकड़ों का उपयोग किया जाता है, जो न सिर्फ आपकी स्किन को डैमेज कर सकते हैं, बल्कि स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को भी बढ़ा सकते हैं। ऐसे में आइए लखनऊ के मेदांता अस्पताल की आंतरिक चिकित्सा प्रभाग की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. रुचिता शर्मा (Dr. Ruchita Sharma, Senior Consultant, Internal Medicine Division, Medanta Hospital, Lucknow) से जानते हैं होली के रंगों से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में। 

होली के रंगो से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं - Health Side Effects of Holi Colours in Hindi 

1. स्किन से जुड़ी समस्याएं 

होली के सिंथेटिक रंगों में मौजूद केमिकल स्किन पर जलन और रेडनेस की समस्या का कारण बन सकते हैं, जिससे चेहरे पर चकत्ते या खुजली हो सकती हैं। कुछ लोगों को रंगों में मौजूद सामग्री से एलर्जी हो सकती है, जिससे रेडनेस, सूजन या पित्ती जैसे लक्षण हो सकते हैं।

2. आंखों से जुड़ी समस्याएं

होली के कुछ रंगों में सिलिका और सीसा होते हैं। रंगों में मौजूद इस तरह के केमिकल आंखों के लिए हानिकारक होते हैं, जिससे आंखों के डैमेज होने तक का खतरा बढ़ सकता है। इस तरह के रंग आपकी आंखों की पुतलियों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। इतना ही नहीं कई बार होली खेलते समय आंखों में ज्यादा रंग जाने के कारण ग्लूकोमा और ड्राई आई की परेशानी भी हो सकती है। 

3. सांस से जुड़ी समस्याएं

होली के रंगों में सिलिका, सीसा, कांच और पारा जैसे केमिकल होते हैं, जो फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं और सांस से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जिससे आपको खांसी और सांस लेने की परेशानी हो सकती है। 

इसे भी पढ़ें- होली के रंगों से रखना है स्किन को सेफ, तो इन प्री-होली स्किनकेयर टिप्स को करें फॉलो 

4. अस्थमा का दौरा आने का खतरा

अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों को होली में रंगों से खेलने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। डॉ. रुचिता शर्मा के अनुसार होली के रंगों के कारण अस्थमा के मरीजों को अस्थमा का दौरा आ सकता है। 

5. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं

होली खेलते समय ज्यादा मात्रा में मुंह में होली के रंग जाने से पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे उल्टी, दस्त, पेट में दर्द और पेट का इंफेक्शन होने का जोखिम भी बढ़ सकता है। 

होली खेलते समय बरतें ये सावधानियां-  

  • होली खेलने के लिए हर्बल रंगों का ही इस्तेमाल करें।
  • सिंथेटिक रंगों के स्थान पर नेचुरल फूलों के कलर को चुनें। 
  • होली खेलते समय बच्चों पर निगरानी बनाए रखें। 
  • रंगों से खेलने के दौरान आंखों में चश्मा पहनना न भूलें। 
  • होली खेलने से पहले शरीर पर अच्छे से ऑयल मसाज करें। 
  • आंखों या मुंह में रंग जाने पर तुरंत साफ पानी से आंख और मुंह को साफ करें। 

Image Credit- Freepik 

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