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Holi 2025: केमिकल वाले होली के रंग आपके सेहत को कैसे प्रभावित करते हैं? डॉक्टर से जानें बचाव के तरीके

होली वाले केमिकल रंग स्किन और बालों के लिए हानिकारक माने जाते हैं, लेकिन ये आपके सेहत पर भी बुरा प्रभाव डाल सकते हैं, आइए जानते हैं कैसे?
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Holi 2025: केमिकल वाले होली के रंग आपके सेहत को कैसे प्रभावित करते हैं? डॉक्टर से जानें बचाव के तरीके


How Chemical Based Holi Colours Can Affect Your Health in Hindi: भारत के अलग-अलग राज्यों में होली की धूम अलग ही नजर आती है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग, महिला से लेकर पुरुष हर उम्र और वर्ग के लोग इस त्योहार को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं। घर में तरह-तरह के पकवान बनते हैं और हर व्यकित रंगों में रंगा हुआ नजर आता है। लेकिन, मार्केट में लोग ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में केमिकल वाले सस्ते रंगों को भी बेचते हैं। केमिकल वाले रंग न सिर्फ आपकी स्किन बल्कि हेल्थ पर भी बुरा प्रभाव डाल सकता है, जिससे आपको स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे में आइए दिल्ली के जनरल फिजिशियन और एमबीबीएस डॉ. सुरिंदर कुमार से जानते हैं कि होली के केमिकल रंग हेल्थ के लिए कैसे नुकसानदायक है?

केमिकल वाले होली के रंग सेहत के लिए कैसे नुकसानदायक है? - What Are The Harmful Effects of Checmical Holi Colours in Hindi?

1. स्किन से जुड़ी समस्याएं

केमिकल वाले होली रंगों में लेड ऑक्साइड (काला रंग), मर्करी सल्फाइड (लाल रंग) और एल्युमिनियम ब्रोमाइड (चांदी रंग) जैसे हानिकारक केमिकल होते हैं। ये केमिकल स्किन पर एलर्जी, खुजली, रैशेज, और ड्राईनेस पैदा कर सकते हैं। लंबे समय तक स्किन पर इन रंगों के संपर्क में रहने से या इन रंगों से होली खेलने से स्किन में जलन, और खुजली हो सकती है। इसलिए आप होली खेलने से पहले अपनी स्किन पर तेल या मॉइश्चराइजर लगाएं, ताकि रंग स्किन के अंदर न घुस पाएं।

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2. आंखों में जलन

केमिकल वाले रंगों में सिंथेटिक डाई और पाउडर ग्लास जैसे तत्व होते हैं, जो आंखों में जलन, खुजली और रेडनेस का कारण बन सकते हैं। यह स्थिति गंभीर हो सकती है, अगर रंग आंखों में चला जाए तो यह आपकी आंखों की रोशनी को भी प्रभावित करती है। इसलिए, आप होली खेलते समय आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मा पहनें। अगर रंग आंखों में चला जाए, तो तुरंत साफ पानी से आंखों को धोएं।

3. सांस से जुड़ी समस्याएं

केमिकल वाले होली के रंगों में बारीक कण होते हैं, जिन्हें हम सांस के जरिए अपने शरीर के अंदर ले सकते हैं। इन कणों के कारण खांसी, छींक, गले में जलन और सांस लेने में मुश्किल हो सकती है। साथ ही जो लोग अस्थमा या सांस से जुड़ी समस्याओं से परेशान रहते हैं, वे इन रंगों से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए, इन केमिकल वाले रंगों से बचने के लिए आप पाउडर को सीधे सांस में लेने से बचें। या इन रंगों से खेलने से बचें और अगर अगर बाहर जा रहे हैं तो मास्क पहनकर रखें।

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4. शरीर में टॉक्सिक पदार्थ जाना

केमिकल वाले होली के रंग अगर गलती से आपके मुंह में चले गए, तो आपको उल्टी, चक्कर आना और पेट से जुड़ी कई समस्याएं बढ़ सकती है। यह समस्या छोटे बच्चों के लिए ज्यादा गंभीर होती है। इसलिए बच्चों के होली खेलने के दौरान रंगों से दूर रखें, उन्हें समझाएं कि इन रंगों को मुंह में जाने से बचाएं और अगर रंग गलती से मुंह में चला जाए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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5. बालों का नुकसान

केमिकल वाले होली के रंग न सिर्फ आपकी स्किन को डैमेज करते हैं, बल्कि आपके बालों को ड्राई, बेजान और भुरभुरा बना सकते हैं, जिससे बाल टूट सकते हैं और स्कैल्प में जलन की समस्या हो सकती है। इसलिए, आप कोशिश करें कि होली खेलते समय अपने सिर को ढक कर रखें और होली खेलने के बाद अपने बालों को शैंपू और कंडीशनर से अच्छी तरह साफ करें।

निष्कर्ष

होली खेलना कई लोगों को बेहद पसंद होता है, लेकिन होली के रंग में इन केमिकल वाले रंगों को भंग डालने से बचने के लिए आप इसके कारण होने वाले नुकसानों को जानें और कोशिश करें कि केमिकल वाले रंगों की जगह घर के बने रंगों का नेचुरल, हर्बल और होममेड रंगों का उपयोग कर सकते हैं।
Image Credit: Freepik

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