होली का त्योहार रंगों, उमंग और खुशियों से भरा होता है, लेकिन बच्चों की नाजुक त्वचा और सेहत के लिए यह कई तरह की समस्याएं भी ला सकता है। कई बार केमिकल युक्त रंगों के कारण बच्चों को एलर्जी, स्किन रैशेज और आंखों में जलन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, होली खेलते समय बच्चे रंगों से लथपथ हाथों को मुंह, आंख या नाक पर लगा सकते हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। गीले और केमिकल युक्त रंग बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे स्कैल्प ड्राई हो सकता है और बाल झड़ने की समस्या भी हो सकती है। होली के पानी से फिसलने या ठंड लगने का खतरा भी रहता है, जिससे बच्चे बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए, होली के दौरान कुछ जरूरी सावधानियां बरतना जरूरी है ताकि बच्चे बिना किसी परेशानी के इस त्योहार का आनंद ले सकें। आइए जानते हैं कि बच्चों की सेहत और त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. एलोवेरा जेल या गुलाब जल लगाएं- Apply Aloe Vera Gel or Rose Water
होली खेलने से पहले बच्चों की त्वचा पर एलोवेरा जेल या गुलाब जल लगाना एक बेहतरीन तरीका है, जिससे उनकी स्किन कोमल बनी रहती है और रंगों से होने वाली जलन से बचाव होता है। एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो स्किन को पोषण देते हैं और उसे सुरक्षित रखते हैं। वहीं, गुलाब जल स्किन को ठंडक देने के साथ उसे हाइड्रेट भी रखता है। होली के बाद भी बच्चों के चेहरे पर गुलाब जल लगाकर हल्के हाथों से पोंछना चाहिए, जिससे उनकी त्वचा को राहत मिलेगी।
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2. होली के बाद हल्के साबुन से नहाएं- Bath with Mild Soap After Holi
बच्चों की स्किन काफी नाजुक होती है, इसलिए होली के बाद उन्हें हार्श साबुन या ज्यादा झाग वाले फेस वॉश से नहलाने की बजाय माइल्ड सोप का इस्तेमाल करें। केमिकल वाले साबुन से स्किन ड्राईनेस हो सकती है और जलन महसूस हो सकती है। नहाने के बाद मॉइश्चराइजर जरूर लगाएं ताकि उनकी स्किन कोमल बनी रहे।
3. होली खेलने से पहले नाखूनों पर तेल लगाएं- Apply Oil on Nails Before Playing Holi
रंग सबसे ज्यादा नाखूनों और उनके आसपास की स्किन में फंसते हैं, जिससे उन्हें साफ करना मुश्किल हो जाता है। होली से पहले बच्चों के नाखूनों पर नारियल या सरसों का तेल लगाएं, जिससे रंग आसानी से निकल जाए और नाखूनों में ज्यादा देर तक न जमे। इसके अलावा, बच्चों के नाखून छोटे रखें ताकि उनके अंदर रंग न फंसे और किसी भी तरह का नेल या स्किन इंफेक्शन न हो।
4. बच्चों को चेहरा छूने से रोकें- Instruct Kids Not to Touch Their Face
होली खेलते समय बच्चे अक्सर अपने रंग लगे हाथों से चेहरा छूते हैं, जिससे रंग उनकी आंखों, मुंह या नाक में जा सकता है। इससे आंखों में जलन, एलर्जी और स्किन इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। बच्चों को पहले ही समझाएं कि होली खेलते समय वे अपने चेहरे को न छूएं और न ही अपने हाथों को आंखों के पास ले जाएं।
5. हर्बल रंगों का इस्तेमाल करें- Use Herbal Colours Instead of Chemical Ones
बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्त रंग बच्चों की स्किन के लिए काफी हानिकारक हो सकते हैं। इनमें लेड, मर्करी और अन्य टॉक्सिक तत्व होते हैं, जो एलर्जी, खुजली और स्किन रैशेज का कारण बन सकते हैं। इसलिए, बच्चों के लिए हर्बल रंगों का इस्तेमाल करें। घर पर भी हल्दी, चंदन, गुलाब की पंखुड़ियों और पालक जैसे प्राकृतिक पदार्थों से सुरक्षित रंग बनाए जा सकते हैं।
होली का त्योहार बच्चों के लिए मजेदार और यादगार होना चाहिए, लेकिन उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखना भी जरूरी है। सही स्किन केयर, सेफ्टी टिप्स और हर्बल रंगों के इस्तेमाल से आप उन्हें रंगों से होने वाले दुष्प्रभावों से बचा सकते हैं। हैप्पी और सेफ होली!
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