
Sleeping With Light On: लोग अक्सर लाइट ऑन करके सो जाते हैं और शायद उन्हें महसूस भी नहीं होता कि रात में लाइट ऑन करके सोने से कोई हेल्थ पर असर भी पड़ सकता है। कई लोग तो डर की वजह से भी लाइट ऑन करके सोते हैं, तो कुछ लोग टीवी देखते-देखते सो जाते हैं और टीवी काफी समय तक ऑन ही रहता है और कमरे में रोशनी रहती है। अगर आप भी लाइट ऑन करके सोते हैं, तो नई स्टडी के अनुसार इससे हार्ट को नुकसान पहुंच सकता है। इस बारे में एकेडमी ऑफ फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ. रमन कुमार (Dr Raman Kumar, Chairman, Academy of Family Physicians of India) से जानते हैं कि लाइट ऑन करके सोना क्यों हार्ट के लिए नुकसानदायक है और सोने से पहले क्या करना चाहिए?
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रात में लाइट ऑन करके सोने पर स्टडी क्या कहती है?
हाल ही में Harvard University ने एक स्टडी प्रकाशित की है, जिसमें पाया गया है कि जो लोग ज्यादा रोशनी में सोते हैं, उनमें हार्ट की समस्याएं ज्यादा देखने को मिली हैं। इस स्टडी में 466 वयस्कों पर स्टडी की गई है, जिसमें लोगों को 10 साल तक फॉलो किया। 10 साल बाद इस स्टडी में पाया गया कि 17 फीसदी लोगों में हार्ट की गंभीर समस्याएं हुई हैं। रात को आर्टिफिशल लाइट में सोने से उन लोगों में लगातार दिमाग में स्ट्रेस पाया गया है और आर्टरी में सूजन भी देखी गई है। रिसर्च में पाया गया है कि लाइट ऑन करके सोने से पांच सालों में हार्ट की बीमारियों का रिस्क 35% रहा और दस सालों में यह रिस्क 22% बढ़ गया। इसका मतलब है कि सिर्फ कमरे की रोशनी भी हार्ट की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है।
हाल ही में JAMA University में प्रकाशित रिसर्च में करीब 89,000 लोगों के 13 मिलियन घंटों का डेटा चेक किया गया। इसमें सभी लोगों की कलाई पर लाइट ट्रैकर पहनाया गया था, जो रात 12:30 बजे से सुबह 6 बजे तक रोशनी की तीव्रता मापता था। इन लोगों की स्टडी में पाया गया कि जो लोग तेज रोशनी में सोते थे, उनमें हार्ट फेलियर का रिस्क 56% तक ज्यादा था और हार्ट अटैक का रिस्क 47% ज्यादा था। इसके अलावा, महिलाओं में हार्ट फेलियर और CAD का रिस्क काफी ज्यादा पाया गया है।

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रात को रोशनी में सोने से हार्ट को नुकसान क्यों होता है?
इस बारे में डॉ. रमन कुमार कहते हैं, “लोगों को सोते समय लाइट बंद करके सोना चाहिए ताकि शरीर आराम की स्थिति में आ सके। लाइट ऑन करके सोने के कई नुकसान होते हैं।”
मेलाटोनिन हार्मोन कम बनना
बता दें कि शरीर मेलाटोनिन तब बनता है, जब अंधेरा होता है। यही हार्मोन आपको सोने में मदद करता है और शरीर को आराम के मोड में लेकर जाता है। अगर कमरे में रोशनी रहती है, चाहे फिर वह टीवी की हो, मोबाइल स्क्रीन की हो या फिर लाइट ऑन करके रखी हो, इससे मेलाटोनिन हार्मोन का लेवल कम हो जाता है। इससे नींद खराब होती है, स्ट्रेस बढ़ता है और इससे हार्ट पर दबाव बढ़ने लगता है।
सर्कैडियन रिद्म का बिगड़ना
दरअसल, हमारे शरीर में भी एक क्लॉक होता है, जिसे सर्कैडियन रिद्म कहते हैं। यह क्लॉक तय करता है कि हमें कब सोना है, कब जागना है, शरीर में कौन सा हार्मोन कब बनता है और हार्ट रेट कैसे चलेगा? लेकिन जब कमरे में रोशनी होती है, तो यह क्लॉक समझ नहीं पाता और इससे धीरे-धीरे हाई बीपी की समस्या होने लगती है। इससे हार्ट की आर्टरीज को नुकसान पहुंच सकता है, जो हार्ट डिजीज के रिस्क को बढ़ा सकता है।
रात की रोशनी से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?
डॉ. रमन कुमार कहते हैं कि रात की रोशनी से शरीर को आराम नहीं मिल पाता और इससे कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने लगता है। इससे शरीर के कई अंगों पर असर पड़ता है।
- हार्ट की बीमारियां - रात में लाइट ऑन होने से हार्ट रेट बढ़ जाता है, इससे ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है और ब्लड क्लॉट का रिस्क बढ़ सकता है।
- मोटापा बढ़ने का रिस्क - जो लोग रात को टीवी या तेज लाइट में सोते हैं, इससे उनकी नींद खराब होती है और मेटाबॉलिज्म बिगड़ जाता है। इस वजह से लोगों में मोटापा बढ़ने का रिस्क भी बढ़ सकता है।
- डायबिटीज का रिस्क - तेज रोशनी में सोने से इंसुलिन रेगुलेशन बिगड़ सकता है, जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ सकता है और इससे डायबिटीज की शुरुआत होती है।
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रात में रोशनी कम करने के आसान तरीके
डॉ. रमन कुमार ने रात में अच्छी और पूरी नींद करने के आसान टिप्स बताए हैं।
- रात को सोने से 2-3 घंटा पहले घर की तेज लाइटें बंद कर दें।
- हल्की या पीली लाइट की रोशनी का इस्तेमाल करें।
- सोने से पहले मोबाइल, टीवी और लैपटॉप बिल्कुल न देखें।
- बेडरूम में ब्राइट अलार्म घड़ी न रखें।
- कमरे में मोटे पर्दे लगाएं, ताकि बाहर की लाइट डिस्टर्ब न करें।
- स्लीप मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं।
निष्कर्ष
डॉ. रमन कुमार कहते हैं कि जिन लोगों को हाई बीपी, डायबिटीज, मोटापे या हार्ट की बीमारियों से ग्रस्त हैं, उन्हें तो खासतौर पर तेज रोशनी में बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए। अगर नींद बार-बार टूटती है, सुबह थका हुआ महसूस करते हैं और ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है, तो डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
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Nov 26, 2025 18:45 IST
Published By : Aneesh Rawat