Hypothyroidism In Female In Hindi: शरीर के कार्यों को सुचारु रूप से करने के लिए हार्मोन्स की आवश्यकता होती है। यह हार्मोन शरीर के अंगों को सही ढंग से कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं। साथ ही, इससे आपका स्वास्थ्य बेहतर रहता है। लेकिन, किसी कारणवश यदि शरीर में हार्मोन की कमी या अधिकता हो जाए तो ऐसे में व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ठीक इस तरह थायराइड की समस्या भी आज के समय में बेहद ही आम हो चली है। इसमें हमारे गले में स्थिति थायराइड ग्लैंड सही मात्रा में थायराइड हार्मोन नहीं बना पाता है। इस हार्मोन की कमी या अधिकता दोनों ही स्थिति महिलाओं और पुरुषों के लिए हानिकारक हो सकती है। लेकिन, थायराइड की समस्या ज्यादातर महिलाओं में ही देखने को मिलती है। जब थायराइड हार्मोन पर्याप्त या सही मात्रा में नहीं बन पाता है, तो इस स्थिति को हाइपोथायराइडिज्म के रूप में पहचाना जाता है। इ लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट डॉ विभा बंसल से जानेंगे कि महिलाओं में हाइपोथायराइडिज्म होने पर क्या लक्षण महसूस होते हैं?
महिलाओं को हाइपोथायराइडिज्म में महसूस होने वाले लक्षण - Symptoms Of Hypothyroidism In Female In Hindi
वजन बढ़ना
हाइपोथायराइडिज्म के कारण मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे शरीर की कैलोरी जलाने की क्षमता कम हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप वजन बढ़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। यदि महिलाएं बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन बढ़ने का अनुभव कर रही हैं, तो यह हाइपोथायराइडिज्म का संकेत हो सकता है।
डिप्रेशन
हाइपोथायराइडिज्म का मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है। इससे महिलाओं में मूड स्विंग्स, चिंता, और डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। यह एक गंभीर समस्या हो सकती है, क्योंकि थायराइड हार्मोन का असंतुलन मस्तिष्क के कैमिकल्स संतुलन को प्रभावित करता है।
थकावट बनी रहना
हाइपोथायरॉयडिज्म का सबसे सामान्य लक्षण अत्यधिक थकावट और ऊर्जा की कमी है। थायरॉयड हार्मोन का कम उत्पादन मेटाबोलिज़्म को धीमा कर देता है, जिसके कारण शरीर को पर्याप्त एनर्जी नहीं मिल पाती। इससे महिलाएं खुद को थका हुआ महसूस कर सकती हैं, भले ही उन्होंने पर्याप्त नींद ली हो।
त्वचा और बालों में बदलाव
हाइपोथायराइडिज्म से त्वचा सूखी, बेजान और खुजली वाली हो सकती है। इसके साथ ही बालों का झड़ना और पतले होना भी आम लक्षण है। इससे महिलाओं में आत्मविश्वास में कमी आ सकती है क्योंकि बाल और त्वचा का स्वस्थ रहना उनके सौंदर्य से जुड़ा होता है।
पीरियड्स में अनियमितता
हाइपोथायराइडिज्म से महिलाओं के मेंस्ट्रुअल साइकिल में असामान्यता हो सकती है। इससे पीरियड्स अधिक भारी, लंबी अवधि तक चलने वाले या कम हो सकते हैं। कभी-कभी, यह अवधि पूरी तरह से बंद भी हो सकती है, जो प्रजनन क्षमता पर प्रभाव डाल सकता है।
हाइपोथायराइडिज्म से बचाव के उपाय - Prevention Tips of Hypothyroidism In Female In Hindi
- आयोडीन थायरॉयड हार्मोन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में आप आहार में आयोडीन का मात्रा बढ़ाएं।
- अत्यधिक वजन और मोटापा थायरॉयड के कार्य को प्रभावित कर सकते हैं। अपने वजन को नियंत्रित रखने के लिए स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम की आदत डालें।
- अत्यधिक तनाव थायरॉयड हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित कर सकता है। तनाव से निपटने के लिए योग, ध्यान, गहरी सांसें लेने की तकनीक और नियमित व्यायाम को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
- धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन थायरॉयड ग्रंथि को नुकसान पहुंचा सकता है।
- अच्छे स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आवश्यक है। पानी आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे थायरॉयड ग्रंथि की कार्यप्रणाली पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
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Hypothyroidism In Female In Hindi: हाइपोथायराइडिज्म के लक्षण महिलाओं में धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं और कई बार ये लक्षण अन्य सामान्य समस्याओं से मिलते-जुलते होते हैं। इसलिए, यदि कोई महिला इन लक्षणों का अनुभव करती है, तो उसे थायरॉयड की जांच करवानी चाहिए। सही समय पर इलाज और थायरॉयड हार्मोन का संतुलन बनाए रखना महिलाओं के स्वास्थ्य को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।